अजमेर। नगर सुधार न्यास में लगाये गये प्रशासन शहरों के संग शिविर के दौरान सोमवार को कोटड़ा क्षेत्र के लोगों ने विधायक वासुदेव देवनानी के साथ शिविर में हंगामा मचा कर नियमन में हो रही धंाधली, जनता के साथ हो रही धोखाधड़ी और नियम विरुद्ध हो रही वसूली रोकने की मांग के साथ यूआईटी चेयरमेन, सेक्रेट्री और नियमन प्रभारी के नाम ज्ञापन सौंपा।
देवनानी ने राज्य सरकार द्वारा आयोजित प्रशासन शहरों के संग अभियान के अन्तर्गत नगर सुधार न्यास द्वारा नियमन शिविर लगाकर पुष्कर रोड़ स्थित कोटड़ा क्षेत्र के सैंकड़ों व्यक्तियों को 6-7 लाख रुपए तक की बड़ी राशि के मांग पत्र दिये जाने पर इन शिविरों के माध्यम से गरीब जनता को राहत देने के बजाय उलटा लूटने का आरोप सरकार पर लगाया है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि हमने वर्ष 2001 में ही न्यास में नियमन हेतु आवेदन कर दिया था तब नियमन दर 105 रुपए प्रति वर्गगज थी, परन्तु अब न्यास द्वारा 1500 रुपए प्रति वर्गगज की दर से मांग पत्र दिये गये है, साथ ही 80 प्रतिशत लीज मनी राशि मांगी जा रही है। इस क्षेत्र में न्यास की योजना भी 1994 के बाद आयी जबकि यह इससे पूर्व का आबादी क्षेत्र है।
देवनानी ने न्यास अध्यक्ष व सचिव से सरकार के तुगलकी आदेशों द्वारा गरीब जनता के शोषण पर तत्काल रोक लगाये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि विकास शुल्क व नियमन शुल्क के नाम इतनी बड़ी राशि के मांग पत्र दिये जाने का सीधा सा मतलब है कि सरकार इन शिविरों के माध्यम से आम जनता को कोई राहत नहीं देना चाहती क्यों कि इतनी बड़ी राशि जमा करवाना इनके लिए सम्भव नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन शिविरों के माध्यम से आम जनता की भलाई का कोई भी काम करने की सरकार की मंशा दूर तक नजर नहीं आ रही है। इन शिविरों में केवल अमीर लोगो व भूमाफियाओं के काम ही हो रहे है। इस संबंध में न्यास अध्यक्ष व सचिव ने जारी मांग पत्रों के संबंध में 15 दिवस की छूट एवं सरकार से प्राप्त मार्गदर्शनानुसार कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया है।