मुख्यमंत्री ने जनसुनवाई में सुने अभाव अभियोग

जयपुर

कॉकलियर इम्प्लांट एवं थैलिसीमिया रोग से स्वस्थ हुए बच्चों ने की मुलाकात

। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सोमवार को यहां सिविल लाइन्स स्थित अपने राजकीय आवास पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये लोगों तथा प्रतिनिधिमण्डलों से मुलाकात कर उनके अभाव अभियोग सुने। उन्होंने अधिकारियों को निराकरण के लिए दिशा निर्देश दिये।
श्री गहलोत से शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती नसीम अख्तर के नेतृत्व में आये प्रतिनिधिमण्डल ने अजमेर के सावित्री उच्च माध्यमिक विद्यालय को राज्याधीन करने पर आभार जताया। इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं, अभिभावक संघ, शिक्षक संघ, पत्रकारगण उपस्थित थे।
गौरतलब है कि अजमेर के नागरिकांे, अभिभावकों, सेवाभावी संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा लम्बे समय से इस स्कूल को राज्याधीन करने की मांग की जा रही थी। इसे देखते हुए ही मुख्यमंत्री स्तर पर जनहित में यह निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री से कॉकलियर इम्प्लांट एवं थैलिसीमिया रोग से स्वस्थ हुए बच्चों ने भी मुलाकात की। एसएमएस अस्पताल, जयपुर में मुख्यमंत्री सहायता कोष से कॉकलियर इम्प्लांट के जरिए 34 मूक एवं बधिर बच्चों का निःशुल्क उपचार किया जा चुका है। इस उपचार पर प्रति रोगी लगभग 5 लाख 72 हजार रुपये व्यय होते हैं। आज जब पांच वर्ष की बच्ची तासू ने कविता और गिनती सुनाई तो श्री गहलोत भाव-विह्नल हो उठे।
इस अवसर पर महाधिवक्ता श्री गिरधारी सिंह बाफना, डॉ. अजीत बाफना के अलावा एसएमएस के चिकित्सक डॉ. जी.एन. सक्सेना, डॉ. मोहनीश ग्रोवर एवं डॉ. प्रकाश मिश्रा उपस्थित थे। डॉ. ग्रोवर ने बताया कि जो बच्चे जन्म से मूक एवं बधिर होते हैं उनका कॉकलियर इम्प्लांट् से 5-6 वर्ष की उम्र में उपचार कराने पर ज्यादा अच्छे परिणाम सामने आते हैं।
श्री गहलोत से जे.के. लॉन अस्पलात के चिकित्सक डॉ. जगदीश सिंह ने थैलिसीमिया के उपचार से स्वस्थ हुए आदित्य की मुलाकात कराई। इस बच्चे का जे.के. लॉन अस्पताल में बोनमेरो ट्रांसप्लांटेशन किया गया है, इस कारण इस बच्चे को अब जिंदगी भर ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत नहीं रहेगी। श्री आदित्य के बोनमेरा ट्रांसप्लांटेशन पर करीब पौने सात लाख रुपये साउथ-ईस्ट एशिया इन्सटीट्यूट फॉर थैलीसीमिया द्वारा व्यय किये गये हैं। डॉ. सिंह ने बताया कि जे.के. लॉन अस्पताल में 300 से अधिक थैलीसीमिया के बच्चे पंजीकृत हैं, जिन्हें अस्पताल द्वारा निःशुल्क दवा एवं रक्त उपलब्ध कराया जाता है। इस अवसर पर साउथ-ईस्ट एशिया इंस्टीट्यूट फॉर थैलीसीमिया की डॉ. प्रिया, डॉ. राज प्रीति एवं डॉ. रचना शर्मा भी उपस्थित थी।
जयपुर के प्राचीनतम तालकटोरा सरोवर को बचाने के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान के पोस्टर का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया तथा सेन्ट विलफ्रेण्ड्स पी.जी. कॉलेज, मानसरोवर के छात्रों के इस प्रयास को सराहनीय बताया। इस अवसर पर छात्र नेता करण राठौड़, महेन्द्र चौधरी, धर्मपाल चौधरी एवं अन्य छात्र भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री को जयपुर के श्री कुंज बिहारी सोनी ने वर्षा जल के संग्रहण के लिए लो-फ्लोर बसों की आधी छतों पर फाइबर शीट लगा कर पानी की टंकी के मॉडल को चित्र के माध्यम से दिखाया। बिहारी ने बताया कि यदि लो-फ्लोर बसों में यह व्यवस्था कर दी जाये तो 15 मिनट की बारिश में एक हजार लीटर पानी का संग्रहण किया जा सकता है, जिसे पाइप के जरिए निकाल कर इसका उपयोग किया जा सकता है।
एक्रोबेट का प्रदर्शन:
जनसुनवाई के दौरान नासिक (महाराष्ट्र) की जीवन भारत प्रोग्राम टीम के कलाकार श्री शरीफ इस्माइल सैय्यद की टीम ने बड़े मनोयोग एवं कठिन परिश्रम से शानदार, हैरतअंगेज प्रदर्शन किया। कलाकारों ने प्रदर्शन के दौरान आंख की पुतली से कुर्सी उठाने, कपड़े के सहयोग से भारी पत्थर को दांत से उठाकर उल्टा फेंकने, जिप्सी को दांत से रस्सी के सहयोग से खींचने जैसे कारनामे दिखाये। श्री गहलोत ने कलाकारो की हौंसला अफजाई की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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