सरदार पटेल छदम् धर्म निरपेक्षता के विरूद्ध थे : किरण

kiran4उदयपुर। सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के लिेए पूर्ण समर्पित थे। वे धर्म निरपेक्षता और तुष्टिकरण को एक समान नहीं मानते थे। उनकी दृष्टि मे कश्मीर समस्या सांप्रदायिक समस्या नहीं थी, यह पाकिस्तान द्वारा भारत की प्रभुसत्ता पर सीधा हमला था। उक्त विचार भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें सरदार पटेल के जन्मदिवस पर उन्हें श्रृद्धांजली देते हुए व्यक्त किए।
किरण नें कहा कि देश की एकता के लिए सरदार पटेल की भूमिका की कांग्रेस नें सदैव अवहेलना की। 1946 में कांग्रेस की 16 में से 13 प्रदेश समितियाँ सरदार पटेल को अध्यक्ष एवं भावी प्रधानमंत्री बनाना चाहती थी। किन्तु बहुमत की उपेक्षा करके नेहरूजी को प्रधानमंत्री बनाने की ऐतिहासिक भूल कर दी गई। आज कांग्रेस नेताओं का सरदार पटेल पर उमड़ रहा प्रेम पाखण्ड की पराकाष्ठा है।
किरण ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे गुजरात में बन रही विश्व की सबसे बड़ी एकता की प्रतिमा के लिए पुराने लोह उपकरण भेंट करें। यह प्रतिमा भारत के स्वाभिमान और शौर्य की प्रतीक है।

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