कौन बनेगा केकड़ी का प्रधान?किसके सिर सजेगा ताज?

केकड़ी 7 दिसंबर (पवन राठी)पंचायत समिति और जिला परिसद सदस्यो के लिए सम्पन्न चुनावो के मतों की गिनती मंगलवार 8 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर की जाकर चुनाव परिणामो की घोषणा की जाएगी।
केकड़ी पंचायत समिति के 15 वार्डों पर एक दृष्टि डालते है कि मतदान के परिणाम क्या क्या गुल खिला सकते है।केकड़ी पंचायत समिति के वार्ड नंबर 1 जूनिया जिसमें त्रिकोणीय मुकाबला था चुनाव के बाद ऐसी संभावना जताई जा रही है ,कि इस वार्ड में भाजपा और निर्दलीय के बीच में चुनावी मुकाबला माना गया ,हालांकि राजनीतिक पंडित यंहा भा ज पा प्रत्यासी की विजय मानकर चल रहे है इसमें कितनी सच्चाई है यह तो परिणाम तय करेंगे ।वार्ड नंबर 2 नायकी धुआं लिया जाल का खेड़ा राजपुरा सांपदा व मदनपुरा सम्मिलित है कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों ही दलों से दुर्गा देवी नाम के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं यहां कांग्रेस की स्थिति मजबूत मानी जा रही है। वार्ड नंबर 3 भाजपा के होनहार सिंह राठौड़ व कांग्रेस के सीताराम धाकड़ निर्दलीय सुनील के बीच में मुकाबला है। सर्वे के अनुसार यहां पर भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जा रही है ।वार्ड नंबर 4 में भाजपा से सीमा बेरवा कांग्रेस से सूरता बेरवा उम्मीदवार है इस वार्ड में कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर मानी जा रही है ।यह सीट कांग्रेस को जा सकती है।वार्ड नंबर 5 में धर्मी चंद रेगर भाजपा जगदीश बेरवा कांग्रेस के उम्मीदवार है वार्ड नंबर 5 में भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जा रही है ।वार्ड नंबर 6 भाजपा से भंवरी देवी गुर्जर कांग्रेस से मंजू कंवर चुनाव मैदान में है इस वार्ड में कांग्रेस की स्थिति काफी मजबूत है ।वार्ड नंबर 7 भाजपा से लाडा देवी शर्मा कांग्रेस से दीपिका गौतम चुनाव मैदान में है वार्ड नंबर 7 में दोनों ही प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में पूरा दमखम लगाया है। यहां पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत मानी जा रही है ।वार्ड नंबर 8 जिसमें दिनेश कुर्मी भाजपा के उम्मीदवार है कांग्रेस से मनराज और निर्दलीय देवकरण के बीच में चुनाव में मुकाबला है ।यहां पर कांग्रेस के मनराज कीर की स्थिति मजबूत मानी जा रही है ।वार्ड नंबर 9 भाजपा से शिव प्रकाश बेरवा कांग्रेस से बन्ना लाल बेरवा चुनाव मैदान में है यहां पर दोनों ही प्रत्याशी के बीच में कांटे का मुकाबला है लेकिन कहीं ना कहीं भाजपा के उम्मीदवार का पलड़ा भारी है। वार्ड नंबर 10 में गोपाल मीणा भाजपा से यादराम मीणा कांग्रेस के उम्मीदवार है, यहां स्थिति साफ नहीं है दोनों ही प्रत्याशियों के बीच में कांटे का मुकाबला माना जा रहा है ।जीत हार का अंतर भी काफी कम माना जा रहा है ।वार्ड नंबर 11 में कांग्रेस से सोनू कुमावत भाजपा से मीरा कुमावत चुनाव मैदान में है यहां भाजपा की मीरा कुमावत का दबदबा माना जा रहा है। वार्ड नंबर 12 की हम बात करें तो यहां पर भाजपा से कंचन देवी मेघवंशी और कांग्रेस से शीला देवी रेगर चुनाव मैदान में है इस वार्ड में भी कांग्रेस और भाजपा के बीच में टक्कर मानी जा रही है ।वार्ड नंबर 13 जिसमें भाजपा की पुष्पा कवर वह कांग्रेस से सुमित्रा गुर्जर चुनाव मैदान में हैं वार्ड नंबर 13 में भाजपा का दबदबा माना जा रहा है ।वार्ड नंबर 14 बघेरा जिसमें की भाजपा से अशोक जोशी व कांग्रेस से संदीप पाठक चुनाव मैदान में हैं दोनों ही ब्राह्मण प्रत्याशी है वार्ड नंबर 14 परंपरागत भाजपा की सीट है, लेकिन इस बार यहां पर कांग्रेस और भाजपा के बीच में कांटे का मुकाबला है । वोटिंग प्रतिशत कम रहना यहां भाजपा के लिए नुकसानदायक हो सकता है इस सीट पर जीत हार का अंतर बहुत ही कम मतों का रहेगा। वार्ड नंबर 15 जिसमें राजू धाकड़ भाजपा के उम्मीदवार है जुआरा प्रजापत कांग्रेस के उम्मीदवार है इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा माना जा रहा है ।केकड़ी पंचायत समिति के 15 ही वार्डों में सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिए जीत हासिल करना आसान नहीं है ।भाजपा भी टक्कर में नजर आ रही है, लेकिन कहीं ना कहीं भाजपा की परंपरागत सीटों पर वोटिंग प्रतिशत कम रहना भाजपा के लिए नुकसानदायक होगा और इसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिलेगा ,हालांकि राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा व उनके पुत्र सागर शर्मा ने जिस तरह चुनाव में कमान संभाली थी ,कहीं ना कहीं कांग्रेश को उसका फायदा मिलेगा ,लेकिन कई वार्ड ऐसे हैं जहां पर भाजपा का हमेशा दबदबा रहता है ,ऐसे वार्ड में अगर कांग्रेस के प्रत्याशी जीत कर आते हैं तो यह जीत कांग्रेस के लिए वास्तविक जीत होगी यह चुनाव चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव है तो भाजपा के प्रभारी राजेंद्र विनायका के लिए अग्नि परीक्षा क्योंकि यह चुनाव भाजपा के राजेंद्र विनायका की आने वाली राजनीति का भविष्य तय करेगी ।हालांकि कौन जीतेगा और कौन हारेगा इसका फैसला तो कल आने वाले चुनाव परिणाम ही तय करेंगे लेकिन यह तय है कि भाजपा और कांग्रेस दोनो की ही राह आसान नही है।राजनीतिक पंडितो के अनुसार भाजपा 7 सीटे जबकि कांग्रेस के खाते में 8 सीट जाना माना जा रहा है।कांग्रेस को सत्ता का फायदा भी कुछ सीटों पर मिलना तय है तो भा ज पा ने भी पूरी ताकत झोंकी है कि पंचायत समिति पर उसका कब्जा हो सके। लेकिन विश्लेषण से प्रधान पद पर कांग्रेस प्रत्यासी की ताजपोशी पक्की लग रही है।

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