जयपुर। न्यूनतम मजदूरी सहित अन्य मांगों को लेकर श्रमिक संगठनों की हड़ताल जारी है। राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश में हड़ताल का व्यापक असर देखा जा रहा है। गुरुवार को भी शहरी ट्रांसपोर्ट, रोडवेज और बैंकिंग व्यवस्थाएं ठप रहीं।
दो दिन की हड़ताल के कारण रोडवेज की करीब पांच हजार बसों के चक्के जाम रहे जिससे रोडवेज को दो दिन में करीब आठ करोड़ का नुकसान होने का अंदेशा है।
राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन महासचिव किशन सिंह राठौड़ ने बताया कि हड़ताल को रोडवेज के चारों संगठन बीएमएस, सीटू, एटक और इंटक ने समर्थन दिया है। श्रमिक संगठनों के दबाव के चलते लो फ्लोर बसों का पूरी तरह चक्का जाम हो गया। जिससे मिनी बसों में यात्रियों का दबाव बढ़ गया। हालांकि शहर की ऑटो यूनियनों ने एक दिन की हड़ताल के बाद गुरुवार से ऑटो रिक्शा संचालन शुरू कर दिया।
आधे एटीएम खाली
हड़ताल के पहले दिन बैंकों में 1500 करोड़ रुपए का लेन-देन ठप रहा। शहर में विभिन्न बैंकों के 250 से ज्यादा एटीएम हैं,जिनमें से सुबह तक 50 फीसदी खाली हो चुके थे। वहीं हड़ताल में शामिल बैंक यूनियन के सैकड़ों कर्मचारी प्रदर्शन के लिए रिजर्व बैंक के बाहर जुटे।