जन जन के नायक अटल बिहारी वाजपेयी part 2

j k garg
अटल बिहारी जी का जन्म ग्वालियर में 25 दिसम्बर 1924 को हुआ था उनके माता पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी एव कृष्णा वाजपेयी था | रामचंद्र वीर द्वारा रचित अमर कृति “विजय पताका” पढ़कर अटल जी के जीवन की दिशा ही बदल गयी। अटल जी की बी॰ए॰ की शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में हुई। अटलजी ने राजनीति शास्त्र से प्रथम श्रेणी में एम.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की। एलएलबी की पढ़ाई को बीच में ही विराम देकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काम में लग गए। भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से अटल जी भी प्रमुख नेताओं में थे | उन्होंने लम्बे समय तक पत्रकारिता करते हुए राष्ट्रधर्म, पांचजन्य और वीर अर्जुन आदि अनेक पत्र-पत्रिकाओं के संपादक के रूप में कार्य किया। अटल बिहारी ने अपना सार्वजनिक जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ किया | अटलबिहारी जी खुद कहा था कि वे विवाहित तो है किन्तु ब्रह्मचारी नहीं है | सन् 1942 में जब गांधी जी ने ‘अँग्रेजों भारत छोड़ो’ का नारा दिया तो ग्वालियर भी अगस्त क्रांति की लपटों में आ गया। छात्र वर्ग आंदोलन की अगुवाई कर रहा था। अटलजी तो सबके आगे ही रहते थे। जब आंदोलन ने उग्र रूप धारण कर लिया तो पकड़-धकड़ होने लगी। अटल जी पुलिस की चपेट में आ गए। उस समय वे नाबालिग थे। इसलिए उन्हें आगरा जेल की बच्चा बैरक में रखा गया। चौबीस दिनों की अपनी इस अल्प प्रथम जेल यात्रा के संस्मरण वे हँस-हँसकर सुनाते थे|

error: Content is protected !!