राजस्थानी अकादमी के विभिन्न पुरस्कारों की घोशणा

rajasthani bhasha sahitya acadamyबीकानेर/ राजस्थानी भाशा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर ने वर्श 2013-14 के लिए विभिन्न पुरस्कारों की घोशणा कर दी है । मंगलवार को अकादमी अध्यक्ष ष्याम महर्शि ने विभिन्न पुरस्कारों के निर्णायकों की संस्तुतियों और कार्य समिति के अनुमोदन के आधार पर अकादमी मुख्यालय में पुरस्कार निर्णयों की जानकारी दी । अध्यक्ष महर्शि ने बताया कि पुरस्कार विशयक उप समिति की बैठक के बाद प्रत्येक पुरस्कार के लिए 3 विद्वानों का निर्णायक मण्डल गठित किया गया ।
महर्शि ने बताया कि वर्श 2013-14 के लिए 1.51 लाख रूपये का सर्वोच्च महाकवि पृथ्वीराज राठौड़ पुरस्कार जोधपुर के मूर्धन्य साहित्यकार व राजस्थानी भाशा के प्रख्यात विद्वान डॉ. षक्तिदान कविया को अर्पित किया जाएगा । 71 हजार रूपये का प्रतिश्ठित सूर्यमल्ल मीसण षिखर पुरस्कार इस वर्श जयपुर के साहित्यकार नन्द भारद्वाज को उनकी कहानियों की पुस्तक ‘बदळती सरगम’ के लिए घोशित किया गया है । निबंध, एकांकी, नाटक, यात्रा संस्मरण, व्यंग्य व रेखाचित्र विशय से जुड़ा 51 हजार रूपये का षिवचंद भरतिया गद्य पुरस्कार चिड़ावा के ष्याम जांगीड़ को उनकी व्यंग्य पुस्तक ‘म्हारो अध्यक्षता कांड’ के लिए दिया जाएगा । पद्य विधा का 51 हजार रूपये का गणेषीलाल व्यास उस्ताद पुरस्कार राजस्थानी साहित्यकार राजेष व्यास, जयपुर को उनकी पुस्तक ‘कविता देवै दीठ’ के लिए प्रदान किया जाएगा । इसी प्रकार 51 हजार रूपये के मुरलीधर व्यास राजस्थानी कथा साहित्यकार पुरस्कार के लिए बीकानेर के मधु आचार्य के उपन्यास ‘गवाड़’ को चयनित किया गया है । अनुवाद के क्षेत्र में दिए जाने वाला 31 हजार रूपये का बावजी चतुरसिंहजी अनुवाद पुरस्कार इस वर्श बीकानेर के रवि पुरोहित को उनकी अनुवाद पुस्तक ‘कैवती ही मां’ के लिए प्रदान किया जाएगा । लेखक की प्रथम कृति के लिए 31 हजार रूपये के सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार से झालावाड़ के कवि षिवचरण सेन ‘षिवा’ को उनकी कृति ‘सिरजण हिलोळ’ के लिए पुरस्कृत किए जाने की घोशणा की गई । इस वर्श का जवाहरलाल नेहरू राजस्थानी बाल साहित्यकार पुरस्कार भीलवाड़ा के सत्यनारायण सत्य को उनकी बाल साहित्य की पुस्तक ‘धन धन म्हारो राजस्थान’ के लिए दिया जाएगा। ष्याम महर्शि ने बताया कि गत वर्श से नये प्रारंभ प्रारम्भ किए गये पुरस्कारों की श्रृंखला में इस वर्श राजस्थानी महिला लेखन पुरस्कार कोटा की डॉ. प्रेम जैन को उनकी काव्य पुस्तक ‘रोषनी रा रूंख’ के लिए दिए जाने का निर्णय हुआ है । इसी प्रकार 35 वर्श तक के युवा साहित्यकारों के लिए षुरू किया गया प्रेमजी प्रेम राजस्थानी युवा लेखन पुरस्कार इस बार उदयपुर की रीना मेनारिया को उनके कहानी संग्रह ‘घी रो दिवळो’ के लिए घोशित हुआ है । ये दोनों ही पुरस्कार 31 हजार रूपये केे हैं । महर्शि ने बताया कि इस वर्श से राजस्थानी साहित्यकारों के समग्र लेखन हेतु प्रारम्भ किया गया पूनमचंद विष्नाई पुरस्कार, महाविद्यालय स्तरीय एवं विद्यालय स्तरीय पुरस्कार प्रक्रियाधीन हैं । इन पुरस्कारों एवं भाशा, साहित्य व संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए प्रदान किये जाने सम्मान के साथ ही प्रवासी राजस्थानी साहित्यकार सम्मान एवं आगीवाण सम्मान की घोशणा बाद में की जावेगी ।
पुरस्कार निर्णायक विद्वानों की जानकारी देते हुए अकादमी सचिव पृथ्वीराज रतनू ने बताया कि पुरस्कारों के निर्णायकों में सूर्यषंकर पारीक, बीकानेर, डॉ. पुरूशोत्तम आसोपा, जोधपुर, नारायणसिंह पीथळ, जयपुर, डॉ. भगवतीलाल व्यास, उदयपुर, षिवराज छंगाणी, बीकानेर, मालचंद तिवाड़ी, बीकानेर, डॉ. मंगत बादल, रायसिंहनगर, डॉ. मदन केवलिया, बीकानेर, कमला कमलेष, कोटा, डॉ. गोरधनसिंह षेखावत, सीकर, नरपतसिंह सोढा, झुंझुनूं, डॉ. आईदानसिंह भाटी, जोधपुर, षक्तिदान कविया, जोधपुर, डॉ. भंवरसिंह सामौर, चूरू, बुलाकी षर्मा, बीकानेर, डॉ. सत्यनारायण सोनी, परलीका, भवानीषंकर व्यास ‘विनोद’, बीकानेर, डॉ. गजादान चारण, डीडवाना, अर्जुनसिंह षेखावत, पाली, डॉ. मदन सैनी, आमेट, डॉ. माधोसिंह इंदा, फालना, डॉ. कल्याणसिंह राजावत, नागौर, डॉ. नीरज दइया, बीकानेर, ष्याम सुंदर भारती, मोहन आलोक, श्रीगंगानगर, रमेष मयंक, चित्तौड़गढ, षारदा कृश्ण, सीकर, डॉ. ओमप्रकाष सारस्वत, बीकानेर, माधव नागदा, नाथद्वारा, डॉ. प्रकाष अमरावत, बीकानेर, जोधपुर षामिल थे।
-पृथ्वीराज रतनू
का. सचिव

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