मुस्लिम भाईयों के साथ खून का खेल खेला-वसुन्धरा

vजैतारण / बिलाड़ा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि प्रदेश में आग लगाने का काम कांग्रेस करती है। मुख्यमंत्री शायद भूल गये हैं कि उनके कार्यकाल में 24 साम्प्रदायिक दंगे और 80 साम्प्रदायिक तनाव की घटनाएं हुई है, जबकि वे गृहमंत्री भी है। जिनका कार्यकाल इतिहास में साम्प्रदायिक दंगों के लिए सबसे ज्यादा दागदार रहा है। जिसे सदियों तक नहीं भूला जा सकेगा। क्या वे गोपालगढ़, सूरवाल और हाल ही में हुई टोंक की घटना को भूल गये। जहां उनकी सरकार ने मुस्लिम भाईयों के साथ खून का खेल खेला और आज वे भाजपा पर आरोप लगाते हैं। राजे पाली जिले के जैतारण और जोधपुर जिले के बिलाड़ा कस्बों में 25-25 हजार लोगों की विशाल जनसभाओं को सम्बोधित कर रही थी।
कांग्रेस सरकार बेच खाएगी राजस्थान
राजे ने कहा पूरे प्रदेश में जमीनों की सौदेबाजी हो रही है। सरकारी भू-माफिया पनप रहे हैं। यही हाल रहा तो यह सरकार पूरे राजस्थान को बेच खायेगी। ऐसी सरकार जो पूरी तरह से भ्रष्ट हो, जिसने जनता को नहीं खुद को विकसित किया हो, उसे उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है।
कांग्रेस की भाषा का जवाब देगी जनता
पाली जिले के जादन गांव में एक विकलांग बालिका भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे का भाषण सुनते हुए
पाली जिले के जादन गांव में एक विकलांग बालिका भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे का भाषण सुनते हुए

राजे ने कहा कि कांग्रेस के नेता महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते हैं। एक मंत्री ने पंचायतराज के अधिकार दिये जाने की घोषणा पर कहा था कि अब नर्सों की चोटियां जनप्रतिनिधियों के हाथ में आ जायेगी। अब मुफ्त लैपटॉप और साईकिल के लिए दिये जा रहे चैक के बाद कांग्रेस के विधायक कह रहे हैं कि इस पैसे से छात्राएं क्रीम पाउडर जरूर खरीदंे। कांग्रेस के नेताआंे की इस भाषा का जवाब महिलाएं चुनाव में देगी। खुद महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष कह रही है कि राजस्थान में लड़कियां पांच-पांच हजार रुपये में बिक रही है।

कर्मचारियों की बात सुने मुख्यमंत्री
राजे ने मंत्रालिक कर्मचारियों की हड़ताल पर कहा कि कर्मचारी भी इस समाज और सरकार के अंग है। मुख्यमंत्री को कम से कम उनकी बात तो सुनना चाहिए। रास्ता कर्मचारियों को प्रताड़ित करने से नहीं उनको विश्वास में लेने से निकलेगा।
नौकरियों की घोषणाएं युवाओं से छलावा
राजे ने कहा कि 21 हजार 436 भर्तियां ऐसी है, जिनकी घोषणाएं पिछले एक साल में मंत्रियांे ने की है, लेकिन ये नियुक्तियां नहीं हुई। 12 हजार से अधिक पदों की भर्तियां न्यायालय में विचाराधीन है। कांग्रेस ने घोषणा की थी कि पांच साल में 10 लाख युवाओं को नौकरी देगी, लेकिन कांग्रेस ने अब तक करीब       55 हजार नौकरियां दी है और करीब 50 हजार कर्मचारियों को सेवानिवृति। इसका सीधा-सीधा अर्थ है सरकार ने अब तक सिर्फ 4-5 हजार पद ही भरे हैं।
9वीं अनुसूचि में क्यों नहीं डलवाया
राजे ने कहा कि उनकी सरकार ने 5 प्रतिशत गुर्जरों सहित विशेष पिछड़ा वर्ग तथा 14 प्रतिशत आर्थिक रूप से गरीब सवर्णाें को आरक्षण दिलाने के लिए विधानसभा में आरक्षण विधेयक 2008 संकल्प के साथ पारित किया था। यदि ये विधेयक 9वीं अनुसूचि में शामिल हो जाता तो इन सभी वर्गाें को न्याय मिल जाता। केन्द्र में नमोनारायण मीणा और सचिन पायलेट मंत्री है फिर भी ये बिल 9वीं अनुसूची में नहीं जुड़ा। क्या यही है कड़ी से कड़ी जुड़ने का परिणाम।
ये रहे मौजूद- राष्ट्रीय सचिव भूपेन्द्र यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल, पूर्व मंत्री जर्नादन गहलोत, सुरेन्द्र गोयल, लक्ष्मी नारायण दवे, रामनारायण डूडी, पूर्व सांसद पुष्प जैन, जसवंत विश्नोई, विधायक अर्जुन गर्ग, कमसा मेघवाल, संजना आगरी, प्रमिला कुन्डेरा, अखिल शुक्ला, प्रदेश महामंत्री रामचरण बोहरा, हज कमेटी के पूर्व चेयरमेन फिरोज खान, पाली जिलाध्यक्ष महेन्द्र बोहरा, जोधपुर ग्रामीण जिलाध्यक्ष गजेसिंह सरेचा, पूर्व जिला प्रमुख अमिता चौधरी, पूर्व विधायक जोगाराम पटेल।
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