आंध्र प्रदेश की सोसायटी राजस्थान में कार्य करेंगी

rjavp1rgavp3rgavp2जयपुर। आंध्र प्रदेश सरकार की अग्रणी सोसायटी फार एलिमिनेषन आफ रूरल पावर्टी के रिर्सोस परसन राज्य के 5 जिलो मंे गरीब परिवारों की महिलाओं के स्वयं साहयता समूह गठित करने में मार्गदर्षन एवं सहयोग करने के लिए दो वर्ष तक राजस्थान में कार्य करेंगे। राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद द्वारा संचालित विष्व बैंक द्वारा वित्त पोषित परियोजना के तहत प्रथम चरण में ज्ञालावाड़, कोटा, बारां, टोंक, चुरू के पॉच खण्डो में आगामी दो वर्षो में किये जाने वाले कार्यो की चर्चा के लिए आज इन्दिरा गांधी पंचायती रात संस्थान में एक दिवसीय कार्यषाला अयोजित की गई। इस कार्यषाला मे इन पांच जिलों में आजिविका परिषद में कार्यरत अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया। राजस्थान ग्रामीण आजिविका विकास परिषद के निदेषक पी.सी. किशन बताया कि आर.आर.एल.पी योजना 18 जिलों के 51 ब्लाक में गरीब परिवारों की महिलाओं के 33000 स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए ग्राम उत्थान संगठन एवं ब्लॉक स्तर पर फेडरेषन बनाने का काम किया जायेगा। आजीविका मिषन के नियमानुसार पहले से कार्यरत 2200 महिला स्वयं सहायता समूहों को इस योजना में जोड़ा जा चुका है। इसके लिए पार्टीसिपेटरी रूरल अप्रिजल किया जायेगा। राजस्थान ग्रामीण क्षेत्रों में बी.पी.एल सूची 2009 में उल्लेखित परिवारों के अलावा सामाजिक रूप से कमजोर अन्य गरीब परिवारों को आजीविका उपलब्ध कराने के लिए इस योजना से जोड़ा जायेगा। इसके लिए लक्षित समूह ‘‘बी.पी.एल प्लस’’ अप्रोच अपनाये जाने के निर्णय की जानकारी दी।

कार्यक्षमता में जीवन कौक्षल परियोजना निदेषक डा. राकेष मलहोत्रा, संस्थागत निर्माण के विषेक्षज्ञ श्रमती जेबुनिषा, रिसोर्स ब्लॉक के महाप्रबन्धक सुनील दत्तात्रेय, आंध्र प्रदेष के रिसोर्स सेल के सलाहकार दिराजंुला नायडु, राजस्थान के स्टेट एंकर नागेषवर राव ने मुख्य रूप से कार्यषाला में राजस्थान के परिपेक्ष्य में चुनौतियों व कार्यव्यूह रचना के बारे में विस्तार से चर्चा की।

– कल्याण सिंह कोठारी

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