गहलोत त्यागपत्र दें-किरण

उदयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव व विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि भाजपा के मुख्य सचेतक राजेन्द्र राठोड़ के प्रकरण में न्यायिक निर्णय राजस्थान सरकार और कांग्रेस पार्टी के मूंह पर करारा तमाचा है। मुख्यमंत्री में यदि तनिक सी भी नैतिकता है तो उन्हें त्याग पत्र दे देना चाहिए। राजनीतिक द्वेषता से जन प्रतिनिधियों को झूठे आरोपों में बंदी बनाना लोकतंत्र के विरुद्ध गंभीर अपराध है।

किरण ने कहा कि बिना किसी सुसंगत कारण के एक विधायक को यदि 56 दिनों तक बंदी बना कर रखा जा सकता है तो साधारण नागरिकों की स्थिति क्या होगी, यह समझा जा सकता है। इस प्रकरण में राजनीतिक दबाव में काम करने वाले केन्द्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों को बंदी बनाया जाना चाहिए। उनके विरुद्ध नागरिक स्वतंत्रता का अपहरण, विधि विरुद्ध कार्य करने एवं शासन की लोकतांत्रिक छवि भंग करने के गम्भीर अपराधों का वाद चलाया जाना चाहिए। प्रवक्ता अनिल चतुर्वेदी, अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश उपाध्यक्ष इकराम कुरैशी, पूर्व उपसभापति विरेन्द्र बापना, गोविन्द दीक्षित, आजाद उदावत, चेतन सनाढय, राजेश शर्मा, रेखा उंटवाल, सुनील कोठारी, निर्मला तलेसरा, उर्मिला भंडारी, आशा गेलड़ा, अनिता दरक, मंजु शर्मा, के.एल समदानी, नरेश पंवार, विजय प्रकाश विपल्वी ने भी राजेन्द्र राठोड़ को सभी आरोपों से उन्मोचित किए जाने पर हर्ष व्यक्त किया और कहा कि सारा प्रकरण कांग्रेस का राजनीतिक षडय़ंत्र था।

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