शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा में उमडा जन सैलाब

4_Surjpura-शंकर खारोल- सूरजपुरा / कस्बे के समीपवर्ती ग्राम प्रतापपुरा मे षिव परिवार प्राण प्रतिस्टा दो दिवसीय महोत्सव का समापन षिव परिवार की प्राण प्रतिस्टा व 81 जोडो द्वारा आहुतिया के साथ सम्पन्न हुआ । दो दिनो से चले महोत्सव के दूसरे दिवस गुरूवार को गणेष पुजन के पष्चात आचार्य पुखराज षास्त्री,चेतन तिवाडी,व ग्यारह पडितो के सानिध्य मे एक प्रधान कुण्ड व ग्यारह वेदियो मे इक्यासी जोडो ने मंत्रोचार सहित आहुतिया देकर षिवजी से सुखषान्ति की कामना की। हवन सवा आठ बजे सेषुरू हुआ।ग्यारह बजे षिव परिवार का अभिषेक किया गया। अभिजित मुहुर्त सवा बारह बजे षिव परिवार गजानन्द गणेष, पार्वति, रिद्वीसिद्वी, नन्दी महाराज, षिवलिग,संकटमोचक हनुमान की प्राण प्रतिस्आ की गयी। इस दौरान षिव मंदिर पर सवा बारह बजे अभिजित मुहुर्त मे मंदिर पर कलष चढाया गया।हवन मे आहुतियो देने वाले जोडो को ससुराल पक्ष द्वारा वस्त्र पहनाए गए। इस दोरान आस पास के गावो सहित ग्रामिणो के रिष्तेदारो ने भाग लिया।

षिवरात्रि पर्व पर षिवालयो मे गुजे हर हर महादेव के जयकारे
कस्बे क्षेत्र के आस पास के गावो मे महाषिवरात्रि के पावन पर्व ग्रामिणो ने भोले महादेव की पूजा अर्चना कर सुखषान्ति की कामना की।प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे क्षेत्र के ताजपुरा, छापरी, अजगरी, चण्डाली, बिलिया सहित आस पास दर्जनो गावो मे महाषिवरात्रि पर्व को उत्साहपूर्वक श्रद्वाभाव के साथ मनाया गया। कस्बे के मुख्य बाजार मे तेजा मंदिर के समीप स्थित महादेव मन्दिर मे गुरूवार सुबह भक्तगणो का ताता लगा रहा। षिव मंदिर मे भगवानषंकर के भक्तो ने षिवलिग पर बिब्ल पत्र,बेलफल,बेर,धतूरा,भांग आदि चढाकर पूजा अर्चना की। षिव मंदिर को ग्रामिणो ने साजसज्जा कर पूर्व संध्या पर भजन संध्या का आयोजन किया गया। ग्रामिणो ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि संसार के प्रारम्भ मे इसी दिन मध्यरात्रि मे भगवानषंकर का ब्रह्मा से रूद्र के रूप मे अवतरण हुआ था।प्रलय की वेला मे इसी दिन प्रदोस के समय भगवान षंकर ने तांण्डव करते हुए तीसरे नेत्र की ज्वाला से समाप्त किया था। इसी दिन भगवान षंकर और पार्वती का विवाह हुआ था।

error: Content is protected !!