राज्य के कांग्रेसी नेताओं की क्लास लेंगे राहुल

rahul gandhiजयपुर। राजस्थान कांग्रेस में बढ़ रही गुटबाजी और मंत्रियों, सांसदों, विधायकों के खिलाफ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा ही लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों की गुंज अब दिल्ली तक पहुंच गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी गुरदास कामत द्वारा पिछले दिनों दो दिन तक जयपुर में राज्य के वरिष्ठ नेताओं, जिला और ब्लाक स्तर तक के पदाधिकारियों की ली गई बैठक में अधिकांश नेताओं ने मंत्रियों के नकारा होने, भ्रष्टाचार, कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की सरकार में सुनवाई नहीं होने और संगठन कमजोर होने के आरोप लगाए। एक-दो बार तो कामत के सामने ही नेता और कार्यकर्ताओं में जोरदार तकरार भी हुई।

इन बैठकों के बाद कामत ने राज्य के वरिष्ठ नेता कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सी.पी.जोशी, मोहनप्रकाश सहित केन्द्र में राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर रहे मंत्रियों से भी अलग से बातचीत की। इन मुलाकातों में मिले फीडबैक की रिपोर्ट कामत ने राहुल गांधी को सौंप दी। इसी तरह से आगामी विधानसभा चुनाव में संभावित प्रत्याशी तलाशने के लिए आलाकमान की ओर से भेजे गए पर्यवेक्षकों ने भी दो दिन पहले राहुल गांधी को रिपोर्ट सौंप दी। ये पर्यवेक्षक विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ नेता है। दोनों ही रिर्पोटों में यह तो कहा गया कि राज्य सरकार की योजनाएं अच्छी है, लेकिन इनका क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा। इसके साथ ही गुटबाजी सहित अन्य मुद्दों का भी हवाला दिया गया। इसी सम्बन्ध में उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कामत, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान केन्द्र में राज्य में मंत्रियों और प्रदेश के चुनिंदा नेताओं को बुधवार को दिल्ली बुलाया है। संभावना है कि प्रदेश में गुटबाजी और चुनावी रणनीति को लेकर राहुल कठोर फैसले और कड़े निर्देश दे सकते हैं। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव सीपी जोशी, मोहनप्रकाश, केन्द्रीय मंत्रियों शीशराम ओला, गिरीजा व्यास, सचिन पायलट, जितेन्द्र सिंह, लालचंद कटारिया को भी बुलाया गया है।

error: Content is protected !!