राजस्थान सरकार राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का नाम बदलने का निर्णय ना ले और ना ही ऐसा सोचे—–
केंद्र की UPA सरकार ने देश की प्रत्येक ग्रामपंचायत में राजीव गांधी सेवा केंद्र बनाए तथा कई करोड़ ₹ लगाकर इन केन्द्रों का निर्माण किया जहाँ ग्रामवासियो को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाए मिल जाए। इन राजीव गांधी सेवा केन्द्रों में I T की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई।
इस अभिनव योजना में भवन निर्माण तथा कार्यारम्भ रिकॉर्ड समय में प्रारम्भ किया गया जहाँ ग्रामवासियो को सेवाए प्राप्त हो रही है।
राजीव गांधी देश के ऐसे प्रधानमन्त्री थे जिन्होंने 21वीं सदी का सपना देखा और देश को 21 वीं सदी में प्रवेश कराया। आज जो information technology हम देश में देख रहे है व उपयोग कर रहे है यह उन्हीँ राजीव जी की देन है। पंचायत राज सशक्तिकरण सहित राजीव गांधी की उपलब्धियो की एक लम्बी फेहरिश्त है जो सदैव याद की जाती रहेगी।
कल भारत सरकार ने देश के पूर्व प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपयी को भारतरत्न सम्मान से नवाजा जिस का कांग्रेस सहित सभी दलों ने स्वागत किया।
BJP की केंद्र सरकार पता नही क्यों इस सम्मान के आदर को कम करना चाहती है। अभी कल भारतरत्न से सम्मानित किया और आज राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का नाम बदलने का प्रस्ताव कौन सी राजनीति या सुशासन का परिचायक है। नही कतई नही ऐसी हरकतो को तो नफरत व भेदभाव की राजनीति ही कह सकते है। क्या BJP राजस्थान में सेवा केन्द्रों का नाम बदल राजीव गांधी के योगदान को कम कर सकती है?जन जन के मन में बसे राजीव जी के सम्मान को कम कर सकती है?कदापि नही। राजस्थान की भाजपा सरकार को ऐसा निर्णय नही लेने की हमारी मांग है कि राजस्थान के 9417 राजीव गांधी सेवा केन्द्रों को राजीव जी के नाम पर ही रखे
डॉ श्रीगोपाल बाहेती,पूर्व विधायक