अजमेर, 24 मई। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. में मृत कर्मचारियों के छब्बीस आश्रितों को निगम के विभिन्न कार्यालयों में दो वर्ष की परिवीक्षाकाल पर प्रोबेशनर ट्रेनी के रूप में फिक्सड रेमुनरेशन पर नियुक्ति प्रदान की गयी है।
निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री डी. के. शर्मा ने बताया कि नियुक्त किए गए ट्रेनी में एक को कनिष्ठ अभियंता (आई.टी.) के पद पर, सात को कनिष्ठ लिपिक के पद पर, पांच को सहायक प्रथम के पद पर, नौ को सहायक द्वितीय के पद पर तथा चार को चपरासी के पद पर नियुक्ति दी गयी है। उन्हांेने बताया कि कनिष्ठ अभियंता (आई.टी.) के पद पर श्री निखिल भावसर पुत्रा श्री कन्हैया लाल भावसर को सचिव (प्रशासन) अजमेर के कार्यालय में लगाया गया हैं। कनिष्ठ लिपिक के पद पर कुमारी आशू शर्मा पुत्राी श्री सुरेश कुमार शर्मा को अधीक्षण अभियंता (पवस) झुंझुनूं में, श्री कन्हैया लाल साहू पुत्रा श्री अशोक कुमार साहू को अधीक्षण अभियंता (पवस) चित्तौड़गढ़ में, श्रीमती मंजू सूंडा पत्नी श्री मनोज कुमार को अधीक्षण अभियंता (पवस) सीकर, श्री विवके शर्मा पुत्रा श्री महेश कुमार शर्मा को एमडी सेल जयपुर में, श्रीमती पंकज पत्नी श्री कपिल को अधीक्षण अभियंता (पवस) झुंझुनूं में, श्रीमती मनीषा सैनी पत्नी श्री मुकेश कुमार सैनी को अधीक्षण अभियंता (पवस) सीकर में एवं श्री भंवानी सिंह पुत्रा श्री लिछमण सिंह को अधीक्षण अभियंता (पवस) सीकर के कार्यालय मंे लगाया गया हैं। वहीं सहायक प्रथम के पद पर श्री दिलिप सिंह पुत्रा श्री चन्द्र सिंह को अधीक्षण अभियंता (अ.जि.वृ.) अजमेर में, श्री रामदेव राम पंवार पुत्रा श्री तेजा राम को अधीक्षण अभियंता (पवस) नागौर में, श्री रूप चन्द पुत्रा श्री भंवर लाल को अधीक्षण अभियंता (पवस) नागौर में, श्री गौरव दगदी पुत्रा श्री ओम प्रकाश दगदी को अधीक्षण अभियंता (अ.श.वृ.) अजमेर में तथा श्री प्रमोद सिंह पुत्रा श्री दलीप सिंह को अधीक्षण अभियंता (पवस) झुंझुनूं के कार्यालय में नियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि सहायक द्वितीय के पद पर श्री सांवर सिंह शेखावत पुत्रा श्री माना को अधीक्षण अभियंता (अ.श.वृ.) अजमेर में, श्री शंभू गादरी पुत्रा श्री मोहन लाल गादरी को अधीक्षण अभियंता (पवस) चित्तौड़गढ़ में, श्री भंवर सिंह पुत्रा श्री दयाल सिंह को अधीक्षण अभियंता (पवस) नागौर में, श्री दिनेश माली पुत्रा श्री कन्हैयालाल माली को अधीक्षण अभियंता (अ.जि.वृ.) अजमेर में, श्री गोपाल सेन पुत्रा श्री गिरधारी लाल को अधीक्षण अभियंता (पवस) नागौर में, श्री रामावतार गुर्जर पुत्रा श्री लीलाधर को अधीक्षण अभियंता (पवस) झुंझुनूं में, श्री दिनेश कुमार पुत्रा श्री अशोक कुमार को अधीक्षण अभियंता (अ.श.वृ.) अजमेर में, श्री कपिल जोशी पुत्रा श्री रमेश चन्द्र जोशी को अधीक्षण अभियंता (पवस) बांसवाड़ा में तथा श्री भवानी सिंह पुत्रा श्री किशोर सिंह को अधीक्षण अभियंता (पवस) सीकर के कार्यालय मंे लगाया गया है। इसी प्रकार चपरासी के पद पर श्रीमती डाली देवी पत्नी श्री विजय सिंह को अधीक्षण अभियंता (अ.जि.वृ.) अजमेर में, श्रीमती समरीन बानो पत्नी श्री अबरार अहमद को अधीक्षण अभियंता (पवस) सीकर में, श्रीमती डिम्पल देवी पत्नी श्री ओमप्रकाश को अधीक्षण अभियंता (पवस) सीकर में तथा श्रीमती कूरी देवी पत्नी श्री बापू लाल को अधीक्षण अभियंता (पवस) डूंगरपुर के कार्यालय में नियुक्त किया गया है।
निगम के सचिव (प्रशासन) श्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि कनिष्ठ अभियंता को रेमुनरेशन के रूप में 13200 रूपए, कनिष्ठ लिपिक 8910 रूपए, सहायक प्रथम को 7790 रूपए तथा सहायक द्वितीय/चपरासी को 7000 रूपये प्रतिमाह मिलेगें।
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ईयूडीआर एक्ट के तहत 21 करोड़ 44 लाख रूपए की वसूली
अजमेर, 24 मई। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. द्वारा गत वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान ईयूडीआर एक्ट (विद्युत बकाया वसूली नियम) के तहत कुल 25 हजार 323 प्रकरणों में 21 करोड़ 44 लाख 39 हजार रूपए की वसूली की गई है।
निगम के प्रबंध निदेशक श्री डी. के. शर्मा ने बताया कि बकाया वसूली के तहत उपभोक्ताओं से ईयूडीआर एक्ट के तहत नोटिस देकर कार्यवाही की गई। उन्हांेने बताया की सर्वाधिक वसूली नागौर सर्किल में 12 हजार 42 प्रेकरणों में 8 करोड़ 89 लाख 69 हजार रूपए की वसूली की गई है। जबकि सीकर सर्किल में 3 हजार 395 प्रकरणों में 7 करोड़ 49 लाख 4 हजार, चितौड़गढ़ सर्किल में 5 हजार 525 प्रकरणों में 2 करोड़ 21 लाख 21 हजार, भीलवाड़ा सर्किल में एक हजार 170 प्रकरणों में 84 लाख 24 हजार, अजमेर शहर सर्किल में 681 प्रकरणों में 65 लाख 15 हजार, झुंझुनूं सर्किल में 342 प्रकरणों में 52 लाख 38 हजार, राजसमंद सर्किल में एक हजार 158 प्रकरणों में 26 लाख 28 हजार, प्रतापगढ़ सर्किल में 140 प्रकरणों में 21 लाख 52 हजार, अजमेर जिला सर्किल में 585 प्रकरणों में 15 लाख 79 हजार, उदयपुर सर्किल में 153 प्रकरणों में 11 लाख 24 हजार तथा डूंगरपुर सर्किल में 132 प्रकरणों में 7 लाख 95 हजार रूपए की वसूली की गई है।