महाराजा दाहरसेन बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर दीपदान

16 जून को स्मारक पर मुख्यराष्ट्रीय सम्मान व सांस्कृतिक कार्यक्रम

1502अजमेर 15 जून। सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के 1304वंे बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर आज महाराजा दाहरसेन के समक्ष दीपदान व पुष्पांजलि की गयी। समिति के सदस्यों द्वारा बताया गया कि वीर शिरोमणी, राष्ट्र प्रहरी दाहरसेन के साधु-सन्तों, संन्यासियों एवं समाज सुधारकों के माध्यम से गांव-गांव में मातृभूमि की रक्षा के लिए जन मन में राष्ट्र भक्ति की ज्वाला जगाई। उन्होंने सिन्धु शूरवीरों का आह्वान किया कि रक्षा के लिए कटिबद्ध रहें। इस सत्प्रयास को मिले समर्थन ने सिन्धु वीरों की राष्ट्र निष्ठा को उजागर किया। उनके बलिदान की अमर गाथा इस राष्ट्र की थाती है। इस अवसर पर समारोह समिति, भारतीय सिंध सभा व हरिभाउ उपाध्याय नगर विस्तार समिति के सदस्यगण मौजूद थे।
मुख्य समारोह कल
सिंधुपति महाराजा दाहरसेन के 1304 बलिदान दिवस के अवसर पर कल 16 जून को सायं 5 बजे सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक, हरिभाउ उपाध्याय नगर पुष्कर रोड पर चतुर्थ राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान 2016 श्री प्रेम प्रकाश मण्डल ट्रस्ट, श्री अमरापुर स्थान, जयपुर को प्रदान किया जायेगा जिसमें सम्मान के साथं रूपये 51000 के साथ स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल, दिया जायेगा व देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम, हिंगलाज माता की पूजा-अर्चना व द्ाहरसेन को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ संत महात्माओं का आर्शीवचन व रंग भरो प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जायेगा। यह सभी कार्यक्रम में अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, पर्यटन विभाग, भारतीय सिन्धु सभा व सिंधुपति महाराजा दाहरसेन विकास एवं समारोह समिति का सहयोग रहता है।
डॉ. अरूण चतुर्वेदी रहेगें मुख्य अतिथी
Arun Chaturvediडॉ. अरूण चतुर्वेदी, माननीय मंत्री सामाजिक न्याय व अधिकारिता, सामान्य प्रशासन, मोटर गेरेज सम्पदा अल्पसंख्यक मामलात, मुद्रर्ण एवं लेखन विभाग, राजस्थान सरकार कल कार्यक्रम में मुख्य अतिथी रहेगें। महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी महाराज, बालकधाम के श्यामदास जी, स्वामी स्वरूपदास जी, शातानन्द आश्रम के महंत स्वामी हनुमानराम जी व अन्य संत महात्माओं का आर्शीवाद मिलेगा। इस अवसर पर शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा सहित गणमान्य अतिथी एवं नागरिक उपस्थित रहेगें।
स्वतन्त्रता-संग्राम सेनानी अमर शहीद राणा रतन सिंह की मूर्ति का अनावरण
स्वतन्त्रता-संग्राम सेनानी शहीद राणा रतनसिंह जी सोढ़ा का जन्म 19वीं शताब्दी के तीसरे दशक में सोढ़ा शासकों के आधिपत्य वाले अमरकोट, धाट (सिंध) में हुआ था। ब्रिटिश साम्राज्य ने अमरकोट के धाट क्षेत्र को अपने अधीन करने के लिए प्रतिनिधि नियुक्त किये। राणा रतनसिंह और उनके सहयोगी भगूजी संगरासी ने ब्रिटिश शासन का विरोध किया एवं उसके अत्याचारोंसे मुक्ति हेतु प्रतिनिधि को मौत के घाट उतार करसन् 1857 की स्वातन्त्र्य ज्वाला को प्रज्ज्वलित रखा। ब्रिटिश सेना ने क्रान्तिकारी राणा रतनसिंह को गिरफ्तार कर फांसी पर चढ़ा दिया और उनके साथी भगूजी को कालापानी की सजा सुनाई। राणा रतन सिंह की शूरता, स्वातन्त्र्य-प्रेम और बलिदान की गाथा के प्रेरणादायी लोकगीत आज भी सिंध और राजस्थान में गाये जाते हैं।
रंगभरो प्रतियोगिता के विजेता होगें सम्मानित
स्वामी सर्वानन्द विद्यालय, आशा गंज में रंगभरो प्रतियागिता के प्रथम वर्ग कक्षा 1 से 5 में प्रथम स्वर्णा चौधरी, द्वितीय मिताली कोटवाणी, तृतीय दृष्टि लालवाणी, द्वितीय वर्ग कक्षा 6 से 11वीं में प्रथम ईशा गिदवाणी, द्वितीय स्मरण कुर्डिया, तृतीय हर्षिता ठारवाणी, झूलेलाल मन्दिर मदार के प्रथम वर्ग में प्रथम स्थान कीर्तिका, द्वितीय रोहित, तृतीय स्थान लोकेश, दूसरे वर्ग में प्रथम वर्षा बच्चाणी, द्वितीय कशिश तोलाणी, तृतीय नितेश सोनी, भारतीय सिन्धु सभा अजयनगर ईकाई के प्रथम वर्ग में प्रथम भूमिका ने, द्वितीय दीपिका गुरबाणी, गुंजन केसवाणी, तृतीय परी व प्रकाश, दूसरे वर्ग में प्रथम भूमिका नाथानी, द्वितीय गीता, तृतीय अमन लालचंदाणी, लवीना, प्रेम प्रकाश आश्रम देहली गेट के प्रथम वर्ग में प्रथम जिया आलवाणी, द्वितीय कशिश सावलाणी, तृतीय हेमेश व अशोक, द्वितीय वर्ग में प्रथम जस सोनी, द्वितीय चन्द्रप्रकाश, तृतीय संतोष सोनी, भारतीय सिन्धु सभा धोलाभाटा के प्रथम वर्ग में प्रथम साहिल भम्भानी, द्वितीय हिमांशु शर्मा, तृतीय भूमिका आसवानी, दूसरे वर्ग में प्रथम खुशबू साधनानी, द्वितीय चिराग थावानी, तृतीय कमलेश थावानी, विधाय पब्लिक स्कूल मदार के प्रथम वर्ग में प्रथम आमिर आलम, द्वितीय रोहित राज, तृतीय प्रेरणा खटीक, हरप्रित कौर, दूसरे वर्ग में प्रथम आरती शर्मा, भूमिका जेनवाल, तृतीय लक्ष्मी व सीमा मीणा सम्मानित होगें।
चतुर्थ राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान 2016
श्री प्रेम प्रकाश मण्डल ट्रस्ट, श्री अमरापुर स्थान, जयपुर को

सद्गुरू स्वामी टेउराम जी की आर्शीवाद से दुनियाभर में प्रेम प्रकाश आश्रम के माध्यम सनातन धर्म से जोडकर सभी को ज्ञान मार्ग पर साथ लेकर चलने का पवित्र कार्य किया जा रहा है। जीवन मूल्यों के संरक्षण के लिये नियमित दुनियाभर में स्थापित आश्रमों में सत्संग में संतो द्वारा मार्गदर्शन व आर्शीवाद दिये जाते है। सिन्धु सभ्यता पर किये गये शोध कार्य के लिये विद्यार्थियों को सदैव प्रेरणा का कार्य किया जा रहा है जिसमें सिन्ध व हिन्द के साहित्यकारों का साहित्यिक सहयोग, लेखन कार्य में वरिष्ठ साहित्यकारों को जोडना एवं सिन्धी भाषा, सभ्यता व संस्कृति के सर्वंद्धन हेतु अनेकों किताबों का प्रकाशन करवाया गया है, जो एक मिसाल है। सिन्ध से आये विस्थापितों के परिवारों को सहयोग देना।
इसके अलावा प्रेम प्रकाश मण्डल के देशभर में आश्रमों में भी निरंतर अनेक सेवा कार्य, सभ्यता व संस्कृति का ज्ञान बढाने हेतु युवा पीढी में प्रेरणादायी कार्य किये जा रहे है जिसे देश दुनिया में बहुत अधिक प्रेरणादायी है।
पूर्व में दिये गये राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान
उल्लेखनीय है कि प्रथम सम्मान वर्ष 2013 में इण्डियन इंस्ट्यिूट ऑफ सिन्धोलॉजी, आदीपुर, गांधीधाम को एवं द्वितीय सम्मान वर्ष 2014 को शदाणी दरबार, रायपुर (छतीसगढ) के सन्त युधिष्ठरलाल जी को तृतीय सम्मान वर्ष 2015 में सीमा जन कल्याण समिति जोधपुर को समारोहपूर्वक कार्यक्रम आयोजित कर प्रदान किया गया था।
कार्यक्रम समन्वयक,
मो. 094131 35031

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