आधुनिक भारत के शिल्पकार नेहरू part 6

dr. j k garg
नेहरूजी का प्रजातंत्र और लोकतंत्र में अटूट विश्वास था | अपने कार्यकाल में अनेको बार प्रमुख विरोधी नेताओं को लोक सभा में लाने का प्रयास किया वे लोकसभा की कार्यवाही में रोज बिना नागा भाग लेते थे और अपनी आलोचना को सहज भाव से सुनते थे अपने विरोधियों का सम्मान करते थे | संविधान का पुरी तरह से पालन करते थे और नियमित रूप से मुख्यमंत्रीयों को पत्र लिखते थे उनकी समस्याओं को सुन कर उनका निवारण भी करते थे | आजादी के बाद जब उन्होंने अपना मंत्रीमंडल बनाया तो गेर कांग्रेसी बाबसाहिब अम्बेडकर को अपने विरोधी श्यामा प्रसाद मुखर्जी को मंत्री बनाकर सच्चे प्रजातांत्रिक की मिशाल पेश की | उनके मंत्रियों में अनेक विरोधी विचार धारा वाले भी थे | प्रजातंत्र की नीव को उन्होंने इतना मजबूत बना दिया था जिससे लोकतंत्र चटान से भी ज्यादा मजबूत बन गया है | नेहरूजी ही वो इंसान थे जिसने एक युवा कवि की कविता सूनी और जिसने अपनी कविता में नेहरूजी कि खिल्ली उडाई थी और उनका उपहास भी किया , आज के सत्ताधारी ऐसा करने पर उसको जेल में दाल कर देश द्रोह का मुकदमा कर देता | पिछले कुछ सालों से उनकी छवि को धूमिल करके उन्हें बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है और देशवासियों को भ्रमित करने का कुत्सित प्रचार योजना बद्द तरीकों से किया जा रहा है किन्तु सच्चाई तो यही है कि इतिहास और दुनिया नेहरूजी को आधुनिक भारत का शिल्पकार और लोकतंत्र प्रेमी के रूप में याद करगी |

देशभर में जवाहरलाल नेहरू का जन्म दिन 14नवंबरको बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। 14 नवम्बर 2021 को उनकी 132 वीं जयंती के अवसर पर भारत के नवनिर्माण के महान शिल्पकार नेहरूजी को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें नमन करें|

आईये बाल दिवस के अवसर पर हम संकल्प लें कि हम सभी बालकों के सर्वश्रेष्ट विकास के लिये तन मन धन से प्रयास करेंगे | नेहरूजी के जन्म दिन पर प्रथम प्रधान मंत्री एवँ आधुनिक भारत के शिल्पकार को शत शत नमन

डा. जे.के गर्ग
पूर्व संयुक्त निदेशक कालेज शिक्षा , जयपुर

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