विरासत की जानकारी के लिये भाषा ज्ञान आवष्यक-अरोड़ा

DSC_0096DSC_0120जयपुर। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर सिन्धी विषय लेकर शिक्षा सत्र 2013-14 में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि (छात्रवृति) वितरण की कड़ी में सोमवार, 12 अगस्त, 2013 को राजकीय सिन्धी मा0वि0, जवाहर नगर, जयपुर में राजस्थान फाउण्डेषन के उपाध्यक्ष एवं प्रदेष कांग्रेस उपाध्यक्ष माननीय श्री राजीव अरोड़ा के कर-कमलों द्वारा प्रोत्साहन राषि (छात्रवृति) वितरित की गई। विद्यालय प्रांगण में आयोजित प्रोत्साहन राषि वितरण समारोह के मुख्य अतिथि पद से बोलते हुये श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि सिन्धु घाटी सभ्यता विष्व में भारत को पहचान दिलाने वाली सबसे प्राचीन सभ्यता है। उन्होंने कहा कि अपनी प्राचीन विरासत के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिये भाषा का ज्ञान होना अत्यन्त आवष्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अत्यधिक हर्ष का विषय है कि विद्यालय के लगभग सभी विद्यार्थी सिन्धी विषय का अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रषंसा करते हुये कहा कि प्रदेष में स्थापित समस्त अकादमियों में सिन्धी अकादमी सबसे अच्छा कार्य कर रही है। उन्होंने सिन्धी षिक्षकों की नियुक्ति के लिये माननीय मुख्यमंत्री से बात करने का भी आष्वासन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये अकादमी अध्यक्ष श्री नरेष कुमार चन्दनानी ने अपने उद्बोधन में अकादमी की योजनाओं एवं गतिविधियों पर प्रकाष डालते हुये कहा कि अकादमी द्वारा वित्तीय वर्ष के दौरान 6.00 लाख रू. की प्रोत्साहन राषि/छात्रवृति वितरित की जानी है और आज इस विद्यालय से इसकी शुरूआत की गई है। उन्होंने बताया कि विद्यालय के लगभग 437 विद्यार्थियों को छात्रवृति वितरित की गई। अकादमी द्वारा राज्य के अन्य स्थानों पर शीघ्र ही प्रोत्साहन राषि वितरित किये जाने की योजना तैयार की गई है।
समारोह में समाज के गणमान्य व्यक्ति, अकादमी सदस्य, विद्यालय के प्राचार्य एवं षिक्षकगण आदि उपस्थित थे।
-दीपचन्द तनवानी
सचिव

error: Content is protected !!