30 से 33 रू. के प्राइस बैंड पर आफर किया गया है शेयर
इंदौर, 26 अप्रैल 2018। इंदौर स्थित गोधा कैबकॉन एंड इशूलेशन लि. प्रारंभिक सार्वजनिक आफर (आईपीओ) के साथ पूंजी बाजार में प्रवेश कर रही है। कंपनी 10 रू. अंकित मूल्य के 30,00,000 इक्विटी शेयर प्रति इक्विटी शेयर 30 से 33 रू. के प्राइस बैंड पर जारी कर रही है, जिसका कुल मूल्य 09 करोड़ रू. से 0.9.90 करोड़ रू का है। निर्गम में 1,60,000 इक्विटी शेयर मार्केट मे कर को अभिदान के लिए आरक्षित है और आम जनता को अभिदान के लिए शुद्व निर्गम 28,40,000 इक्विटी शेयरों का उपलब्ध होगा, जिसका मूल्य 0.852,00,000 से 9,37,20,000 रू. है। सार्वजनिक निर्गम अभिदान के लिए शुक्रवार 27 अप्रैल को खुलेगा और गुरूवार, 3 मई 2018 को बंद होगा। शेयर एनएसई इमर्ज पर सूचीबद्व होंगे। आईपीओ का बुक रनिंग लीड मैनेजर मार्क कार्पोरेट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड है।
गोधा कैबकॉन एंड इशूलेशन लि. एक इंदौर स्थित कंपनी है और यह एसीएसआर/एएएसी/एएसी कंडक्टर्स की एक अग्रणी उत्पादक है। कंपनी मध्य प्रदेश में एक अग्रणी मैन्यूफैक्चरर्स है और इस के पास नई मशीनों में बेहतरीन टैक्नोलाजी है। 5800 एमटीपीए की उत्पादन क्षमता के साथ कंपनी को वर्ष 2011 में आईएसआई मान्यता मिली, उसके बाद अपनी क्षमता बढ़ाकर 15000 एमटीपीए कर दी है और राज्य इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड द्वारा जारी सरकारी निविदाओ में यह भाग ले रही है, जिससे प्रचुरग्रोथ प्रदर्शन मिला है। क्षमता विस्तार में नवीन टैक्नोलाजी पर आधारित वायर ड्राविंग मशीन लगाना शामिल है, जिससे एक समय में दो वायर उत्पन्न किए जा सकते है। गोधा कैबकॉन एंड इशूलेशन लि. अब अल्युमिनियम तथा भिन्न अलॉय के साथ वायर कंडक्टर्स की रेंज का उत्पादन करती है।
गोधा कैबकॉन एंड इशूलेशन लि. इस आईपीओ के माध्यम से पूंजी बाजार में प्रवेश कर रही है, इस का मुख्य लक्ष्य शुद्व नये निर्गम से प्राप्त धन राशि से कार्यशील पूंजी की जरूरतें और सामान्य कार्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करना है। वित्तीय वर्ष 2016-17, 2015-16 और 2014-15 के लिए कंपनी की कुल आय क्रमशः 7436.82 लाख रू, 4410.96 लाख रू, और 1680.93 लाख रू है। उक्त समान अवधि में शुद्व लाभ क्रमशः 137.27 लाख रू, 67.55 लाख रू, और 15.35 लाख रू रहा है। वित्तवर्ष 2017-18 के सात महीने की अवधि के लिए कुल आय एवं शुद्व लाभ क्रमशः 4285.26 लाख रू और 170.50 लाख रू है। कंपनी 15 जुलाई 2017 तक प्रोपराइटर शिप के रूप में परिचालित रही है।
एक अनुमान है कि 13वीं योजना अवधि के दौरान 105,580 सीकेएम ट्रांसमिशन लाइन की वृद्वि होगी, जिसमें एचवीडीसी 4280 सीकेएम, 27300 सीकेएम (765केवी), 46000 सीकेएम (400केवी) और 28000 सीकेएम (200केवी) शामिल है। 2,92,000 एमवीए की ट्रांसफार्मेशन क्षमता में 1,14,000 एमवीए (765केवी), 103000 एमवीए (400केवी), 75000 एमवीए (200केवी) और 14,000 एमडब्ल्यू (एचडीवीसी) के 13वीं योजना अवधि के दौरान जोडे़ जाने की संभावना है। भारतीय इलेक्ट्रिक वायर एवं केबल मार्केट की 2020 तक 16 प्रतिशत सीएजीआर पर स्थिर विकास की संभावना है। यह मुख्यतया ऐसे स्थानों पर टीएंडडी बुनियादी संरचना अभाव के कारण, जहां अक्षय ऊर्जा संसाधन है। आटोमोबाइल उद्योग में विकास की संभावना गोधा कैबकॉन एंड इंशूलेशन लि. के शुभ संकेत है।
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अतुल मलिकराम
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