ईद पर बीकानेर में कई जगह अदा की जाएगी नमाज

eidत्याग व विशेष इबादत के रमजानुल मुबारक माह के बाद ईद खुशियों तथा आपसी भाई चारे, प्रेम, मुहब्बत का संदेश लेकर आई है। ईद पर विश्वकर्मा गेट व नया शहर थाने के पास स्थित बड़ी ईदगाह सहित शहर की 6 दर्जन से अधिक मजिस्दों, गंगाशहर मार्ग, रिड़मलसर सहित अनेक स्थानों की ईदगाहों मे ईद की नमाज पढ़ी जाएगी। बड़ी ईदगाह में सुबह साढ़े नौ बजे शहर काजी मुश्ताक अहमद के सान्निध्य में नायब सदर शाहनवाज नमाज अदा करेंगे तथा ईदगाह कमेटी के संरक्षक हाफिज फरमान अली तकरीर करेंगे। मुल्क में अमनो अमान, शांति, तरक्की तथा आपसी भाई चारे व एकता की दुआ की जाएगी।
ईद का फितरा– रमजान के एक माह बाद आने वाली ईद पर फितरा गरीबों को दिया जाना जरूरी होता है। फितरा उन लोगोंं पर वाजिब है जो आर्थिक रूप से सक्षम है। जिन पर जकात कर्ज होती है। फितरे के रूप में गरीबों को अनाज या उसकी कीमत रुपयों में दी जाती है। परिवार के प्रति व्यक्ति फितरा 2 किलो और 50 ग्राम गेहूं अथवा उसकी कीमत अदा करनी होती है। नमाज से पहले फितरा अदा करना जरूरी है।
बीकानेर के लोग अधिक संख्या में रोजे रखते है तथा ईमानदारी से फितरा अदा करते है। इसलिए देश के विभिन्न इलाकों से यतीम, असहाय, निशक्तजन भी बड़ी संख्या में आते है। इन यतीमों व असहायों ने ईद से एक दिन पूर्व ही बड़ी ईदगाह के पास डेरा डाल लिया।
मीठी सेवइयां- ईद पर हर घर में दूध के साथ मीठी सेवइयां जाएगी। ईद से एक दिन पूर्व गुरुवार को ही सेवाइयां व दूध की व्यवस्था कर ली गई। ईद पर सेवइयां बनाने के पीछे भी राज यह है कि रमजान माह के दौरान नेक अमल के साथ रोजा रखने से रोजेदार रूहानी तौर पर तो ताकतवर हो जाता है लेकिन जिस्मानी तौर पर कमजोर हो जाता है। इसलिए ऐसा पकवान बनाया जाता है जिससे आसानी से हजम हो सके। सेवइयों की खीर हल्का व आसानी से पकने वाला पारम्परिक पकवान है। इसी पकवान से ईद की मुबारक बाद देने वालों की खिदमत व आवभगत की जाएगी। ईद की सेवइयां संदेश देती है कि दूध की तरह गुणकारी बनो तथा शकर की तरह वाणी व व्यवहार में मार्धुय लावो।
बाजारों में खरीदारी- ईद के एक दिन पूर्व गुरुवार देर रात तक मुस्लिम मोहल्लों की दुकानों के साथ कोटगेट, तोलियासर भैरव गली व बड़ा बाजार क्षेत्र की खान पान की वस्तुओं, रेडीमेड कपड़ों, टोपी व ईत्र इत्यादी की दुकानें खुली थी। इन दुकानों पर लोगों ने आवश्यकतानुसार सामान की खरीदारी ।
ईद पर कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। नगर निगम की ओर से ईदगाह व मुस्लिम मोहल्लों में सफाई की गई है। वही ईदगाह पर विशेष पुलिस नफरी तैनात की गई है। नगर विकास न्यास की ओर से ईदगाह का जीर्णोंद्घार कर उसका नया रूप दिया जा रहा है।
ईद के चांद का दीदार-ईद के चांद के दीदार होने पर लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर मुबारक बाद दी। चांद के आगे बादल आने से शहर काजी मुश्ताक अहमद, ईदगाह कमेटी के संरक्षक हाफिज फरमान अली, जामा मस्जिद, बीकानेर के ईमाम गुलाम अहमद फरीदी व अन्य मौलवियों ने देश के विभिन्न इलाकों, विशेषकर दिल्ली के शाही ईमाम से बातचीत कर चांद के दीदार होने की शहादत लेने के बाद घोषणा की।
-विकास हर्ष,
सहायक निदेशक
सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय,
बीकानेर

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