जायरीन के लिए सभी सुविधाओं से युक्त कायड़ विश्राम स्थली

kayad vishram sthali 1अजमेर। प्रसिद्घ सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 801 वे सालाना उर्स में देश के कोने-कोने और सरहद के पार से आने वाले जायरीन को ठहराने के लिए विभिन्न सुविधाओं से युक्त उप नगर कायड़ विश्राम स्थली के रूप में बसाया गया हैं। लगभग 60 हजार जायरीन इस उप नगर में बड़े आराम के साथ यहां ठहरे हुए हैं और इनके लगभग एक हजार वाहन जिनसे ये विभिन्न राज्यों से यात्रा करके ख्वाजा की नगरी में आयें है, भी खड़े हैं। इस उप नगर को देखने के लिए अजमेर शहर के ही नहीं बाहर के नागरिक और कर्मचारी भी कायड़ विश्राम स्थली पहुंच रहें है जो रात्रि में चकाचौध करने वाली रोशनी से चमचमाता हुए दूर से ही नजर आता हैं।

न्यास अध्यक्ष नरेन शाहनी भगत बच्चे को पोलियों की दो बूंद खुराक पिलाते हुए।
न्यास अध्यक्ष नरेन शाहनी भगत बच्चे को पोलियों की दो बूंद खुराक पिलाते हुए।

 

कायड़ विश्राम स्थली पर उपलब्ध फायर फाईट सिस्टम व सुरक्षा कर्मी।
कायड़ विश्राम स्थली पर उपलब्ध फायर फाईट सिस्टम व सुरक्षा कर्मी।

 

जायरीन के ठहरने के लिए लगाए गये वाटर प्रुफ रैन बसेरे।
जायरीन के ठहरने के लिए लगाए गये वाटर प्रुफ रैन बसेरे।

 

कायड़ विश्राम स्थली पर जायरीन के लिए रखे गये पीने के पानी के टेंक।
कायड़ विश्राम स्थली पर जायरीन के लिए रखे गये पीने के पानी के टेंक।

 

कायड़ विश्राम स्थली पर जायरीन के मोबाईल चार्ज करने के लिए की गई व्यवस्था।
कायड़ विश्राम स्थली पर जायरीन के मोबाईल चार्ज करने के लिए की गई व्यवस्था।

 

सामूहिक रूप से जायरीन के नहाने के टेंक की व्यवस्था
सामूहिक रूप से जायरीन के नहाने के टेंक की व्यवस्था

 

कायड़ विश्राम स्थली पर स्थापित चिकित्सा डिस्पेंसरी पर नि:शुल्क दवा प्राप्त करते जायरीन।
कायड़ विश्राम स्थली पर स्थापित चिकित्सा डिस्पेंसरी पर नि:शुल्क दवा प्राप्त करते जायरीन।

 

न्यास अध्यक्ष नरेन शाहनी भगत जायरीन की कुशलक्षेम पूंछते हुए।
न्यास अध्यक्ष नरेन शाहनी भगत जायरीन की कुशलक्षेम पूंछते हुए।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर अजमेर से जयपुर की ओर मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर बसाया गया यह उप नगर अभी उर्स में साम्प्रदायिक सद्भाव के एक अनूठे उदाहरण के रूप में भी देखा जा सकता जहां विभिन्न धर्म, मजहब और जाति के लोग एक साथ ख्वाजा साहब के उर्स में शरीक होने के लिए यहां ठहरे हुए हैं। जिनके बीच न कोई दूरियां है और न ही किसी भाषा की दिक्कत । दरगाह कमेटी की इस विश्राम स्थली को आधुनिक उपनगर का स्वरूप दिया है। नगर सुधार न्यास अजमेर ने जिसके द्वारा यहां चप्पे-चप्पे पर विभिन्न सुविधाएं देखने को मिल रही है।
सुनियोजित उप नगर के रूप में बसाये गये इस विश्राम स्थली पर 1500 से 2000 वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग प्लान बनाया गया है और 801 वें उर्स में भाग लेने के लिए एक हजार वाहन यहां पहुंच चुके हैं। अजमेर जिला प्रशासन जायरीन को हर सुख सुविधा मुहैया कराने के लिए कटिबद्घ है और एक-एक व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए 24 घण्टे निगरानी की व्यवस्था की गई है । जायरीन के ठहरने के लिए यहां स्थाई तीन मंजिला डोरमेट्री बनी हुई है वहीं वाटर रेन बसेरे लगाकर नगर सुधार न्यास ने बड़े-बड़े हॉल तैयार किये हंै जिनमें दूर-दराज की यात्रा से थक कर रेन बसेरे में आए, जायरीन सूकुन से ठहर कर अपनी थकान मिटा रहे हंै। इस विश्राम स्थली पर स्थाई रूप से पानी की पाईप लाईन डाल दी गई हैं विभिन्न स्थानों पर 150 पीएसपी लगाए गये हंै 60 पानी के टेंक तथा 20 टैंकर रखकर 24 घण्टे पीने,नहाने आदि के लिए पानी का इंतजाम किया गया है। 6 हैडपम्प यहां कार्य कर रहे हैं वहीं 5 टूय्बवैल को पानी की टंकियों से जोड़ा गया है पेयजल की स्थाई व्यवस्था के लिए नगर सुधार न्यास ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग को पाईप लाईन डालने के लिए 34 लाख का भुगतान किया है। जायरीन की समूहिक स्नान के लिए 40 स्थाई स्नानगृह यहां बनाए गये हैं जिनमें 26 पुरूष व 14 महिलाओं के हैं। 12 महिला स्नानगृह को पूरी तरह से कवर्ड किया गया है जिसमें एक साथ लगभग 500 महिलाए स्नान कर सकती हैं। इन जायरीन के लिए 484 शौचालय की सुविधा यहां उपलब्ध है जिनमें 284 स्थाई है। यहां पीने के पानी का दस लाख लीटर की क्षमता का भूतल जलाशय भी स्थापित है ।
ख्वाजा के उर्स में आये इन मेहमानों के लिए उचित कीमत पर सभी खाद्य सामग्री, किरानें के सामान की दुकानें रसद विभाग द्वारा खोली गई हैं जिन पर सामग्री की दरें निर्धारित है। खाने पकाने के लिए 5 रुपये प्रति घण्टे की दर से कुकिंग गैस के विभिन्न काउन्टर भी यहां खोले गये हैं जिन पर जायरीन की भीड़ लगी रहती है । 24 घण्टे दूध और दूध से बने विभिन्न उत्पाद की सुविधा के लिए अजमेर डेयरी द्वारा बूथ स्थापित किये गये है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के फुड इंस्पेक्टर एवं अन्य चिकित्साकर्मी खाने पीने की विभिन्न वस्तु तथा पीने के पानी के लगातार नमूने लेकर उनकी जांच भी करा रहें है।
लगभग 2 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में अस्थाई रूप से विद्युतीकरण कर इस उपनगर को जगमग करने के लिए नगर सुधार न्यास की मांग पर अजमेर विद्युत वितरण निगम द्वारा अस्थाई विद्युत कनेक्शन जारी किये गये। यहां समुचित संख्या में मेटल अलाईड, हैलोजन लाईट, हाईमास्ट लाईट लगाई गई हैं । 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति के लिए जनरेटर लगाने के साथ अतिरिक्त ट्रांसफोर्मर भी स्थापित किये गये।
मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना तथा मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना का इस उप नगर में ठहरने वाले जायरीन भी पूरा लाभ उठा रहें हैं सैकड़ों किलोमीटर बस का सफर कर अजमेर पहुंचे जायरीन तत्काल यहां लगाए गये विभिन्न चिकित्सा कैम्प में पहुंचकर चिकित्सकों से परामर्श ले कर नि:शुल्क दवा भी प्राप्त कर रहें है । खून आदि की भी जांच यहां की जा रही है, यहां की डिस्पेंसरी पर तीन बेड लगाए गये हैं जो जायरीन चिकित्सा के लिए काम आ रहें हैं।
जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने ख्वाजा के अकीदतमंदों को हर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक विभाग के अधिकारियों को यहां पाबन्द किया हैं जो उनसे संबंधित कार्यों व सुविधाओं पर 24 घण्टे निगरानी रख रहें हैं। इस उप नगर में बिजली, पानी, रसद, चिकित्सा, सुरक्षा, बीएसएनएल, चाइल्ड हैल्प लाईन सहित अनेक एनजीओ के काउन्टर भी स्थापित किये गये हैं जहां 24 घण्टे जिम्मेदार व्यक्ति उपलब्ध रहकर जायरीन को जानकारी दे रहें है।
नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष नरेन शाहनी भगत ने सचिव निशु अग्निहोत्री, भूमि आवप्ति अधिकारी भगवत सिंह राठौड़ तथा विभिन्न इंजीनियर्स के साथ इस उपनगर के चप्पे-चप्पे की व्यवस्थाओं को देखा और यहां ठहरें जायरीन से हाल-चाल जाने ।
कायड़ विश्राम स्थली से जायरीन के दरगाह पहुंचने हेतु रोडवेज की 110 से अधिक बसें लगाई गई हैं जो विश्राम स्थली से अजमेर शहर मेें फव्वारा सर्किल तक जायरीन को लाने-ले जाने का कार्य कर रही हैं । प्रति यात्री 10 रूपये किराया निर्धारित किया गया है। परिवहन विभाग ने विश्राम स्थली से फव्वारा सर्किल तक के लिए सिटी बस, टैम्पों व ऑटो का किराया भी निर्धारित कर दिया है इससे ज्यादा राशि लेने वाले वाहनों के विरूद्घ कार्यवाही की जा रही हैं । प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सत्येन्द्र कुमार नामा ने अपने विभाग के अधिकारियों के दल से जगह-जगह रोक कर ऑटो व टैम्पो में बैठे जायरीन से किराए के बारे में जानकारी ले रहें हैं।

प्यारे मोहन त्रिपाठी
प्यारे मोहन त्रिपाठी

कायड़ विश्राम स्थली जो आधुनिक उपनगर के रूप में 10 दिन के लिए बसाया गया हैं का बाजार भी आकर्षक और सुनियोजित हैं । यहां जायरीन के काम आने वाली छोटी से बड़ी हर वस्तु उपलब्ध है।
अजमेर के पुलिस अधीक्षक श्री गौरव श्रीवास्तव ने बाहर से आने वाले जायरीन की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम यहां किये हैं और इस विश्राम स्थली पर लगभग 500 सुरक्षाकर्मी 24 घण्टे तैनात हैं।

-प्यारे मोहन त्रिपाठी
उप निदेशक
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग,
अजमेर

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