जयपुर, । इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वसुंधरा राजे ने नाराज चल रहे पार्टी और आरएसएस के नेताओं को मनाने का काम शुरू कर दिया है।
वसुंधरा पिछले एक सप्ताह में अपने विरोधी आधा दर्जन वरिष्ठ नेताओं से उनके घर जाकर मुलाकात कर चुकी, वहीं संघ मुख्यालय जाकर आरएसएस के पदाधिकारियों से भी सहयोग का आग्रह कर चुकी। सबको खुश करने के लिहाल से ही घोषित प्रदेश कार्यकारिणी में भी संघ और संगठन से जुडे़ उन नेताओं को शामिल किया गया है जो कभी वसुध्ारा राजे के विरोधी रहे हैं। इनमें अरूण चतुर्वेदी, ओंकार सिंह लखावत, सतीश पूनिया, सुमन क्षृंगी, कैलाश भट्ट जैसे विरोधी नेताओं को पदाधिकारी बनाया गया है। नई कार्यकारिणी में दस उपाध्यक्ष, तीन महामंत्री, एक कोषाध्यक्ष, आठ प्रदेश मंत्री और तीन प्रवक्ता बनाए गए है। वसुंधरा राजे की कार्यकारिणी में 20 स्थाई सदस्य, 118 कार्यकारिणी सदस्य और 140 विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए हैं। भाजपा के सभी विधायक, जिलाध्यक्ष, जिलाप्रमुख, महापौर-उपमहापौर आदि प्रदेश कार्य समिति के स्थाई सदस्य के रूप में आमंत्रित रहेंगे।