सुरक्षा उपकरणों के साथ कोई समझौता नहीं-जाट

avvnlअजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री पी.एस. जाट ने कहा कि मानव जीवन बचाना हम सभी का ध्येय हैं। ऐसे में विद्युत संबंधी कार्य करते हुए सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाए। उसके साथ कोई समझौता नहीं हों। प्रबंध निदेशक गुरूवार को हाथीभाटा स्थित डिस्कॉम कार्यालय सभागार में अजमेर जिला सर्किल के अभियंताओं की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिना सुरक्षा उपकरणों के कार्य करते पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाई की जाए। सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए प्रबंध निदेशक ने कहा कि पूरी सुरक्षा के साथ कर्मचारी कार्य करें, यह जरूरी हैं। इसके लिए सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण दिए जा रहे है वहीं सुरक्षा उपकरणों की खरीद की कार्यवाई भी की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि शट डाउन का कार्य भी टेलीफोन से नहीं किया जाएं इसके लिए पुस्तिका में प्रविष्टि का अंकन जरूरी हैं। सुरक्षा अधिकारी भी कार्य स्थल पर जाकर कार्य देखेंगे कि कर्मचारी सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग कर रहे है या नहीं। इस कार्य में सतर्कता बरतने पर ही किसी अनहोनी से बचा जा सकता हैं। इसका सभी ध्यान रखें।
उन्होंने कहा कि निगम के लोसेज गत वर्ष की तुलना में दो प्रतिशत कम करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्रभावी कार्यवाई सुनिश्चित की जाएं। वहीं राजस्व की वसूली पर भी पूरा ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि बिलिंग का कार्य समय पर हों। इसका ध्यान रखते हुए उसकी वसूली भी समय पर हो, इसकी पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं। इसके लिए युडीएआर एक्ट तथा भू राजस्व अधिनियम के तहत नोटिस दिए जाकर कार्यवाई अमल में लाई जाए।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि खराब पड़े मीटरों को बदलने का कार्य प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए। इसमें शिथिलता नहीं बरती जाएं। उन्होंने कहा कि कृषि मीटरिंग का कार्य भी सही हों तथा सरकार के निर्धारित मापदण्डानुसार उपभोक्ताओं को बिजली भी उपलब्ध हों। अब कृषि कार्य का समय आ रहा है ऐसे में कृषि फीडर की भी मीटरिंग का ध्यान रखा जाए, जहां सीटीपीटी खराब हैं, उसे तत्काल बदला जाएं।
उन्होंने कहा कि मोबाईल टावर्स पर कड़ी निगाह रखी जाएं। चोरी या गडबड़ी पाएं जाने पर सख्त कार्यवाई भी की जाए। वहीं नियमित रूप से गडबड़ी करने वाले मोबाईल टावर्स के विद्युत कनेक्शन भी काट दिए जाएं। इसके लिए मोबाईल टावर की शत प्रतिशत जांच की जाएं। उन्होंने बिलिंग कार्य समय पर किए जाने की हिदायत देते हुए निर्देश दिए कि बिलोें में गडबड़ी पाए जाने पर उसकी सूचना भी दी जानी चाहिए ताकि संबंधित एजेन्सी को पाबंद किया जा सकेें। उन्होंने डाटा इन्फोसिस एजेन्सी के द्वारा समय पर बिलिंग वितरण का कार्य नहीं किए जाने की स्थिति में उसके विरूद्ध कार्यवाई करने के भी निर्देश दिए। बिलिंग का कार्य समय पर होने पर ही राजस्व की प्राप्ति समय पर हो पाएंगी, इस कार्य को सभी गंभीरता से लें। उन्होंने बिलिंग एजेन्सी द्वारा दी जाने वाली सीडी का भी अवलोकन कर उसकी प्रभावी पर्यवेक्षण करने के लिए वरिष्ठ लेखाधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने रूपनगढ़ एवं नसीराबाद के सहायक अभियंताओं को इस बिलिंग कार्य में गति लाते हुए कलेक्शन एफिसिएन्सी बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
प्रबंध निदेशक ने किशनगढ़ क्षेत्र में ओद्योगिक क्षेत्रों के बिजली बिल समय पर वितरण करने के लिए ई-मेल के माध्यम से बिल भिजवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कृषि कार्य को देखते हुए खराब ट्रांसफोर्मर भी 72 घंटे में बदलने की कार्यवाई सुनिश्चित की जाए।
बैठक में निगम के तकनिकी निदेशक श्री के.सी. गोइदानी ने जीएसएस की जांच नियमित करने तथा उसकी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में तीन माह शेष है ऐसे में शत प्रतिशत राजस्व वसूली का प्रयास करते हुए छीजत कम करने के प्रयास करें।
इस मौके पर अजमेर संभागीय मुख्य अभियंता श्री बी.एस. रत्नू ने भी सभी से अपने राजस्व वसूली के लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करने तथा लोसेज कम करने पर जोर दिया। उन्होंने किशनगढ़ क्षेत्र में विद्युत बिलों को ई-मेल के माध्यम से भिजवाने के लिए तीन दिवस में सभी उद्योगों से ई-मेल पत्ते प्राप्त कर कार्यवाई करने के निर्देश दिए। वहीं अधीक्षण अभियंता (जिला वृत) श्री जे.एस.मांजू ने भी विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यो की जानकारी दी। बैठक में जिला वृत के समस्त अधिशाषी अभियंता एवं सहायक अभियंताओं ने भी किए गए विभिन्न कार्यो से अवगत कराया।

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