गहलोत ने 5 घण्टे तक निर्माण विभाग की समीक्षा की

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं से कहा है कि वे अपने जिलों में सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त व खराब सड़कों पर विशेष ध्यान देकर उन्हें तत्काल दुरूस्त करें।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में सार्वजनिक निर्माण विभाग की समीक्षात्मक बैठक में प्रदेश भर से आये सार्वजनिक निर्माण विभाग और राजस्थान स्टेट रोड़ डवलपमेंट कॉरपोरेशन के मुख्य अभियंताओं, अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं एवं अधीक्षण अभियंताओं से पांच घण्टे तक प्रदेश की सड़कों के सुदृढ़ीकरण, रख रखाव के सम्बन्ध में सीधा संवाद कर जानकारी ले रहे थे।

श्री गहलोत ने कहा कि विभाग प्रदेश के जिन क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति खराब है उनकी रिपोर्ट तैयार करें। उन्होंने अभियंताओं से कहा कि सड़कों की जमीनी हकीकत क्या है, इसका फीड बैक आप लोगों से बेहतर अन्य कोई नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि अभियंता सड़कों के सृदृढ़ीकरण और मरम्मत कार्यो के सम्बन्ध में सुझाव दें जिसे हम आगामी बजट में समाहित करने का प्रयास कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मूलभूत सुविधाओं में सड़कें हमारी प्राथमिकता है, इसलिए प्रदेश में सुन्दर, अच्छी एवं गुणवत्तायुक्त सड़कें होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण कार्य पर पूरी निगरानी रखें। श्री गहलोत ने कहा कि योजना मद का पैसा पूरा खर्च करें, जिससे हमें आगे ज्यादा से ज्यादा धन राशि प्राप्त हो सके।
श्री गहलोत ने कहा कि पुराने एवं क्षतिग्रस्त पुलों पर अधिक भार वाले जो वाहन चलते हैं उनका सर्वे कराया जाये। उन्होंने कहा कि बीस-तीस साल पुराने ब्रिजों पर वाहनों के गुजरने से दुर्घटना की संभावना रहती है। इसलिए समय रहते इनको दुरूस्त कराकर दुर्घटनाओं को रोका जाये।
मुख्यमंत्री ने सीकर से बीकानेर फोर लेन सड़क बनाने के प्रस्ताव, कोटा- झालावाड सड़क में वन विभाग की आपत्ति दूर करने के लिए केन्द्र सरकार तथा सीमावर्ती क्षेत्रा की सड़कों की मरम्मत के लिये सीमा सड़क संगठन को प्रस्ताव भेजने के लिए कहा।
सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री भरत सिंह ने अभियंताओं से कहा कि वे जिला परिषदों की बैठकों में भाग लें और जहां भी सड़क की आवश्यकता है उनका निर्माण करायें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा कई भवन तैयार किये हुए है जिनका सदुपयोग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन भवनों के कार्य पूरे हो गये हैं उन्हें सम्बन्धित विभागों को हस्तातंरित किया जाये।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री जे.सी. महान्ति ने विभाग की प्रगति का प्रस्तुतीकरण दिया। बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री श्री मुरारीलाल मीणा, संसदीय सचिव श्री दिलीप चौधरी, मुख्य सचिव श्री सी.के मैथ्यू, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री गोविन्द शर्मा, प्रमुख सचिव आयोजना श्री राकेश वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री श्रीमत पाण्डे, मुख्यमंत्री के सचिव श्री निरंजन आर्य एवं श्री रजत मिश्र तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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