फोर्टिफाइड आहार स्वास्थ्य का आधार परियोजना पर कार्यशालाएं

jaipur-100x100जयपुर। राज्य के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों में कार्यरत लगभग 330 डॉक्टरों को प्रथम फेज में अगले तीन महीनों में राज्य में कुपोषण एवं माइक्रो न्यूट्रियेन्ट की कमी को दूर करने के लिए राज्य में चल रही फूड फोर्टिफिकेशन परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दिये जाने की क्रमबद्ध श्रृंखला जयपुर में शुरू की गई है।
स्वास्थ्य शोध प्रबन्धन संस्थान (आई आई एच एम आर), जयपुर द्वारा अर्न्तराष्ट्रीय संस्था ग्लोबल अलायन्स फॉर इम्पू्रवड न्यूट्रिशियन (गेल) द्वारा ‘‘फोर्टिफाइड आहार स्वास्थ्य का आधार’’ नामक परियोजना संचालित की जा रही है।
परियोजना निदेशक डॉ. एम.एल. जैन ने आज यहां बताया कि जयपुर स्थित स्वास्थ्य शोध प्रबन्धन संस्थान में राज्य सरकार के सहयोग से डॉक्टरों के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशालाओं में बिना किसी अतिरिक्त व्यय के अधिक पौष्टिकता वाला फोर्टिफाइड आहार के बारे में समुचित जानकारी देकर उनकी क्षमता वर्द्धन की जा रही है। राजस्थान में खाद्य पदार्थों – आटा, तेल, दूध को अधिक पौष्टिक बनाने के लिए सूक्ष्म पोषक तत्वों को मिलाकर कुपोषण, एनीमिया, अंधतत्व में कमी लाने के साथ मातृ-शिशु मृत्यु दर घटाने के लक्ष्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
डॉ. जैन ने कहा कि दैनिक उपभोग में अधिक पौष्टिकता एवं गुणवत्ता वाले फोर्टिफाइड आहार के बारे में विषय विशेषज्ञों- डॉ. एस.डी. गुप्ता, डॉ. सुरेश जोशी, डॉ. पी.आर. सोढानी, डॉ. आर.एस. राठौड़, परियोजना समन्वयक डॉ. रंजीता रानी, सुदीप शर्मा, राजीव बघेल द्वारा विभिन्न क्षेत्रों के दौरान इसके प्रोसिस व सामाजिक जन जागरूकता के लिए चर्चा एवं शंका समाधान करते हैं।
डॉ. जैन ने बताया कि राज्य में फेयर लैब्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा फोर्टिफाइड आटे, तेल, दूध एवं सोया दाल के नमूने एकत्रित कर आई पी एस, राजस्थान फूड फोर्टिफिकेशन प्रोजेक्ट के मापदण्ड और निर्देशों के अनुसार फोर्टिफाइड स्तर का लगातार परीक्षण व निगरानी करते हैं। डॉ. जैन ने बताया कि कार्यशाला के दौरान डॉक्टरों को फोर्टिफाइड परियोजना क्षेत्र में कार्यरत इकाईयों पर जीवन्त जानकारी के लिए भ्रमण भी कराया जा रहा है। कार्यशालाओं का यह क्रम सितम्बर से नवम्बर तक जयपुर स्थित आई आई एच एम आर में नियमित होगा।
डॉ. जैन ने बताया कि कार्यशालाआंे में प्रशिक्षण के बाद प्राइमरी हैल्थ सेन्टर में फोर्टिफाइड आहार को लोकप्रिय बनाने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों की दीवारों पर पोस्टर व स्लोगन्स आदि से जनजागरूकता अभियान में तेजी लायी जा रही है।
-कल्याण सिंह कोठारी
मीडिया सलाहकार

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