नरेश बागानी ने दी अजमेर को अनूठी सौगात

अजमेर के सुपरिचित व्यवसायी व सिंधी सोशल ग्रुप अजमेराइट्स के अध्यक्ष नरेश बागानी का सपना आखिर साकार हो गया। उनके प्रयासों से रीजनल कॉलेज के सामने आनासागर चौपाटी पर बने आई लव अजमेर के नाम से सैल्फी पॉइंट का स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर लोकार्पण हो गया। वे इस ईवेंट को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते थे, इस कारण जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा व अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त निशांत जैन के हाथों ही लोकार्पण करवाने का निश्चय किया।

नरेश बागानी
संयोग से चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा अजमेर में ही थे और उन्होंने अचानक एक कार्यक्रम में उन्हें बुलवा लिया, इस कारण वे नहीं आ पाए। मगर अपने प्रतिनिधि के रूप में प्रशिक्षु आईएएस व उपखंड अधिकारी डॉ. अर्पिता शुक्ला को भिजवा दिया। निशांत जैन व डॉ. अर्पिता ने मिल कर इसका औपचारिक लोकार्पण किया। कासलीवाल अस्वस्थता के करण नहीं आ पाए।
तकरीबन तीन साल पहले एक बार नरेश बागानी ने मुझे बताया था कि वे अजमेर को कोई अनूठी सौगात देना चाहते हैं। वे इस दिशा में लगे रहे। अजमेर विकास प्राधिकरण व अजमेर नगर निगम के चक्कर लगाते थे, मगर कभी कानूनी पेचीदगियों और कभी आचार संहिता के कारण मामला लंबित बना रहा। कोई दो माह पहले वे मिले और जानकारी दी कि अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है।
सुरेश कासलीवाल
इस पर मैं और पत्रकार व महिल समाजसेवी राशिका महर्षि उन्हें अजयमेरू प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेश कासलीवाल के पास ले गये और स्मार्ट सिटी होने जा रहे अजमेर में इस सैल्फी पॉइंट की चर्चा की। कासलीवाल को प्रस्ताव पसंद आया और उन्होंने जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा से बात की। शर्मा को भी बात जंची और उन्होंने प्रस्ताव बना कर भेजने को कहा। बागानी ने अपनी संस्था सिंधी सोशल ग्रुप अजमेराइट्स के बैनर पर आवेदन किया, जिसे शर्मा ने जरूरी औपचाकिताओं के बाद मंजूरी दी, जिसमें प्राधिकरण के आयुक्त जैन का भी सहयोग रहा। औपचारिकताओं को पूरा करवाने में कासलीवाल ने अहम भूमिका निभाई। इस सिलसिले में मैने भी कासलीवाल, बागानी व राशिका के साथ दो-तीन बार प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ मौके का दौरा किया। सभी के सुझावों का समाहित करते हुए सैल्फी पॉइंट की तैयारियां अंतिम चरण में थी कि बागानी की मुलाकात हरीश गिदवानी से हुई और उन्होंने अपनी ओर से भी आर्थिक सहयोग का प्रस्ताव रखा। बागानी तुरंत राजी हो गए। दोनों ने दिन रात एक कर यह सौगात तैयार करवाई, जो अब आनासागर चौपाटी पर शोभा बढ़ा रही है।
बागानी ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने इस प्रकार का सैल्फी पॉइंट अमेरिका में देखा था। वहीं से उन्हें प्रेरणा मिली। उसके बाद दुबई, मुंबई व मद्रास में भी ऐसे सेल्फी पॉइंट देखे। अब अपना सपना पूरा होने पर वे बेहद खुश हैं। बेशक यह निर्जीव पत्थर से बना है, मगर लोकार्पण के दौरान उमड़ी भीड़ ने इसे सजीव बना दिया है।
बागानी ने बताया कि उनकी संस्था अजमेर के हित में कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी। गिदवानी ने घोषणा की कि अगली 15 अगस्त के आसपास एक और सौगात दी जाएगी। बागानी ने बताया कि संस्था के संरक्षक छांगोमल जेठानी, उपाध्यक्ष प्रदीप जेठानी, सचिव दीपक साधवानी, कोषाध्यक्ष कमल मूलचंदानी, गिरीश लालवानी, सुरेश प्रियानी, राम असवानी, मोती जेठानी, विजय साधवानी, राजा जेठानी, राजेश लुधानी, मनोज मधुरम, अशोक दासानी, शेवक पंजवानी, ललित नागरानी, रमेश शिवनानी, सुनिल लालवानी आदि का उन्हें भरपूर सहयोग मिला है।
-तेजवानी गिरधर
7742067000

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