याद रखे सच्चा सुख केवल सत्य से ही मिलता है, यह भी संभव है की इस प्रक्रिया मे आपको दुःख का भी सामना करना पड़े | यह भी सत्य है कि जहां पर बुद्धीजीवी का अपमान होता है उस स्थान पर लक्ष्मीजी निवास नहीं करती है | माता लक्ष्मी वहीं निवास करती है जहाँ गरीबों की मदद करने ओर उनकी सेवा करने की भावना होती है, जहाँ मूर्खो और पाखंडीयों को सम्मानित नहीं किया जाता है, जहाँ लोगों जरुरतबंध स्त्री-पुरूषों को कभी खाली हाथ नहीँ लोटाया जाता है,जहाँ बच्चों को भगवान के तुल्य मान कर उन्हें प्यार दिया जाता है, जहां पारिवरिक-क्लेश नहीं होते है और जहाँ पति-पत्नी दो शरीर एवं एक आत्मा के रूप मै रहते हैं | निसंदेह लक्ष्मीजी वहां कभी नहीं जाती जहां पर गंदगी होगी ओर लोग आलसी-कामचोर, घमंडी, क्रोधी होंगे एवं जहाँ पर महिलाओं-बच्चो का सम्मान नहीं होगा | माँ लक्ष्मी उनसे भी नाराज होती हैं जो शंकालु, परिवर्तन से डरने वाले, डर मै ही जीने वाले, डरपोक एवं जो सिर्फ अपने लिए ही धन इकट्टा करने वाले होते हैं |