राजस्थानी फिल्मों को लेकर बहस का प्रसारण

E T Vभीलवाडा / राजस्थानी फिल्मों के गिरते स्तर को लेकर राजस्थान ई टी वी द्धारा निर्मित ‘‘ जनमंच‘‘ के नाम से कार्यक्रम में सिनेमा के विकास और विनास के कारणो जेसे मुददो पर चर्चा और बहस हुई। उपरोक्त जानकारी देते हुए राजस्थानी फिल्म निर्माता एवं प्रसिद्ध अभिनेता राज जांगिड ने बताया की राजस्थानी फिल्मों के गिरते स्तर और बुरे दौर से गुजर रहे राज्य के कलाकारो और राजस्थानी भाषा तथा संस्कृति एवं कला पर गुरूवार को राजस्थान की राजघानी जयपुर के रविन्द्र मंच के प्रांगण में ई टी वी के लिए प्रोग्राम डायरेक्टर विष्णु पारीक के निर्देशन में शूटिंग कि गई जिसमें राजस्थान के कई सिनेमा से जुडी हस्तीयों ने भाग लिया।
राज जांगिड ने बताया ई टी वी द्धारा आयोजित जनता की आवाज बना सार्वजनिक जनहित वाला प्रोग्राम ‘‘जनमंच ‘‘ के नाम से प्रसिद्ध है जिसका ई ़टी.वी. राजस्थान पर प्रसारण रविवार को सुबह 9 से 10 बजे होने वाला है ।‘‘ जनमंच ‘‘ पर रविवार सुबह सिनेमा व भाषा तथा रंगकर्मीयो से चर्चा की गई।
जांगिड ने बताया कि राजस्थानी सिनेमा की दुर्दशा पर कई फिल्मों से जुडे लोगो ने सिनेमा के विकास पर अपनी राय रखी तथा भाषा को आठवी अनुसुची में शामील करने की भी बात जोरदार ढंग से रखी। एक घन्टे के लिए प्रसारित होने वाले रविवार को प्रात 9 बजे से 10 बजे तक के जनमंच कार्यक्रम में भीलवाडा के राज जांगिड ने भी सिनेमा के विकास पर तथा विनास करने वालो पर बेबाक टिप्पणी की और सिनेमा को ही कला संस्कति और भाषा को प्रोत्साहन व घर घर पहुचाने का सबसे सरल माध्यम बताया ।
इस अवसर पर राजस्थानी फिल्मो के निर्माता ,निर्देशक,और अभिनेता शिरीष कुमार , गुजर मीणा भाई भाई , भंवरी , एंव थोर तथा हुकुम जैसी राजस्थानी फिल्मों के निर्देशक लखविन्दर सिंह , राजस्थानी भाषा को लेकर संधर्षरत डॉ. राजेन्द्र सिंह बारहट , निर्माता कैलाश चौघरी , रंगकर्मी राजेन्द्र पायक , निर्देशक कमल आचार्य , अभिनेता श्रवण सागर , अभिनेत्री उषा जैन ,इक्युपमेंट सप्लायर्स मनिष भाई ,आदि कई सिनेमा एवं स्टेज से जुडी हस्तीया और ‘‘जनमंच‘‘ प्रोग्राम के प्रस्तोता अतुल अहसास ने भी कई सिनेमा एवं भाषा के बारे में जानकारी दी।

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