नई दिल्ली । अरबपति बिल्डर व कारोबारी दीपक भारद्वाज हत्याकांड में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को मुख्य आरोपी पुरुषोत्तम राणा (30) को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, दूसरे आरोपी सुनील मान (26) ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इससे पहले दो अन्य आरोपी राकेश व अमित को पुलिस ने पहले से ही हिरासत में ले रखा था जिनकी गिरफ्तारी आज दिखाई गई है। पुरुषोत्तम, सुनील व अमित के खिलाफ पहले से भी हत्या के प्रयास व अन्य मामले दर्ज हैं। चारों से पूछताछ में पुलिस ने हत्या की सुपारी देने वाले साजिशकर्ता की भी पहचान कर ली है। दिल्ली पुलिस आज इस मामले में पत्रकार वार्ता कर पूरे घटनाक्रम का खुलासा करेगी।
छह दिनों से आरोपी पुलिस को छकाते रहे। इनके पीछे दक्षिण जिला समेत स्पेशल सेल व अपराध शाखा की कई टीमें लगी हुई थी तब जाकर सोमवार को सफलता मिली। पुरुषोत्त और सुनील आज पटियाला हाउस कोर्ट में अपने वकील के साथ सरेंडर करने आए थे। लेकिन इसकी भनक पुलिस को पहले ही लग गई और पुरुषोत्तम को सरेंडर करने से पहले गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि दूसरे आरोपी सुनील ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
राकेश को दक्षिण जिला पुलिस ने घटना के अगले दिन 27 मार्च को ही बाहरी दिल्ली के खेरा कला गांव से हिरासत में ले लिया था। वारदात में उपयुक्त स्कोडा लॉरा कार इसी के नाम पर पुरुषोत्तम ने खरीदा था। कार खरीदने के लिए पुरुषोत्तम ने उसे 8 लाख रुपये दिया था। यह कार 10 दिन पहले खरीदी गई थी। पुरुषोत्तम भी खेरा कला गांव का रहने वाला है। कार भी 27 मार्च को बरामद कर लिया गया था। उस दौरान राकेश ने पूछताछ में बताया था कि हत्याकांड के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। उससे सुनील ट्रायल के बहाने कार मांग कर ले गया था इसलिए उसने कार दे दी थी। उसकी दलील पुलिस को हजम नहीं हो रही थी और उसी दिन से इसे हिरासत में रखा गया था। पुरुषोत्तम के खिलाफ पहले से बाहरी जिला में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। तीन महीने पहले यह केस दर्ज हुआ था किंतु अभी तक वहां की पुलिस इसे गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। बीते फरवरी महीने में भी इसने अपनी बहन की शादी में गोलियां चलाई थी। तब भी इसे नहीं पकड़ा गया।
राकेश से पूछताछ के बाद पुलिस ने रविवार को पेशे से चालक अमित को हिरासत में ले लिया था। इसके खिलाफ भी बाहरी जिला में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। चारों आरोपी बाहरी जिला के खेरा कला गांव व अलीपुर के रहने वाले हैं। ये सभी बदमाश हैं इस बात की जानकारी इनके गांव वालों व पुलिस को थी। ये लोग तीन-तीन गाड़ियों से चलते थे। अमित व राकेश से पूछताछ के बाद पुलिस ने इनके खिलाफ अपराधिक वारदात में सहयोग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
उधर, सोमवार सुबह अपराध शाखा ने पहले पुरुषोत्तम को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया फिर पटियाला हाउस कोर्ट में आत्मसमर्पण करने आए सुनील को भी दबोच लिया। चारों से पूछताछ कर पुलिस साजिशकर्ता के बारे में पता लगा रही है।
गौरतलब है कि दीपक भारद्वाज की पत्नी रमेश कुमारी और बड़ा बेटा हितेश उनसे काफी समय से अलग रह रहा था। सूत्र बता रहे हैं कि भारद्वाज की हत्या केंद्र में एक महिला है। यह महिला पश्चिमी दिल्ली के इलाके में रहती है। पुलिस ने इससे भी पूछताछ की थी। महिला ने हत्या के लिए भारद्वाज की पत्नी को जिम्मेदार ठहराया है। कहा जा रहा है कि इस रिश्ते की वजह से मां-बेटे काफी नाराज थे। दोनों को आशंका थी कि दीपक अपनी करोड़ों की जायदाद इस महिला को न दे दें। वहीं दीपक की पत्नी का कहना है कि इस महिला ने करोड़ों रुपये और प्रॉपर्टी हड़पने के बाद उनका कत्ल करा दिया। हत्या की सुपारी देने के आरोप पर रमेश का कहना है कि उनके पास पैसे ही नहीं है तो वह कहां से किसी को दे सकते हैं।