राव सूरजमल हाड़ा की छतरी यथास्थल पर बनें : राठौड़

छतरी ध्वस्त कार्रवाई में संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई करें सरकार : राठौड़
छतरी यथास्थल पर बनें तथा कोटा एयरपोर्ट का नाम राव सूरजमल हाड़ा के नाम हो : राठौड़

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं युवा नेता आजाद सिंह राठौड़ ने कोटा विकास प्राधिकरण द्वारा बूंदी नरेश राव सूरजमल हाड़ा की छतरी तोड़ने की कार्रवाई की भर्त्सना करते हुए सरकार से पुनः उसी स्थान पर छतरी बनाने, कोटा एयरपोर्ट का नाम राव सूरजमल हाड़ा के नाम रखने तथा एयरपोर्ट के मुख्य द्वार पर राव सूरजमल जी की प्रतिमा लगाने की मांग की है।
राठौड़ ने बताया कि 600 वर्ष पुरानी छतरी तोड़कर सरकार ने लाखों लोगों की भावनाओं का अपमान किया है। ध्वस्त कार्रवाई में संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई कर सरकार को अतिशीघ्र उसी स्थान पर छतरी निर्माण का कार्य शुरू करना चाहिए। छतरी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप पहचान रखती थी एवं स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र थी। ध्वस्त कार्रवाई के कारण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की किरकरी हुई है। छतरी तोड़ने के बाद सर्वसमाज में गुस्सा है। प्रदेश भर में धरना- प्रदर्शन एवं ज्ञापन दिए जा रहे हैं, सरकार को लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते अतिशीघ्र मांगों पर सहमति व्यक्त करनी चाहिए। यदि सरकार हमारी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार नहीं करती है तो प्रदेश स्तर पर पुरजोर से विरोध किया जाएगा।
विगत दिवस विश्वभर में ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण व हैरिटेज महत्व हेतु स्थापित संस्था “यूनेस्को” ने राव सूरजमल जी की छतरी को ध्वस्त करने की घटना को गंभीरता से लिया है। छतरी स्थल पर यूनेस्को की टीम ने सर्वे कर इस छतरी के ऐतिहासिक महत्व को जानने का प्रयास किया , साथ ही छतरी के स्थापत्य कला के महत्व को जानने का प्रयास किया ।
महाराजा सूरजमल जी की 600 वर्ष पुरानी छतरी को कोटा विकास प्राधिकरण के गैर जिम्मेदार अधिकारियों के आदेश पर प्राचीन धरोहरों को विस्थापित करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन न करते हुए अपमानजनक तरीके से JCB चलाकर तहस नहस कर दिया गया है जो प्रदेश, देश एवम विश्व स्तर की उन्नत ऐतिहासिक धरोहर के प्रति अपराध दर्शाता है

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