कीचक गाँव का युवक सऊदी अरब में हुवा लापता

कमाने के लिए गया था विदेश 
अनपढ़ माँ कहती है किससे करू फ़रियाद,
माँ का रो रोकर बुरा हाल,
विदेश भेजने वाला दलाल दे रहा है धमकिया

d 1विदेश जाकर नौकरी करने और कमाई का सपना हर किसी का होता है मगर यही सपना किसी के लिए आफत बनकर आ जाये और मुसीबत बन जाए तो ज़रा सोचीय क्या होगा । डीडवाना के कीचक गाँव निवासी एक युवक के साथ ऐसा ही हुवा और वह सऊदी अरब में जाकर फस गया और उसकी कोई खेर खबर नहीं है अनपढ़ माँ और पत्नी आखीर जाये तो कहा जाए और किससे  फ़रियाद करे । उनका बेटा एक साल से गुमशुदा है । और विदेश भेजने वाला दलाल दे रहा है धमकिया ।
 डीडवाना तहसील के छोटे से कीचक गाँव का इस घर में रहने वाला अनपढ़ भंवर विदेश भेजने वाले एक दलाल के चंगुल में फस गया और विदेश में जाकर नौकरी करने कमाई करने का लालच भंवर उसे रोक नहीं पाया और उसने दलाल को विदेश जाने के लिए एक लाख रूपये दिए और आज से ठीक एक साल पहले सऊदी अरब चला गया और तीन महीने तक फोन पर बात होती रही मगर उसके बाद भंवर से संपर्क कट हो गया अब उसकी कोई खबर नहीं ह आई अपने बेटे के गुमशुदा होने से माँ का रो रोकर बुरा हाल है और याद करके फफक फफक रो पड़ती है तो वही भंवर की पत्नी सुवा देवी अपने पति के गुमशुदा से गमजदा है और वह कहती है मुझे धन दौलत नहीं चाहिय मेरे पति को  घर भेज दो ।
 d 2नौकरी करने गया भंवर किस भंवर जाल में फस गया किसी को कोई जानकारी नहीं है सऊदी अरब में रहने वाले उसके दो भाई भी कई दिनों से उसे तलाशने में लगे  हुए है मगर उनको भंवर का कोई पता नहीं लग पाया है तो वही उसकी अनपढ़ माँ कहती है में जाऊ तो कहा जाऊ और किस्से फरियाद करू । सच भी है आखिर एक बूढी माँ जाये तो कहा जाए और कहा तलाशे । वह अनपढ़ है क़ानूनी मदद के बारे भी नहीं जानती उसको भगवान् पर भरोषा है तो भंवर की पत्नी अन्धविश्वाश के चलते अपने पति की खबर जानने तांत्रिक  और बाबाओ के पास एक साल से भटक रही है और बुझा( पता ) करवाकर जानना चाहती है की उसके पति कहा है और कब आयेंगे |

आज भी अनपढ़ लोग अन्धविश्वास के चलते झाड़ फूंक और तंत्र मंत्र पर विश्वास कर तांत्रिक और बाबाओ के चंगुल में फसकर अपना समय और धन बर्बाद करते है यही हाल है भंवर के परिजनों का जो आज के इस युग में अपने बेटे का पता जानने के लिए बाबाओ की शरण में दर दर भटक रहे है जरुरत इस बात की है की विदेश में फसे भंवर को भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय की मदद से तलाशा जाए ताकि समय रहते पता लगाया जा सके और किसी मुसीबत में फसे भंवर को निकला जा सके ताकि वह अपने घर आ सके जरुरत इस बात की भी है की विदेश में जाने के लिए भी सही एजेंसी की मदद ली जाए ताकि बाद में धोखा नहीं मिले |
-हनु तंवर निशब्द
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