प्रभा ठाकुर को फिर आई अजमेर की याद

prabha thakur 2मूलत: अजमेर जिले की रहने वाली राज्यसभा सदस्य डॉ. प्रभा ठाकुर को एक बार फिर अजमेर की याद आ गई। ये वाकई उनकी अजमेर वासियों पर बड़ी मेहरबानी है। वे न तो लोकसभा सदस्य बनने पर अजमेर के लिए कुछ कर पाईं, क्योंकि उनका वह कार्यकाल छोटा ही रहा और न ही लगातार दूसरी बार राज्यसभा सदस्य बनने पर उन्होंने कोई उपलब्धि अपने खाते में दर्ज करवाई। बावजूद इसके उन्हें यदा-कदा इस प्रकार अजमेर की याद आती रहती है, ताकि अजमेर वासियों को सनद रहे कि दिल्ली में रहते हुए उन्हें अजमेर की बहुत चिंता है। ठीक उसी तरह, जैसे बार-बार लोकसभा सदस्य बनने वाले रासासिंह रावत भी लिखा-पढ़ी तो बहुत किया करते थे, मगर उससे होता जाता कुछ नहीं था।
बहरहाल, डॉ. ठाकुर ने इस बार आगामी रेल बजट के मद्देनजर एक लंबा-चौड़ा ड्राफ्ट बना कर रेल मंत्री को भेजा है, जिसमें अजमेर रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने का काम शुरू करने पर जोर दिया गया है। अजमेर के विकास के लिए उनकी ओर से दिए गए सुझाव बेशक सराहनीय हैं, मगर सवाल ये है कि उनकी ओर से अब तक दिए गए कितने सुझावों पर अमल हुआ है। वे केवल राज्यसभा सदस्य मात्र नहीं हैं, बल्कि हाईकमान तक उनकी पहुंच भी बताई जाती है, मगर अजमेर के लिए उन्होंने एक भी बड़ा काम नहीं करवाया। इससे संदेह होता है कि कहीं यह भ्रम तो नहीं है कि उनकी दिल्ली में बड़ी जान-पहचान है या फिर दिखाने भर के लिए इस तरह अपनी सक्रियता दर्शाती रहती हैं, उसमें गंभीरता कहीं भी नहीं है। कानाफूसी है कि वार-त्यौहार पत्रकारों को गिफ्ट दे कर उन्होंने ऐसी सेटिंग कर रखी है कि उनकी खबर दिल्ली में बैठे ही यहां आसानी से छप जाती है।
-तेजवानी गिरधर

error: Content is protected !!