dr. j k gargहरित क्रांति एवं सफेद क्रांति के माध्यम से देश खाद्यान्न एवं दूध के मामले में आत्म निर्भर बना| सिक्कम का भारत का प्रदेश बना | सारी दुनिया के विरोध के बावजूद इंदिराजी ने 1974 में पोकरण में परमाणु अंतःस्फोट किया। भारत पर तरह-तरह के प्रतिबंध थोप दिए गए, लेकिन इंदिराजी डिगी नहीं। उन्होंने परमाणु अप्रसार-संधि और समग्र परीक्षण प्रतिबंध संधि पर दस्तखत नहीं किए तो नहीं किए। वही नीति आज भी चल रही है। उस साहसिक कदम को लोगों ने ‘भारतीय सम्प्रभुता का शंखनाद’ कहा था। इंदिराजी जो भी काम करतीं, धड़ल्ले से करती थीं। 1974 में भारत ने सफलतापूर्वक एक भूमिगत परमाणु परीक्षण कर भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न देश बना दिया | 1980 में उनके ही कार्यकाल में भारत ने पहली बार अन्तरिक्ष युग में प्रवेश किया |इन्दिराजी की विदेश नीति का आधार भारत प्रो इंडिया था, गुटनिरपेक्षता की नीति का अनुसरण करते हुए वे गुटनिरपेक्ष राष्ट्रों की नेता बनी रही, वे कभी भी अमेरिका के दबाव में नहीं आई |
1974 में इन्दिरा जी की नितीयों के विरुद्ध जयप्रकाश नारायण की अगुवाही में इन्दिराजी एवं उनकी सरकार के विरुद्ध जनआन्दोलन, हड़तालें की गई जिससे कानून व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा । 26 जून 75 को आपातकाल की घोषणा की गई | इन्दिराजी ने यकायक 1977 में चुनाव कराने की घोषणा कर दी , चुनावों में कांग्रेस पराजित हुई, यहाँ तक इंदिराजी और संजय गांधी चुनाव हार गये | विभिन्न विपक्षी पार्टियों से निर्मित जनता दल की सरकार बनी | तत्कालीन ग्रह मंत्री चरणसिंह ने इन्दिराजी को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया, उनकी गिरफ्तारी और लंबे समय तक चल रहे मुकदमे की वजह उनके विरुद्ध उपजा आक्रोश सहानुभूति मे बदलने लगा, लोगों का जनता सरकार से भी मोहभंग होने लगा |