भीलवाड़ा : पार्षदों में हुई हाथापाई, सभापति पर फेंकी स्याही

नगर परिषद बोर्ड की 30 मिनट की मीटिंग में 28 मिनट हंगामा, दो कांग्रेसी पार्षद एक साल के लिए निष्कासित

भीलवाड़ा : विकास के मुद्दों को भुलाकर नगर परिषद बोर्ड मीटिंग में सोमवार को कांग्रेसी और भाजपा पार्षदों के बीच जमकर हाथापाई हुई। सभापति अनिल बल्दवा और उप सभापति दिनेश शर्मा पर पार्षदों ने स्याही फैंक दी। 30 मिनट चली मीटिंग में 28 मिनट तक हाथापाई और हंगामा हुआ। कुछ पार्षद टेबल-कुर्सियों पर चढ़ गए। अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया। सभापति की टेबल का माइक तोड़ दिया।
गुस्साए सभापति बल्दवा ने कांग्रेसी पार्षद धर्मेंद्र पारीक और जितेंद्रसिंह राजावत को एक साल के लिए सदन से निष्कासन की घोषणा कर दी।

पार्षदों को समझाते सभापति अनिल बल्दवा

पूरे समय हंगामे के कारण एजेंडा के16 बिंदुओं में से एक र भी चर्चा नहीं हुई। दोपहर 3:08 बजे मीटिंग शुरू हुई। सभापति बल्दवा ने प्रोसिडिंग पढऩा शुरू किया कि कांग्रेसी पार्षद धर्मेंद्र पारीक ने एजेंडा की कॉपी उछालते हुए सभापति को दुकान बंद करने के लिए कहा। कांग्रेसी पार्षद जितेंद्रसिंह राजावत ने भी वार्ड की समस्याओं के फोटो सभापति पर उछाल दिए। इससे क्षुब्ध भाजपा पार्षद सदन की कार्रवाई रुकवाकर दोनों कांग्रेसी पार्षदों को निष्कासित करने की मांग करने लगे। विरोध में दोनों कांग्रेसी पार्षद हॉल से बाहर निकालकर दिखाने की बात कहते हुए हंगामा करने लगे। इस हंगामे के दौरान किसी ने सभापति और उप सभापति पर स्याही फैंक दी। सभापति ने दोनों कांग्रेसी पार्षदों को एक साल के लिए सदन से निष्कासित करने की घोषणा करते हुए पांच मिनट में हॉल से बाहर जाने के लिए कहा। उनके बाहर नहीं जाने पर मीटिंग स्थगित करने की बात भी उन्होंने कही। दोनों पार्षद हॉल से बाहर नहीं निकले तो सभापति मीटिंग स्थगित कर बाहर निकल गए।

आयुक्त से उलझे
हंगामे में कांग्रेसी पार्षद मनोज पालीवाल ने आयुक्त रुस्तमअली शेख को कहा कि स्याही कांग्रेसी पार्षदों ने नहीं फेंकी। इस पर आयुक्त गुस्साए और पालीवाल से कहा कि तू तो अंधा हो रहा है लेकिन मेरी आंखें खुली थी।

निंदा प्रस्ताव पारित
मीटिंग स्थगित होने के बाद भाजपा पार्षदों की मीटिंग में कांग्रेसी पार्षदों के अमर्यादित आचरण पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।

कहां से आई स्याही, पहली घटना
हंगामे के बाद मीटिंग समाप्त होने पर पार्षदों व अधिकारियों में इस बात की चर्चा रही कि आखिर सदन में स्याही कहां से आई। जबकि सदन में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं जिसके तहत स्याही का उपयोग होता हो। बुजुर्ग पार्षद और परिषद कर्मचारियों का कहना था कि पहली बार परिषद मीटिंग में सभापति पर स्याही फेंकी गई है।

होमगाड्र्स ने छुड़ाया, पुलिस भी आई
हंगामा व हाथापाई से माहौल इतना बिगड़ गया कि होमगार्ड के जवानों ने पार्षदों का बीचबचाव किया। परिषद प्रशासन ने कोतवाली पुलिस को भी बुलाया। हालांकि पुलिसकर्मी ऊपर मीटिंग हॉल में नहीं आए।

इन पार्षदों में हुई हाथापाई
कांग्रेसी पार्षद जितेंद्रसिंह राजावत, धर्मेंद्र पारीक, मनोज पालीवाल तथा भाजपा पार्षद ललित अग्रवाल, अनिल जैन, मुकेश शर्मा, प्रकाश भील, नंदलाल माली व नंदलाल गुर्जर के बीच हाथापाई हुई।

छह पार्षद बर्खास्त करने की मांग
भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस के छह पार्षदों को बर्खास्त करने की मांग करते हुए हंगामा किया जिससे सदन की कार्रवाई नहीं चली। दो पार्षदों को बर्खास्त करने के बाद भाजपा पार्षद शांत हुए।

अधिकांश महिला पार्षद बैठी रहीं
इस पूरे हंगामे के दौरान अधिकांश महिला पार्षद अपनी सीट पर बैठीं रहीं। मंजू पोखरना ने विरोध जताया कि घर की बात में पुलिस को क्यों बुलाया। भाजपा पार्षद ज्योति आशीर्वाद और निशा जैन ने कांग्रेसी पार्षदों की बर्खास्तगी की मांग की।

कांग्रेसी पार्षद जितेंद्रसिंह राजावत ने स्याही और धर्मेंद्र पारीक ने एजेंडे की कॉपी फेंकी। सब प्री प्लान था। यह सदन पर हमला है। दोनों को एक साल के लिए सदन से निष्कासित कर दिया। अगली बोर्ड मीटिंग में हॉल में सीसी टीवी कैमरे लगाएंगे। हॉल में घुसने से पहले पार्षदों की चैकिंग होगी। वे आज स्याही लाए थे कल तेजाब और गन भी ला सकते हैं। कांग्रेसी पार्षद विकास नहीं चाहते।
अनिल बल्दवा, सभापति, नगर परिषद

लीगल एडवाइज लेकर दोनों पार्षदों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। दोनों ने गैर कानूनी काम कर सदन में विघ्न पैदा किया है।
रुस्तमअली शेख, आयुक्त नगर परिषद

स्याही किसने फेंकी मुझे मालूम नहीं। सभापति को पार्षदों के निष्कासन का अधिकार नहीं है। मामला राज्य सरकार तक ले जाएंगे। हॉल में घुसने से पहले पार्षदों की चैकिंग का निर्णय जनप्रतिनिधियों का अपमान है।
अब्दुल सलाम, नेता प्रतिपक्ष, नगर परिषद

मैने स्याही नहीं फेंकी, मैं तो वार्ड की समस्या वाले फोटो लेकर गया था।
जितेंद्रसिंह राजावत कांग्रेसी पार्षद

मैने एजेंडे की कॉपी किसी पर नहीं फेंकी। मैं तो जिंदल द्वारा पार्कों की मेंटीनेंस का अनुबंध पत्र दिखा रहा था, जिंदल उसके अनुसार काम नहीं कर रहा।
धर्मेंद्र पारीक, कांग्रेसी पार्षद

 

-रमेश पेसवानी

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