नेहरू-पटेल के रिश्तो पर सबसे प्रामाणिक दस्तावेज

डा. जे.के.गर्ग
इलाहाबाद के कांग्रेस नेता श्री श्याम कृष्ण पांडे जी के परिवार के पास उपलब्ध दुर्लभ किताब है : “नेहरू अभिनंदन ग्रन्थ”….

31 अक्टूबर 2018 को सरदार पटेल की भव्य विशालकाय, संसार की सबसे ऊँची प्रतिमा राष्ट्र को समर्पित की जाएगी

इलाहाबाद के कांग्रेस नेता श्री श्याम कृष्ण पांडे जी के परिवार के पास एक दुर्लभ किताब है : “नेहरू अभिनंदन ग्रन्थ”..715 पन्नो की महान दुर्लभ कृति है ये..ये किताब नेहरू-पटेल के रिश्तो पर सबसे प्रामाणिक दस्तावेज है.. प्रस्तुत है इसी पुस्तक के कुछ अंश——-

1949 साल में लिखी गई इस किताब के पहले पन्ने पर कुछ महान लोगो के हस्ताक्षर है : बाबू राजेन्द्र प्रसाद, श्री के.एम.मुंशी, श्री गोविंद वल्लभ पंत, श्री पुरुषोत्तम दास टन्डन, सेठ गोविंद दास, श्री विश्वनाथ मोर, हीरानंद सच्चिदानंद |एक और हस्ताक्षर है : महान चित्रकार श्री नंदलाल बोस..ये सारे नाम और उनके असली हस्ताक्षर रोंगटे खड़े कर देते है | प्रस्तुत है इस किताब के कुछ और पन्ने :

1. किताब में बाबू राजेन्द्र प्रसाद, श्री राजगोपालाचारी और सरदार पटेल लिखते है कि नेहरूजी केवल एक महान नेता ही नही बल्कि एक महान इंसान भी थे..उनका व्यक्तित्व सूर्य के प्रकाश से भी ज्यादा अद्भुत था..

2. 14 अक्टूबर, 1949, को लिखा सरदार पटेल का एक पत्र है इस किताब में..बहुत संक्षेप में लिखता हूं |

जवाहरलाल और मैं आज़ादी के सहयोद्धा है और बापू के समर्पित अनुगामी..चूंकि हम दोनों इतने गहरे मित्र रहे कि हमारा आपसी प्यार, विश्वास, समय के साथ बढ़ता गया..मैं आपलोगो को बता नही सकता कि जब हम एक दूसरे से दूर होते है तो एक दूसरे को कितना “Miss” करते है.. ये एक दूसरे को जानना, निकटता, प्रगाढ़ता और भाईयो जैसा प्यार मैं बयान नही कर सकता..जवाहरलाल, जनता के आदर्श, जनता के नेता, जनता के हीरो, देश के प्रधानमंत्री, को मेरी बड़ाई की कोई जरूरत ही नही..वो एक खुली किताब है..सरदार लिखते है कि ये मेरा सौभाग्य है कि मैं जवाहरलाल को सलाह देता हूं..वो मेरी हर बात पर अमल करते है..कुछ लोग मेरे और जवाहरलाल के बीच मतभेद की झूठी खबर फैलाते है..पर हमारा एक दूसरे के प्रति अटूट विश्वास है..

सरदार पटेल कुछ अनमोल शब्द : जवाहरलाल हमारे मार्गदर्शक प्रकाशपुंज है, हमारी आस्था के रक्षाकर्ता है..मैंने जवाहरलाल की कड़ी मेहनत देखी है..मेहनत के कारण उम्र से बड़े दिखने लगे है जवाहरलाल..यह किताब श्री श्याम कृष्ण पांडे जी के दादाजी श्री R S Pandey जी को पंडित नेहरूजी ने 1949 में आनंद भवन, इलाहाबाद में उपहार स्वरूप दी थी..और नेहरूजी-पटेल जी के बीच मतभेदो की अफवाह फैलाने का काम किया कतिपय नेताओं ने किया जिनमें आडवाणीजी तो बाबरी केस में जमानत पर है|

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