गहलोत ने प्रतिद्वंदियों को हटाने के लिए अपनाए हथकण्डे

Photo News 001भोपालगढ़/ ओसियां/ जोधपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले में खूब गरजी। उन्होंने प्रदेश को बदहाल बनाने के लिए मुख्यमंत्री से माफी मांगने के लिए भी कहा। भंवरी प्रकरण में उन्होंने साफ कहा कि भंवरी देवी मुख्यमंत्री से मिली थी। यदि मुख्यमंत्री समय रहते एक्शन ले लेते तो भंवरी की जान भी नहीं जाती और यह प्रकरण इतना उलझता भी नहीं। राजे ने सवाल किया कि एक सीडी की जांच तो हो गई, बाकी 151 सीडी कहां गई? मुख्यमंत्री इसका जवाब दें। मीडिया में खबरें आई थी कि इसमें कांग्रेस के बड़े-बडे़ नेताओं के नाम है। सीबीआई मुख्यमंत्री से पूछे। उन्होंने साफ कहा राजनीति में प्रतिद्वंदिता होना सहज है, लेकिन अपने प्रतिद्वंदियों को हटाने के लिए इस लेवल पर जाना पडेे़, यह राजधर्म नहीं है। मुख्यमंत्री ने अपने प्रतिद्वंदियों को रास्ते से हटाना चाहते थे। इसलिये उन्होंने ऐसे हथकण्डे अपनाये।
श्रीमती राजे सुराज संकल्प यात्रा के दौरान जोधपुर जिले के भोपालगढ़ और ओसियां कस्बों में दो बड़ी-बड़ी सभाओं को सम्बोधित कर रही थी।
मुख्यमंत्री माफी मांगे 
राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि भाजपा ने जिस प्रदेश में राज किया, उसे बर्बाद किया। जबकि सच तो यह है कांग्रेस 65 साल से देश को बर्बाद करती आ रही है। खुद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राजस्थान को देश का सबसे पिछड़ा प्रदेश बता रहे हैं, क्योंकि राजस्थान की विकास दर 5 प्रतिशत रह गई है, जबकि बिहार की विकास दर 16 प्रतिशत है। राजे ने गुजरात, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा वहां विकास की पर्याय बनी हुई है, जबकि राजस्थान में कांग्रेस विनाश की प्रतीक। मुख्यमंत्री ने साढे चार साल तक जनता से झूंठ बोला और प्रदेश को पिछड़ेपन के गड्ढे में पहुंचाया है। इसलिये प्रदेश की जनता से वे माफी मांगे।
मोदी के नाम से डराती है कांग्रेस
राजे ने कहा कि कांग्रेस डराती है कि मोदी आ जायेगा तो खा जायेगा, जबकि भाजपा 36 की 36 कौमों और सभी मजहबों को साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है। राजस्थान में पिछले साढे चार साल में गोपालगढ़, सूरवाल और टोंक की घटनाओं से स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस सरकार में अल्पसंख्यक भाई सुरक्षित नहीं है। उन्होंने वादा किया कि वे राजस्थान में शांति प्रिय वातावरण देंगी।
कुछ भी ले लो वोट दे दो
राजे ने कहा कि कांग्रेस घबराई हुई है। इसीलिये कभी उसके मंत्री बच्चों से पैसों के बदले वोट की मांग करते हैं तो कभी विधानसभा अध्यक्ष वोटों के लिए नोटों का लालच देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष का सार्वजनिक रूप से कहना कि अमुख पंचायत से उन्हें 80 फीसदी वोट मिले, तो वे उसे एक करोड़ रुपये और बूथ पर शत-प्रतिशत वोट मिले तो वे उस बूथ को खुद की तरफ से 50 लाख रुपये देंगे। कांग्रेस भले ही नोटों की झड़ी लगा दे, लेकिन राजस्थान का मतदाता ईमानदार और स्वाभिमानी है, जो कांग्रेस के लालच में आने वाला नहीं है।
भुट्टे का लिया जायका
राजे ने भोपालगढ़ तहसील के रूदिया गांव में स्वागत के लिए रुकी तो वहां मौजूद अर्जुन सियाग और उसकी पत्नी ने उनसे चाय पीने और भुट्टा खाने का आग्रह किया। राजे उनके घर रुकी, उस परिवार के साथ चाय भी पी और भुट्टा भी खाया।
ये रहे मौजूद- राष्ट्रीय सचिव भूपेन्द्र यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल, सांसद अर्जुन मेघवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, पूर्व मंत्री जर्नादन गहलोत, राजेन्द्र गहलोत, रामनारायण डूडी, पूर्व सांसद पुष्प जैन, जसवंत विश्नोई, विधायक कमसा मेघवाल, जोधपुर ग्रामीण जिलाध्यक्ष गजेसिंह सरेचा, पूर्व जिला प्रमुख अमिता चौधरी।
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