भरतीय सीमा पर पाकिस्तान रोज रोज गोले ठोकता है , कश्मीर में सभी तरीकों से आतंकवाद को पालता पोषता है न तो हम उसे आतंकी देश घोषित करते है और न ही Most Fabourable Nation देश का दर्जा समाप्त करते है और न ही दोस्तों के कारण व्यापार बंद करते है , चीन हमारे देश और हमारे द्वारा संरक्षितश भूटान की सीमा में घुस कर हमारे बंकर तोड़ देता है सैनिको के साथ हाथा पाई करता है लेकिन दुनिया का आठवां आश्चर्य चीन के साथ हमारा व्यापार निर्बाध गति से चालू है ? अखिर हम कर क्या रहे है किस दिशा में जा रहे है ? हमारे सेवक पेरिस में मिलते है हाल चाल पूंछते है फोटो भी निकलवाते है ? लेकिन जनता का ध्यान इन बातों से हटाने के लिए फिर देश में गौंरक्षक सक्रीय हो जाते है ? और सोते से जाग कर प्रधान सेवक फिर कथित रक्षकों को ललकारते है अब यह नहीं समझ में आता की हमारे प्रधान सेवक उनको धमकी दे रहें है या फिर उनको उनका कर्तव्य याद दिला रहे है ? क्योंकि हमने देखा है की जब जब प्रधान सेवक कथित गौ रक्षकों के प्रति सन्देश देने की हिमाकत करते है तभी गौ रक्षक दुगनी वीरता से गौ रक्षा करने के लिए वारदात आरम्भ कर देते है ? वैसे यह बात स्वयं प्रधान सेवक ने मान ली है की 80 प्रतिशत नकली गौरक्षक देश में कार्यरत हैं और केवल 20 प्रतिशत ही असली और उनके अपने है ? यब यही तो बहुत बड़ी चिरांद है की उन 80 % प्रतिशत नकली गौ रक्षकों की पहचान कौन करेगा शायद अमेरिका की ऍफ़ बी आई , चीन की जासूसी एजेंसी या फिर पाकिस्तान की कुख्यात आईएसआई से कोई आएगा या बुलाना पड़ेगा ?
एस.पी.सिंह, मेरठ