सदन में फीस बिल लाकर अभिभावकों को राहत दे सरकार: देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर, 11 फरवरी। विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बोलते हुए पूर्व षिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने प्रदेष के अभिभावकों को राहत देने की बात कही। देवनानी ने कहा कि सरकार विधानसभा में फीस को लेकर बिल लाकर अभिभावकों को राहत देने पर विचार करें।
देवनानी ने कहा है कि कोरोना संकट से जनता के आर्थिक हालात खस्ता है। सुप्रीम कोर्ट का कल जजमेंट आया कि अभिभावक शत प्रतिषत फीस जमा कराए। अभिभावकों की समस्या को देखते हुए सरकार विधानसभा के इस सत्र में फीस को लेकर बिल लेकर आए ताकि 62 लाख अभिभावकों को राहत मिल सकें। देवनानी ने कहा कि षिक्षा समवर्ती सूची का विषय है। राज्य सरकार फीस के संबंध में बिल लाकर अभिभावकों को राहत दे सकती है बशर्ते सरकार की मंषा साफ हो। सरकार चाहे तो स्कूलों को अनुदान देकर भी अभिभावकों को पूरी फीस जमा कराने में छूट दिलवा सकती है।
रीट परीक्षा के आयोजन पर बोलते हुए देवनानी ने कहा कि सरकार 25 अप्रेल को रीट की परीक्षा कराने पर आमादा है जबकि उस दिन महावीर जयंती है। महावीर जयंती के दिन ही परीक्षा के आयोजन को लेकर एक षिक्षा मंत्री को अडना नहीं चाहिए। जयंती को ध्यान में रखते हुए परीक्षा का आयोजन दो चार दिन आगे-पीछे करने का निर्णय करना ही चाहिए।
उन्होंने आंदोलनरत आषा सहयोगिनियों के विषय पर बोलते हुए कहा कि बड़ी संख्या में सहयोगिनि बहने भरी ठण्ड में खुले में बैठी है। अपनी न्यायसंगत विभिन्न मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से उनकी ओर से आंदोलन किया जा रहा है लेकिन सरकार उनको न्यूनतम मानदेय भी नहीं दे पा रही है। सरकार की तरफ से उनसे कोई बात करने वाला नहीं है। यहीं नहीं पिछले दो सालों में प्रदेष की जनता को लूटा जा रहा ह,ै जनता के आंसू पोछने का राग अलापने वाले मुख्यमंत्री गहलोत अपने कांग्रेस कार्यकर्ताओं तक के आंसू नहीं पूछ पा रहे हैं तो जनता का पूछना तो दूर की बात है।
गहलोत नहीं अपराध राज चल रहा है प्रदेष में
प्रदेष में हो रहे अपराधिक घटनाओं पर प्रकाष डालते हुए देवनानी ने कहा कि राज्य में पिछले दो सालों से गहलोत राज नहीं बल्कि अपराध राज चल रहा है। प्रदेष में अपराध बेलगाम, अपराधी बेखौफ, पुलिस भयांक्रात, महिलाएं असुरक्षित और जनता भय महसूस कर रही है। कल ही कोटा में रामगंजमंडी में सरेआम संघ के जिला संघचालक पर गोलियां चलाई जाना इसकी प्रत्यक्ष बानगी है। राजसमंद, दौसा, टोडारायसिंह, कोटडा सहित पुलिस पर हमले और फायरिंग की घटनाएं सबके सामने है। कलक्टर से लेकर एसपी तक सब घूस के मामलों में लिप्त है। कोई दिन ऐसा नहीं है जब सरकारी अधिकारी घूस लेते नहीं पकडे जा रहे हो। घूसखोर धडल्ले से घूस लेने के धंधे में लिप्त है। इन सबसे लग रहा है कि सरकार सभी मोर्चों पर नकारा, निकम्मी व असफल सिद्ध हुई है।
ठेकेदारों का अटकाया भुगतान
प्रदेष में सडकों का निर्माण कराने वाले ठेकेदारों का लगभग 13000 करोड का भुगतान पिछले दो साल से बकाया चल रहा है जिसके चलते प्रदेष में ना तो सडकों की मरम्मत हो पा रही है और ना ही नई सडक का निर्माण हो पाया है।
युवाओं के साथ धोखा
देवनानी ने कहा कि सरकार ने युवाओं के साथ धोखा किया है। चुनावों के समय उन्हें स्वप्न दिखाये, वोट मांगे और अब अंगूठा दिखा रहे हैं। 29 लाख बेरोजगार युवाओं में से केवल दो लाख बेरोजगारों को भत्ता दिया है। नियुक्तियों की भी स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। पिछले दो साल में सरकार ने 1 लाख 28 हजार भर्तियों की घोषणा की लेकिन अब तक केवल 18 हजार ही नियुक्तियंा दे पाई जो कि गत भाजपा शासन के समय की प्रक्रियाधीन थी।
आसमान छूते बिजली एवं तेल के भाव
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार आमजन को खुलेआम लूट रही है। राजस्थान में बिजली की दरें देषभर में सबसे ज्यादा है। बिजली की दरें हरियाणा 6.29, गुजरात 6.28, मध्यप्रदेष 7.05, पंजाब 7.72 है जबकि राजस्थान में 13.32 रू. प्रति यूनिट वसूला जा रहा है। यही हालात पेट्रोल और डीजल के भावों की स्थिति है। इकसे लिए रात दिन मोदी जी को कोसते है जबकि केन्द्र की ओर से महज 16 रू.टैक्स लगाया जाता है जबकि राज्य सरकार की ओर से 38 रू. से ज्यादा टैक्स वसूला जा रहा है।

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