आगजनी और पथराव के बाद गुलाबपुरा-आसीन्द में कर्फ्यू

गुलाबपुरा के नजारे

भीलवाड़ा। हिन्दु संगठनों के आह्वान पर गुलाबपुरा और आसीन्द बंद के दौरान बारावफात का जुलूस नहीं निकल सका। वहीं दोनों ही कस्बों में पथराव, आगजनी और तोडफ़ोड़ के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद भी जब लोग काबू में नहीं आए तो पुलिस ने अश्रु गैस का प्रयोग किया और बाद में कफ्र्यू लगा दिया गया। इसके बाद वहां शांति हो सकी लेकिन हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। जबकि हुरड़ा कस्बे में जुलूस के दौरान पथराव और मारपीट होने से तीन पुलिसकर्मियों सहित आठ जने घायल हो गये।
ं कुछ लोगों के साथ शुक्रवार बड़े तडक़े तक चली बातचीत में समझौता हो जाने की बात सामने आई थी लेकिन जब आम लोगों को पता लगी तो माहौल बिगड़ गया और बावड़ी चौक में हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए। जिनमें से कई लोग लाठियां और धारदार हथियार लिये हुए थे। वहां लोग ‘वंदे मात्रमÓ, ‘जय शिवा सरदार की, जय राणा प्रताप कीÓ, ‘भारत माता जिन्दाबादÓ के गगनभेदी नारे लगा रहे थे। बारावफात का जुलूस अपने निर्धारित समय परप्रारम्भ नहीं हो पाया। जुलूस के रास्ते में हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे और स्थिति अति नाजूक बनी रही। अजमेर रेंज के आई.जी. अनिल पालीवाल ने दोनों ही पक्षों के लोगों से बातचीत कर जुलूस निकालने का प्रयास किया लेकिन कोई निर्णय नहीं निकल सका। विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी, नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष करतारसिंह, धनराज गुर्जर, बलवीर मेवाड़ा के साथ ही बड़ी संख्या में हिन्दु संगठनों के लोग मौजूद हैं। प्रशासनिक और विधायक अवस्थी लोगों को समझाने के प्रयास में जुटे हुए हैं, लेकिन वहां ऐसा लग रहा था कि अब लोग नेताओं के काबू में नहीं रह गये थे। अंतत: तेलीपाड़ा में दोनों ही पक्षों के लोग आमने-सामने हो गए। जिससे कुछ लोगों के चोटें भी आई हैं। हालात बिगड़ते देख वहां पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को खदेडऩे का प्रयास किया लेकिन हालात फिर भी काबू में नहीं हुए तो वहां कफ्र्यू लगा दिया गया।
कफ्र्यू के बावजूद लोग रेलवे पटरियों पर पहुंच गये और अजमेर से चित्तौडग़ढ़ जा रही यात्री टे्रन को रोक दिया। उस पर भी पथराव किया गया। कुछ समय ट्रेन वहां रुकी रही, बाद में गंतव्य के लिए रवाना हो गई। इसके बावजूद रह-रह कर पथराव की कुछ घटनाएं हुई हैं। पुलिस पथराव कर रहे लोगों को खदेडऩे में लगी रही।

असींद के नजारे

गुलाबपुरा के निकट ही हुरड़ा कस्बे में बारावफात के जुलूस में दोनों सम्प्रदाय के लोगों के बीच कहासुनी हो गई। इस दौरान पथराव भी हुआ और मारपीट भी जिसमें तलवार से हुरड़ा के रहने वाले सुशील ८और महावीर सेन घाय२ल हो गए। जबकि कॉनिस्टेबल मनीष और शंभू के चोटें आई हैं। वहीं जयप्रकाश, २चन्द्रप्रकाश और जमनालाल को भी चोटें लगी। बाद में पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच जुलूस को निकलवाया। घायल दोनों सेन बंधुओं को उपचार के ८लिए बिजयनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।
दूसरी तरफ पिछले दिनों भगवान देवनारायण की जयन्ती पर आसीन्द कस्बे में पथ संचलन को एक मार्ग से गुजरने से दूसरे पक्ष द्वारा रोक देने से खफा हिन्दु संगठन के लोगों ने बाजार बंद रखे और सडक़ों पर रामधुनी की। दोपहर बाद हालात बिगड़ते गए और पुलिस के मौजूद अधिकारी देखते रहे। बस स्टेण्ड पर लोगों ने सम्प्रदाय विशेष की दर्जनभर दुकानों, केबिनों और वाहनों में तोडफ़ोड़ कर उन्हें आग लगा दी। कुछ सामान लूट ले जाने की भी खबर हैं। आगजनी की खबर पर भीलवाड़्ा से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को दल बल सहित भेजा गया लेकिन फिर भी हालात काबू में नहीं आए। कस्बे में हालात बिगड़ते देख पुलिस अधीक्षक और आईजी मौके पर पहुंचे और लोगों को खदेड़्ने का प्रयास किया। लेकिन लाठीचार्ज से बात नहीं बनी तो अश्रु गैस के गोले छोड़े गए। इसके बावजूद हालातों में सुधार नहीं हुआ तो वहां कफ्र्यू लगा दिया गया। इससे पूर्व शुक्रवार तडक़े पुराना थाना स्थित शिव मंदिर, तंवरों के मोहल्ले में देवनारायण मंदिर और ऊपरी हवेली पर स्थित वीर तेजा मंदिर पर Óहम जीत गए’ और दूसरे समुदाय के शुभ अंक हिन्दी और ऊर्दू में लिखे मिलने से लोगों में आक्रोश फैल गया। इसके बाद चारभुजा मंदिर पर जमा लोगों की भीड़ जमा होती गई और उनकी संख्या हजारों में पहुंच गई। आक्रोशित लोगों ने दो-तीन जगह टायर फूंक डाले और रास्ते में पत्थर डाल दिये। वहीं सैकड़ों लोग सडक़ पर बैठकर रामधूनी करने लगे हैं, वहीं सजावट के लिए लगाई गई कुछ बल्लियों को भी उखाड़ दी। नारेबाजी के चलते हालात तनावपूर्ण बने रहे। आसीन्द में बारावफात का जुलूस नहीं निकल पाया।
आसीन्द से मिली जानकारी के अनुसार वहां बस स्टेण्ड पर बी.एन. बद्रर्स और जी.एन. नामक दो दुकानों से चाय की पत्ती और स्टेसनरी का सामान दुकानों के ताले तोडक़र जला दिया गया। जबकि चार-पांच केबिनों और इतने ही वाहनों में आग लगाये जाने की खबर हैं। कफ्र्यू के बावजूद वहां हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और पूरे कस्बे में पुलिस बल अब गश्त लगा रहा हैं।

गुलाबपुरा में पटरियों पर बैठे, ट्रेनें लौटी
अजमेर-रतलाम रेल मार्ग पर गुलाबपुरा के निकट पटरियों पर हिन्दू संगठन के लोगों द्वारा पड़ाव डाल पथराव करने के कारण प्रशासन ने ट्रेनों की आवाजाही रोक दी और पुलिस ने मौके से प्रदर्शनकारियों को आंसू गैस छोड़कर खदेडऩा चाहा, लेकिन इसका असर नहीं हुआ। मामला पेंचीदा होते देख जयपुर से उदयपुर जाने वाली इन्टरसिटी को बिजयनगर और शटल को गुलाबपुरा से वापस रिर्टन किया गया। घटना के कारण कई ट्रेनें प्रभावित भी हुई।
-मूलचंद पेसवानी  व अमित सारस्वत की रिपोर्ट

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