यातायात सोगातें जनता को समर्पित- मुख्यमंत्री

जयपुर, । मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने आज यहां जयपुर में यातायात व्यवस्था और पार्किंग व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए गुर्जर की थड़ी अण्डरपास तथा रामनिवास बाग भूमिगत पार्किंग का लोकार्पण कर शहर वासियों को दो सोगातंे दी।मुख्यमंत्राी ने पहले 35 करोड़ की लागत से निर्मित गुर्जर की थड़ी अण्डरपास को जनता को समर्पित किया। इस अण्डरपास के खुलने से गोपालपुरा बाईपास से मानसरोवर और अजमेर की तरफ जाने वाले लोगो को सुगम और सीधा रास्ता मिलेगा।एम.आई. रोड़ पर रामनिवास बाग में दो मंजिला भूमिगत पार्किंग करीब 60 करोड़ रुपये की लागत से  बनाया गया है। इसमें 1000 कारों के बराबर वाहनों की पार्किंग हो सकेगी। इस पार्किंग में वेंटीलेशन और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था के साथ वाहनों के प्रवेश और निकास के लिए दो मार्ग बनाये गये हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रामनिवास बाग स्थित रविन्द्र मंच पर आयोजित समारोह में नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जयपुर पर्यटन, वाणिज्य और व्यवसाय केन्द्र के रूप में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। आज के दिन शहर की इन सुविधाओं के प्रारम्भ होने से वाहन चालकों, पैदल चलने वालों, व्यवसायों एवं पर्यटको को सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि जयपुर में मेट्रो रेल का कार्य चल रहा है और आशा करते हैं इसके प्रथम चरण का कार्य जून-जुलाई तक समाप्त हो। उन्होंने कहा कि मेट्रो के द्वितीय चरण का 22 किलोमीटर का कार्य भी हम शुरू करने के लिए प्रयत्नशील है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों ही घाट की गूणी का प्रधानमंत्राी डॉ. मनमोहन सिंह और यूपीए चेयरपर्सन
श्रीमती सोनिया गाँधी ने उद्घाटन किया था। श्री गहलोत ने कहा यह घाट की गूणी विरासत को बचाने के लिए बनाई गयी है। उन्होंने कहा कि हम जयपुर को विश्वस्तरीय शहर बनाना चाहते हैं। इसके लिए उसी के अनुरूप आधारभूत सुविधाओं का विकास जरूरी है। श्री गहलोत ने कहा कि जयपुर ही नहीं पूरे प्रदेश में मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 184 शहरों का मास्टर प्लान बना दिया गया है। जयपुर का 2025 तक का मास्टर प्लान बनाया गया है। राज्य में शहरों के नियोजित विकास के लिए राज्य शहरीकरण आयोग का गठन किया गया है। आवासीय जरूरतों को पूरा करने के लिए आवासीय योजनाएं बनाई गयी हैं। राज्य सरकार ने शहरी बीपीएल आवास योजना के तहत हर साल एक लाख शहरी बीपीएल परिवारों को आवास उपलब्ध करवाने का फैसला किया है। इसके तहत प्रत्येक परिवार को आवास के लिए 50 हजार रुपये और शौचालय के लिए 5 हजार रुपये उपलब्ध करवायें जायेंगे। मुख्यमंत्राी ने कहा कि प्रदेश में प्रशासन शहरों के संग अभियान कामयाब रहा जिसमें एक लाख से अधिक पट्टे जारी किये गये। उन्होंने बताया कि प्रशासन गांवों के संग अभियान भी आम आदमी की समस्याओं को समाधान करने में सफल रहेगा। मुख्यमंत्राी ने राज्य में चल रही शैक्षणिक सामाजिक सुरक्षा, चिकित्सा सेवाएं आदि के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने नागरिकों को आह्वान किया कि वे बच्चों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा दिलायें क्योंकि आने वाला कल शिक्षा का है। नगरीय विकास मंत्राी श्री शांति धारीवाल ने कहा कि आज का दिन जयपुर शहर के लिए ऐतिहासिक है  क्योंकि गुर्जर की थड़ी अण्डरपास और रामनिवास बाग भूमिगत पार्किंग के शुरू होने से शहरवासियों को यातायात की जटिल समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि श्री राहुल गाँधी ने जयपुर को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाने का सपना दिखाया है। हम इस दिशा में विकास को गति देने में हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव नगरीय विकास श्री जी.एस. सन्धु ने सभी का स्वागत करते हुए दोनों प्रोजेक्ट की  विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि ऐशियन डवलपमेंट बैंक के सहयोग से प्रदेश में 15 शहरों में मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रोजेक्ट चल रहे हैं और 19 शहरों में ये प्रोजेक्ट शीघ्र ही और हाथ में लिये जायेंगे। इस अवसर पर सांसद श्री महेश जोशी, विधायक श्री प्रतापसिंह खाचरियावास, महापौर श्रीमती ज्योति खण्डेलवाल, संसदीय सचिव श्री रामकेश मीणा आदि भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अन्त में जेडीसी श्री कुलदीप रांका ने धन्यवाद दिया।

शिक्षाविद् तेजकरण डंडिया का अभिनंदन समारोह

जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के शिक्षकगणों से आह्वान किया है कि वे शिक्षाविद् श्री तेजकरण डंडिया के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रेरणा लें और उनके आदर्शों को आत्मसात् करें। श्री गहलोत रविवार सायं यहां सी-स्कीम स्थित भगवान महावीर दिगंबर जैन उच्च माध्यमिक विद्यालय के सभागार में पुरस्कृत शिक्षक फोरम, राजस्थान की ओर से श्री डंडिया के 103 वें जन्म दिवस अभिनंदन समारोह में संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्राी ने इस अवसर पर पुरस्कृत शिक्षक फोरम की ओर स ेअभिनंदन पत्रा प्रदान कर एवं शॉल ओढ़ाकर श्री डंडिया का सम्मान किया। मुख्यमंत्राी ने श्री डंडिया के स्वस्थ एवं सुदीर्घ जीवन की मंगलकामना करते हुए कहा कि उन्होंने मात्रा 22 वर्ष की उम्र से ही अपना पूरा जीवनशिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित कर दिया। आज उनके मार्गदर्शन, विचारों तथा अनुभव का लाभ हम सभी को मिल रहा है तथा इस उम्र में भी वे शिक्षकों के प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।श्री गहलोत ने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन में अंधेरा है। शिक्षा ही व्यक्तित्व का निर्माण करती है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्रा में राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि प्रदेश में कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे तथा हर गांव में शिक्षक पहुंचे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में 30 हजार तृतीय श्रेणी तथा 30 हजार द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती की है। मुख्यमंत्राी ने कहा कि आज सूचना प्रौद्योगिकी का युग है। सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़ने के लिए हमने राजीव गांधी डिजीटल विद्यार्थी योजना प्रारंभ की है। इस योजना के अन्तर्गत राज्य सरकार आठवीं, दसवीं व बारहवीं कक्षा की मेरिट में आने वाले लगभग 56 हजार बच्चों को फुल स्क्रीन लैपटॉप देगी। इसके टेंडर हो गए हैं तथा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। श्री गहलोत ने कहा कि दो वर्ष तक इस योजना में लगभग एक लाख 12 हजार बच्चों को लैपटॉप दिए जाएंगे। राज्य सरकार इसके लिए 330 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस योजना से बच्चों में स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा की भावना का विकास होगा तथा वे सूचना तकनीक को अपना सकेंगे। मुख्यमंत्राी ने कहा कि हम शिक्षा के क्षेत्रा में आगे बढ़ना चाहते हैं। बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आठवीं कक्षा के बाद 9 वीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली
सरकारी विद्यालयों की सभी बालिकाओं को हमने साइकिलें देने का निर्णय किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे ड्रॉप आउट में कमी आएगी तथा बालिकाएं उच्च शिक्षा अध्ययन के लिए प्रेरित होंगी। श्री गहलोत ने देहदान का संकल्प लेने पर प्रधानाचार्या श्रीमती निर्मला आर्य का भीअभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि देहदान महादान है। मुख्यमंत्राी ने राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक श्री सुरेश पारीक के निधन पर उनकी पत्नी को पुरस्कृत शिक्षक फोरम की ओर से सहायता स्वरूप 51 हजार रुपये की सावधि जमा राशि सौंपी।इससे पहले पुरस्कृत शिक्षक फोरम के महासचिव श्री रामेश्वर प्रसाद शर्मा ने श्री डंडिया के जीवन वृत्त की जानकारी दी। महावीर दिगंबर जैन शिक्षा परिषद् के श्री एन.केसेठी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्राी श्री बृजकिशोर शर्मा, शिक्षा राज्यमंत्राी श्रीमती नसीम अख्तर इंसाफ, राजस्थान फाउंडेशन के उपाध्यक्ष श्री राजीव अरोडा भी उपस्थित थे। पुरस्कृत शिक्षक फोरम के अध्यक्ष श्री आर.आर. हर्ष ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

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