राशिफल (भविष्यफल ) माह मई 2015 का

दयानन्द शास्त्री
दयानन्द शास्त्री

मेष राशि:- इस माह विदेश यात्रा हो सकती है। अपने कार्य में पूर्ण सफलता मिलेगी। नौकरी में उन्नति होगी। कृषि लाभ देगी। व्यापार में वृ‍द्धि होगी। स्त्री पक्ष से सहयोग मिलेगा। संतान की चिंता रहेगी।
यह माह आपके लिए बेहद सकारात्मक रहेगा. शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक प्रफुल्लता बरकरार रहेगी. अभी तक आपके जो भी कार्य अटके पडे थे, वे सभी भाग्य के सहयोग से पूर्णता को प्राप्त होने लगेंगें. दुश्मनों को कमजोर समझने की भूल नहीं करनी चाहिए, मगर जमीनी तथा कोर्ट-कचहरी के कामों में आपकी पैठ-धाक बनी रहेगी, शनि के ढैया के कारण आपका कदम पीछे खिंचता नजर आएगा, सावधानी रखें,इस समय भाग्य का प्रबल साथ-सहयोग मिलने वाला है, फ़ायदा उठायें. हालाँकि जीवन साथी का स्वास्थ्य थोडा कमजोर बना रहेगा और उनसे किंचित वाद-विवाद व मनोमालिन्य की स्थितियाँ यदा-कदा निर्मित होती ही रहेंगीं. समझदारी से काम लें.

शुभ तिथियाँ:- 3,5,7,13,14,27,28

इस माह यह उपाय करें :-
(1) पीपल के वृक्ष का नित्य जल से सिंचन करते रहें.
(2) मस्तक पर नित्य प्रात: पीले चंदन का तिलक लगायें.

वृष राशि:—-
माह की शुरूआत से ही आपका प्रराक्रम बढा रहेगा. मित्र सहयोग करेंगे, जायदादी कामों में कदम बढ़त की तरफ, मूड में खुशदिली तथा मनोबल में सुदृढ़ता बनी रहेगी, आमतौर पर आप दूसरों पर प्रभावी रहेंगे। मेहनत करने से पीछे नही हटेंगे. रोजी-रोजगार में अच्छी सफ़लता के योग बन रहे हैं, विशेषत: नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिये यह समय बहुत बढिया रहने वाला है. भ्रमण, मनोरंजन और विलासिता के कारण खर्च करने की क्षमता बढी रहेगी, जिसकी वजह से मासान्त में स्वयं पर किंचित क्रोध का आना तो स्वाभाविक है. विदेश जाने हेतु प्रयासरत्त जातकों को इस दिशा में यह समय सफ़लता प्राप्ति के संकेत दर्शा रहा है.

शुभ तिथियाँ:-17,22,24,25,26,27

इस माह यह उपाय करें :-
(1) चींटियों को चावल, शक्कर मिश्रित कर डालते रहें.
(2) प्रत्येक सोमवार शिवलिंग पर अंजुल भर सफेद पुष्प चढाया करें.
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मिथुन राशि:-
इस माह का प्रारंभ आपके लिये धनदायक रहने वाला है. इस माह भरपूर जोर लगाने पर किसी सरकारी काम में थोड़ी-बहुत प्रगति होगी, आपका तेज प्रभाव बना रहेगा, फिर आगे समय बेहतर हालात रखेगा। अविवाहित जातकों के विवाह हेतु रिश्ते की बात पक्की हो सकती है. कार्य-व्यवसाय में भरपूर सफ़लता मिलती रहेगी. हालाँकि 9 तारीख से किसी मूल्यवान वस्तु की चोरी अथवा किसी नजदीकी व्यक्ति से झगडे के योग निर्मित हो रहे हैं, अत: विशेष तौर पर सावधानी बनाये रखें.

शुभ तिथियाँ:- 2,6,8,9,10,16,24

इस माह यह उपाय करें :-
(1) रूद्राभिषेक करें और शिव चालीसा का पाठ करते रहें.
(2) जलपूरित घट का दान करें.
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कर्क राशि:-
इस माह के प्रारंभ से ही शरीर में रूग्णता महसूस करेंगे. जो व्यक्ति पहले से ही किसी रोग से पीडित रहे हैं, उनका पुराना रोग पुन: फ़िर से उभर आने की संभावना है. साथ ही स्वयं की माता अथवा घर की किसी बुजुर्ग स्त्री हेतु भी यह समय किंचित कष्टकारक रहने के कुयोग निर्मित हो रहे है. इस माह बड़े लोगों से मेल-सहयोग किंतु घटिया साथियों से नुक्सान-परेशानी का डर, फिर आगे समय कामयाबी वाला।

शुभ तिथियाँ:-1,7,10,16,22,29,30

इस माह यह उपाय करें :-
(1) गाय को हरा चारा खिलाएं.
(2) श्री गणपति स्तोत्र का नित्य पाठ करें.
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सिंह राशि:-
इस माह के प्रारंभ से ही भाग्य का सुंदर साथ मिलेगा. अभी तक के अटके कार्य अल्प प्रयास से ही संपूर्णता को प्राप्त होंगे. धार्मिक कार्यों में खर्च होगा और मन प्रफ़ुल्लित रहेगा. संतान प्राप्त होने के प्रबल योग हैं.उलझनों- झमेलों का डर मगर कारोबारी कामों में लाभ तथा आमतौर पर बेहतरी के हालात बने रहेंगे। इस माह समय आमदानी वाला मगर कामकाजी कामों की तरफ अधिक ध्यान देने की जरूरत होगी, फिर आगे समय भागदौड़ रख सकता है।

शुभ तिथियाँ:- 1,2,6,7,9,11,14,15,23

इस माह यह उपाय करें :-
(1) शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे धूपबत्ती लगायें.
(2) “ॐ नारायणाय सुरसिंहासनाय नम:” मंत्र का नित्य जाप करें।
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कन्या राशि:—
इस माह के प्रारंभ में मन अनायास खिन्न रहेगा. कोई भी कार्य करने में मन नही लगेगा. बेवजह आलस्य और प्रमाद हावी रहेगा. मन की चंचलता अतिशय बढी हुई रहेगी इस वजह से झुंझलाहट और परेशानी ज्यादा बडेगी. मन-मस्तिष्क में ऋणात्मक भावों की अधिकता रहेगी. अंधविश्वास जैसी कुरीतियों के प्रति रूझान बढेगा. कोर्ट-कचहरी अथवा किसी राजकीय कार्य हेतु धन का वृथा व्यय होने का अंदेशा है.इस माह धन लाभ तथा कारोबारी कामों के लिए सितारा बेहतर, प्रभाव-दबदबा बना रहेगा मगर दूसरों के झमेले तथा जिम्मेदारी में फंसने से बचना ठीक रहेगा, पांव फिसलने का भी डर रहेगा..इस माह कामकाज में कामयाबी मिलेगी फिर आगे समय भी बेहतर समझें

शुभ तिथियाँ:- 6,7,9,16,19,24,27,29

इस माह यह उपाय करें :-
(1) कीडे-मकौडों को तिल चावल मिश्रित कर डालते रहें.
(2) जल सेवा करें.
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तुला राशि:-
इस माह के प्रारंभ में शरीर ऊर्जावान रहेगा जिसकी बदौलत आप दुगुने उत्साह से कार्य कर पायेंगे. व्यापार व्यवसाय में आशातीत सफ़लता प्राप्त होगी. घर परिवार व जीवन साथी से बढिया तालमेल बना रहेगा, घर में शादी-विवाह योग्य सदस्यों के लिये रिश्ते की बात तय हो सकती है.यह माह सरकारी कामों में कदम बढ़त की तरफ, बड़े लोग मेहरबान रहेंगे, व्यापार-कारोबार में लाभ मगर उलझनों के उभरने के कारण आपकी समस्त योजनाबंदी उखडऩे-बिगडऩे का डर रहेगा। इस माह कारोबारी टूर करें न ही किसी की जिम्मेदारी में फंसें, अलबत्ता आगे समय बेहतर बनेगा।

शुभ तिथियाँ:-2,3,12,15,23,29,30

इस माह यह उपाय करें :-
(1) नित्यप्रति रूद्राभिषेक करें.
(2) त्रि मुखी रूद्राक्ष धारण करें.
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वृश्चिक राशि:-
इस माह के प्रारंभ से ही शरीर में रुग्णता रहेगी, पुराने रोग कष्ट दे सकते हैं. पुराने लिये कर्ज को चुकाने की भी चिंता रहेगी. यह समय छात्रों के लिये सफ़लता प्राप्त करने में सहयोगी रहेगा. ननिहाल पक्ष की ओर से किसी सुखद समाचार की प्राप्ति हो सकती है. इस माह ध्यान रखें कि तबीयत में तेजी के कारण किसी के साथ झगड़ा न हो जाए, मगर कामकाजी दशा आरामदायक रहेगी, सफलता साथ देगी। साढ़ेसाती किसी न किसी काम में पेचीदगी जागृत रखने वाली है। एहतियात रखें। वैसे इस माह हर मोर्चे पर बेहतरी होगी मगर आगे समय नुक्सान-परेशानी तथा तनाव बनाए रखने वाला होगा।

शुभ तिथियाँ:-16,20,22,24,25,29

इस माह यह उपाय करें :-
(1) गौ सेवा करें.
(2) गले में चाँदी धारण करें.
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धनु राशि:-
इस माह की शुरुआत में तन मन अध्यधिक स्वस्थ और प्रफ़ुल्लित रहेगा. इस समय में आपको शरीर, बुद्धि और भाग्य का अदभुत सहयोग मिलेगा. यही समय है जिसमें आप अपने सभी पुराने रूके कार्यों को निपटा लें और समय का सदुपयोग करें. संतान की तरफ़ से साथ-सहयोग मिलता रहेगा. मन की प्रसन्नता भी बरकरार रहेगी. इस माह सेहत के बिगडऩे तथा किसी सरकारी काम के उलझने-बिगडऩे का डर मगर आम हालात अनुकूल चलते जाएंगे। 26 से 27 शाम तक खान-पान संभल कर करें, मौसम के प्रभाव से भी अपना बचाव रखना ठीक रहेगा…इस समय ढुलमुल प्रयासों के साथ कोई सरकारी काम हाथ में न लेना ठीक रहेगा, फिर आगे समय कारोबारी तौर पर अच्छा समझें।

शुभ तिथियाँ:-11,15,17,19,26,27

इस माह यह उपाय करें :—
(1) मस्तक पर नित्य सफ़ेद चंदन का तिलक लगायें.
(2) “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:” मन्त्र का जाप करें.
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मकर राशि:-
इस माह के प्रारंभ से ही मन चंचल और आशिक मिजाजी में रहेगा. विपरीत लिंगियों की तरफ़ विशेष आकर्षण रहेगा. बहुत सोच समझकर कदम बढायें, व्यर्थ की बदनामी मिल सकती है. यदि मन के अपेक्षा बुद्धि से काम लेंगे तो पुराने चले आ रहे प्रेम प्रसंग को मंजिल हासिल हो सकती है. इस माह सेहत के मामले में सावधान रहें, मगर कामकाजी मोर्चा पर स्थिति ठीक, मन पर सात्विक सोच प्रभावी रहेगी। 26 से 27 शाम तक कामकाज की दशा अच्छी, दोनों पति-पत्नी एक-दूसरे के प्रति अनुकूल रहेंगे। यह समय भ्रमण मनोरंजन, आमोद प्रमोद और भोग विलास की सामग्रियां पर खर्च करने में ही व्यतीत होगा. पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें.

शुभ तिथियाँ:-8,16,19,20,24,27,28

इस माह यह उपाय करें :-
(1) दुग्ध, शरबत इत्यादि किसी पेय पदार्थ का दान करते रहे.
(2) पक्षियों को सफ़ेद ज्वार डालें.
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कुंभ राशि:-
इस माह दुश्मनों के उभरने तथा सेहत के बिगडऩे का डर रहेगा, मगर कामकाज के कामों में कदम बढ़त की तरफ, मित्र-सहयोगी सहयोग करेंगें।
माह का पूर्वार्ध आपके लिए काफ़ी भागदौड वाला रहेगा लेकिन इस भागदौड का समुचित फ़ल आपको प्राप्त होगा. यह समय ज्ञान प्राप्ति में विशेष सहायक रहेगा एवं विद्यार्थियों को मेहनत अनूरूप अच्छी सफ़लता प्राप्त होने के योग हैं. जो जातक बहुत लम्बी समयावधि से किसी रोगादि का सामना कर रहे हैं, उनके लिए यह समय थोडा कष्टमय वातावरण का निर्माण कर सकता है. अपने खान पान व डाक्टर की सलाह पर अवश्य ध्यान दे.खान-पान मर्यादा में करें, फिर आगे समय बेहतर बनेगा। उपयोगी वार्तालाप होगा। किसी समस्या का समाधान आपके प्रयासों से संभव है। सामाजिक सम्मान एवं यश मिलेगा। व्यापार अच्छा चलेगा।

शुभ तिथियाँ:-2,7,15,16,19,23

इस माह यह उपाय करें :-
(1) सुस्वादु एवं स्वास्थ्यवर्धक खान पान रखें.
(2) एकादश मुखी रूद्राक्ष धारण करें.
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मीन राशि:-
इस माह कारोबारी दशा संतोषजनक, यत्न करने पर योजनाबंदी कुछ आगे बढ़ेगी, मगर दुश्मनों से सावधानी आवश्यक हैं ।
माह के पूर्वार्ध में घर परिवार में कोई शुभ प्रसंग का अवसर आयेगा. आपकी वाणी में काफ़ी ओजस्विता रहेगी जिससे आपके सभी कार्य सहज रूप से बन जायेंगे. धनागमन की अच्छी संभावना है. कार्य रोजगार उत्तम रहेगा. माता के स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है. किसी मित्र की तरफ़ से कोई अशुभ समाचार प्राप्त हो सकता है. इस माह आर्थिक तथा कारोबारी दशा अच्छी, सफलता साथ देगी। अलबत्ता आगे समय सेहत के लिए नरम बनेगा।

शुभ तिथियाँ:-4,21,23,24,25,30

इस माह यह उपाय करें :-
(1) श्री भैरव चालीसा का नित्य पाठ करें.
(2) शनिवार का उपवास रखें.

पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री,(ज्योतिष-वास्तु सलाहकार)
राष्ट्रीय महासचिव-भगवान परशुराम राष्ट्रीय पंडित परिषद्
मोब. 09669290067 (मध्य प्रदेश) एवं 09024390067 (राजस्थान)

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