10 देशों में देखी जा रही विदिशा की रामलीला

3 साल में दो लाख से ज्यादा लोगों ने देखी विदिशा की रामलीला
ram baaraatram leela vidisha115 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक श्रीरामलीला देष में ही नहीं बल्कि विदेषांे में भी श्रद्धा के साथ देखी जा रही है । इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के 10 देषों में इस रामलीला को श्रद्धालु देख रहे हैं । गूगल की रिपोर्ट पर नजर डाली जाए तो तीन साल के अंदर अब तक देष- दुनिया के 2 लाख से ज्यादा लोग रामलीला देख चुके है ।
मालूम हो कि दुर्गानगर निवासी इंजीनियर बलराम साहू , ई . सुविधा कम्पनी के संचालक ने वर्ष 2013 में वेबसाइट बनाई थी । यह वेबसाइट इंजीनियर बलराम साहू द्वारा निरूषुल्क डिजाईन एंव डेवलप कि गई है । और पिछले तीन साल से निरूषुल्क अपनी सेवायें दे रहें है । जिसमें उन्होंने श्रीरामलीला मेला समिति का इतिहास , पदाधिकारियों की जानकारी , जानकारी, रोज होने वाली रामलीला के वीडियो , मासिक कार्यक्रम सहित मेले का विधान अपलोड किया है । तभी से वह एक माह तक चलने वाली तमाम गतिविधियों के वीडियो आरे फोटो डालते है । आ रहे हैं । खास बात यह है कि विदेषो में विदिषा की रामलीला के दर्षकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है । वर्ष 2015 में जहां 9 देषों में रामलीला देखी जा रही थीं । इस साल एक देष और बढ़ गया जिससे उनकी संख्या 10 हो गई है । बलराम साहू के मुताबित इस वेबसाइट को अब तक दो लाख से अधिक लोग देख चुके हैं । उनके अनुसार वेबसाईट देखने वालों में अमेरिका, ब्राजील, जापान , साउथ कोरिया, जर्मनी, रसिया, चीन सहित देष के यूपी , बिहार, हरियाणा, झारखंण्ड वेस्ट बंगाल, दिल्ली, महाराष्ट्र आदि राज्य शामिल है ।
विदेषों में बसे है षहर के लोग
Balram Sahu (MCA)दुनिया के जिन देषों ओर महानगरों में रामलीला देखी जा रही है उनमें विदिषा और रामलीला से जुड़े परिवारों के परिजन ज्यादा है । जो विदेषों में जाकर नौकरी, व्यवसाय आदि में लगें हुए है । रामलीला के प्रधान संचालक चन्द्रकिषोर मिश्र षास्त्री कि बेटी हिमानी षुक्ला अमेरिका के न्यूजर्सी एडीसन में है । वह कहती है कि वह रामलीला इंटरनेट के माध्यम से रोज देखती है । प्रधान संचालक ने बताया रोज फोन करके रामलीला मेले से संबंधित चर्चा करती है । इधर बहरीन में नौकरी कर रहे विदिषा के हिमांषु जैन कहते हैं कि वह भले ही यहां नौकरी कर रहे हों लेकिन विदिषा की हर गतिविधि की जानकारी रखते हैं । इंटरनेट के माध्यम से रामलीला भी रोज देखते है।

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