जैसलमेर के ऐतिहासिक और पूरा महत्व की वस्तुओं का काकाजी म्यूजियम जिकला कलेक्टर ने पर्यटकों को समर्पित किया

जैसलमेर जैसलमेर के रियासतकालीन स्थानीय लोक कलात्मक नक्कासी ,पूरा महत्व की वस्तुओं के मर्मज्ञ रहे स्व देवीलाल सोनी की स्मृति में शुक्रवार को स्थानीय गोपा जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने काकाजी म्यूजियम का उद्घाटन कर पर्यटकों को समर्पित किया ,जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने काकाजी म्यूजियम का विधिवत उद्घाटन किया ,काकाजी म्यूजियम में रखे ऐतिहासिक दुर्लभ वस्तुओं का अनूठा संग्रह हैं ,इन संग्रहों में सिंध सिंध शैली और जैसलमेर रियासतकाल शैली के आभूषण ,पेंटिंग ,लकड़ी पर पेंटिंग ,रियासतकालीन सिक्के ,हथियार ,वाद्ययंत्र ,बर्तन रोजमर्रा के काम आने वाली रियासतकालीन वस्तुएं ,एम्ब्रोडरी ,15वीं शताब्दी की मूर्तियां, पेंटिंग और टिकटें हस्तकला के उत्कृष्ट वस्तुओं का दुर्लभ संग्रह संजोया गया हैं ,मुगलकालीन सिक्के ,अखेशाही सिक्के ,पुट्ठा मुद्रा ,अफ़ीमदानी ,कंघी ,रियासतकालीन हस्त चित्रकारी सहित अनेक वस्तुओं का संसार इस म्यूजियम में समाया हुआ हे जिसे देख खुद जिला कलेक्टर आश्चर्यचकित रह गए ,उन्होंने एक एक दुर्लभ वस्तु को केवल देखा बल्कि म्यूजियम संचालक मदन सोनी लायचा से उसके ऐतिहासिक महत्व की जानकारी ली ,जिला कलेक्टर ने इस अवसर पर कहा कि जैसलमेर पर्यटन स्थल हैं ,पर्यटन को बढ़ने के लिए संग्राहलय खोलने के प्रयास सराहनीय हैं ,उन्होंने कहा की जैसलमेर के अधिकृत म्यूजियम की सूचि पर्यटन स्थलों पर चस्पा होगी जिससे आने वाले टूरिस्ट को अधिकृत म्यूजियम में जैसलमेर के इतिहास को देखने में सुविधा हो ,उन्होंने कहा की जैसलमेर को बचाना हे तो जैसलमेर वासियों को आगे आकर जिला प्रशासन का सहयोग करना होगा ,जैसलमेर में लपकागिरी ,वाहनों की अनावश्यक रेलमपेल ,ऐतिहासिक स्थलों पर अनावश्यक छोटे छोटे अतिक्रमणों से पर्यटक ज्यादा परेशांन होते हैं ,उन्होंने कहा की काकाजी म्यूजियम जैसलमेर के लिए मील का पत्थर साबित हैं,ऐसी कलात्मक और पूरा महत्व की वस्तुएं जिस तरह संजोई हे वह अपने आप में मिशाल हैं ,उन्होंने कहा की जैसलमेर में पर्यटन को बढ़ने के लिए और जैसलमेर की धरोहरों के सरंक्षण के लिए आगे आना होगा ,अधिकारी आते जाते हे उनका जैसलमेर से लगाव् होता हे मगर जैसलमेर को जैसलमेर वासी बेहतर तरीके से संवार सकते हैं ,इससे पूर्व जिला कलेक्टर आशीष मोदी के म्यूजियम पहुँचने पर परम्परागत रूप से अभिनंदन किया गया ,उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि देव चंद्रेश्वर महादेव मंदिर गादीपति भगवान् भारती ,पार्षद देवी सिंह चौहान ,लीलाधर दैया ,महिला महाविद्यालय प्राचार्य डॉ अशोक तंवर ने शिरकत की ,जिला कलेक्टर ने इत्मीनान से जैसलमेर में पर्यटन को बढ़ने के लिए व्यापक चर्चा की ,इस अवसर पर चन्दन सिंह भाटी ,राजेंद्र सिंह चौहान ने जिला कलेक्टर आशीष मोदी को जैसलमेर और सिंध शैली के लोक कला की जानकारी प्रदान की

रेशमा और शेरा की ज्वेलवरी देवीलाल सोनी ने बनाई थी

जैसलमेर के लोक जीवन और रेगिस्तान की खूबसूरती को दर्शाती सुनील दत्त की फिल्म रेशमा और शेरा की पूरी शिटिंग जैसलमेर में हुई ,फिल्म के पात्रों द्वारा पहने गए समस्त आभूषण जैसलमेर की स्वर्ण कला के उत्कृष नमूने थे ,यह समस्त ज्वेलवरी उस वक़्त देवीलाल सोनी ने अपने हहो से बनाकर दी ,यह आभूषण असली चंडी और सोने के बने थे ,वही भूटान की महारानी जब जैसलमेर आई तो खास टूर से प्रोटोकॉल तोड़ सबसे पहले देवीलाल सोनी की आर्ट देखने उनके घर पहुंची ,देवीलाल जैसलमेर शैली के आभूषण निर्माण में ख़ास पहचान रखते थे ,

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