सिन्धी अकादमी द्वारा मासिक अदबी गोष्ठी आयोजित

जयपुर, 25 मई (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आज झालाना संस्थानिक क्षेत्र, जयपुर स्थित अकादमी कार्यालय में मासिक अदबी गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता अजमेर की साहित्यकार डाॅ0किशनी फुलवानी ने की। गोष्ठी में अजमेर की गीता गोकलानी ने देश के वीर सिपाहियों को समर्पित ’’अडियूं नओं भारत’’ एवं ’’डुकंदी आहे जिन्दगी’’ कवितायें प्रस्तुत की। भीलवाड़ा के साहित्यकार डाॅ0एस0के0लोहानी ’खालिस’ ने ’अखिन जी फिरत’ एवं ’असांजी ताकत’ अपनी दो कवितायें प्रस्तुत की। जयपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी एवं नाटककार सुरेश सिन्धु ने लेख ’सिन्धी लोकनाट्य परम्परा ’सांग’ पर आलेख प्रस्तुत करते हुये आज के समय में लुप्त होती ’सांग’ कला का बखूबी विस्तार से चित्रण किया। जयपुर की नन्दिनी पंजवानी ने बाल कविताओं पर आलेख प्रस्तुत किया। अजमेर की डाॅ0किशनी फुलवानी ने ’ससी पुन्हॅू प्रेमाख्यान ऐं उन्हें जो रूहानी संदेश’ को राग-सुर में किस्सा कहानी के रूप में प्रस्तुत किया।
गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार रमेश रंगानी, लक्ष्मण पुरसवानी, पूजा चांदवानी, डाॅ0 हरि जे0मंगलानी, डाॅ0माला कैलाश, हेमनदास, महेश कुमार किशनानी, हर्षा पंजाबी, प्रिया ज्ञानानी, दिलीप रामचंदानी, वासुदेव मोटवानी, गोपाल, माया वसन्दानी, दयाल ईसरानी, कविता तनवानी, रमेश खेमानी एवं सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार, अकादमी के पूर्व सदस्य एवं समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। गोष्ठी का संचालन श्रीमती नन्दिनी पंजवानी ने किया।

सचिव

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