नई दिल्ली। बदलते वक्त के साथ अब जल्द ही सड़कों पर तिपहिया ऑटो के बजाय आधुनिक चार पहिए वाली नई सवारी के सफर का आप आनंद ले सकेंगे। एक सरकारी पैनल ने क्वाड्रीसाइकिल को शहरों में सार्वजनिक परिवहन के नए विकल्प के रूप में सहमति दे दी है। इनको ऑटो की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। अभी तक देश में केवल बजाज ऑटो ने ही इस दिशा में पहल करते हुए देश का पहला मॉडल आरई 60 विकसित किया है। यद्यपि इनको निजी साधन के रूप में अनुमति नहीं दी गई है।
पहल :
देश में करीब दो दशक पहले टेल्को ने सबसे पहले क्वाड्रीसाइकिल विकसित करने की शुरुआत की थी, लेकिन तब बजाज ने ही उसका विरोध किया था। अब टाटा मोटर्स, बजाज का विरोध कर रही है।
क्वाड्रीसाइकिल :
-यूरोपीय और अमेरिकी सड़कों पर ऐसे वाहन वर्षो से दौड़ रहे हैं। इसका पहला मॉडल 1853 में विकसित किया गया था।
-हेनरी फोर्ड ने जिस प्रसिद्ध फोर्ड टी मॉडल को विकसित किया था, वह दरअसल क्वाड्रीसाइकिल ही था।
मानक :
-आधुनिक क्वाड्रीसाइकिल मॉडलों के लिए फ्रांस ने 1986 में सबसे पहले मानक निर्धारित किए। 1992 में यूरोपीय संघ ने उसको स्वीकार किया और 2002 में संशोधित करते हुए हल्के और भारी वाहनों की श्रेणियों में परिभाषित किया।
हल्की गाड़ियां :
-यूरोपीय संघ के मानकों के अनुसार हल्की क्वाड्रीसाइकिल गाडि़यों का बिना लदे भार 350 किलोग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए (इलेक्ट्रिक गाड़ियों में बैटरियों का भार निकालकर)।
-इन्हें इस प्रकार डिजाइन किया जाता है कि इनकी रफ्तार 45 किलोमीटर/घंटा से अधिक नहीं हो सकती।
-स्पार्क इग्नीशन इंजन के लिए इंजन सिलेंडर क्षमता 50 सीसी से अधिक नहीं होनी चाहिए या डीजल चालित आंतरिक दहन वाले इंजनों के लिए अधिकतम कुल पॉवर आउटपुट चार किलोवॉट से अधिक न हो।
-फ्रांस, इटली, बेल्जियम और नीदरलैंड जैसे यूरोपीय देशों में हल्की क्वाड्री साइकिल गाड़ियां चलाने के लिए पूर्ण मोटरकार लाइसेंस की जरूरत नहीं होती।
भारी क्वाड्रीसाइकिल :
-इनका बिना लदे भार 400 किलोग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए (सामान लादने की दिशा में 550 किलोग्राम तक)।
-इस श्रेणी का एक वाहन रेनो ट्विजी पिछले साल बाजार में उतारा गया है।
आरई 60:
इंजन: 216 सीसी
भार: 400 किलोग्राम
क्षमता: 15 किलोवॉट
-कार्बनडाइ ऑक्साइड उत्सर्जन: 60 ग्राम/किलोमीटर
-माइलेज: 35 किलोमीटर/लीटर
-अधिकतम गति क्षमता:
-70 किलोमीटर/घंटा
-बैठने की क्षमता: दो+दो, तीन+1