सिर्फ 2 मिनट में हुआ फैसला, पूरे माह जेल में रहेंगे आसाराम

Asaram_Bapu_rape_0_0जोधपुर। नाबालिग से यौन शोषण के आरोप में घिरे आसाराम की जमानत याचिका पर सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई होने से पहले ही जोधपुर कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि को बढ़ाकर 30 सितंबर तक कर दिया। यह फैसला महज दो मिनट में ही हो गया। अब यदि उनकी जमानत नहीं होती है तो उन्हें ये पूरा माह जेल में ही काटना होगा। उन्हें दो सितंबर को जेल भेजा गया था। दूसरी ओर आसाराम की तरफ से हाईकोर्ट में उनकी पैरवी आज सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी करेंगे।

वहीं दूसरी ओर आज ही आसाराम की न्यायिक हिरासत की अवधि भी समाप्त हो रही है, लिहाजा आज उन्हें जोधपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस बीच एक ओडियो टेप ने आसाराम की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। इस टेप में पीड़ित के परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है।

आसाराम की जमानत याचिका को निचली अदालत पहले ही रद कर चुकी है। इसके अलावा कोर्ट ने आसाराम की वह याचिका भी ठुकरा दी जिसमें उन्होंने घर का खाना, बिस्तर और इलाज के लिए महिला वैद्य की मांग की थी। कोर्ट के आदेश पर जब उनकी मेडिकल जांच की गई तो उसमें वह पूरी तरह से फिट पाए गए। एक बार जमानत याचिका रद होने और मेडिकल जांच में फिट पाए जाने के बाद से ही आसाराम के तेवर भी सख्त हो गए हैं।

गुस्साए आसाराम ने एक बार तो यहां तक कह दिया कि ‘अति हो गई है जुल्म की’। मेडिकल जांच के दौरान उन्होंने खून देने से भी मना कर दिया था। जमानत के लिए बेताब आसाराम ने इस बार राम जेठमलानी को अपनी पैरवी करने के लिए आगे किया है। आसाराम की मुश्किलें दिनों दिन कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गुजरात समेत कुछ और जगहों पर भी उनके आश्रमों को प्रशासन ने समाप्त कर दिया है।

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