आर्थिक तंगी से बच्चो को षिक्षा से वंचित होने की मजबूरी
मुख्यमंत्री विधायक से गुहार लगाने पर भी नही हुई कार्यवाही
-शंकर खारोल– सूरजपुरा / सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित पालनहार योजना के तहत पात्र महिलाओ को दो सालो पूर्व प्रषासन गावो के संग अभियान के तहत अजमेर जिले की अराई पंचायत समिति के ग्राम पंचायत बोराडा,फतेहगढ, बिडला, स्यार,हिगोनिया, के गावो की आधा दर्जन महिलाओ के आवेदन करने के दो साल बाद भी दर दर भटकना पड रहा है। पात्र महिलाओ द्वारा मुख्यमंत्री ,विधायक,से गुहार लगाते हुए विभागीय आला अधिकारी से दरवाजे खटखटकाने के बावजूद भी दर दर भटकना पड रहा है। राज्य सरकार निदेषक बाल अधिकारिता के उप निदेषक के आदेष के पर सहायक निदेषक समेकित बाल सरक्षण इकाई के विकास अधिकारी के दिए गए आदेष भी फाइलो पडे धूल झाड रहे है।
प्रषासन गावो के संग अभियान मे आधा दर्जन महिलाओ ने किए आवेदन
सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग की पालनहार योजना के तहत अजमेर जिले की अराई पंचायत समिति के ग्राम पंचायत फतेहगढ के तोला देवी पत्नि सुखदेव खारोल,बदाम देवी पत्नि घीसालाल रेगर,रूकमा देवी पत्नि देवी लाल रैगर,चौथी देवी पत्नि छोटू लाल रैगर,अनाथ सुरेखा पुत्री महावीर कीर,बोराडा ग्राम पंचायत के देवरिया गाव के फुला कवर पत्नि करण सिहं,भगवानपुरा ग्राम पंचायत के ताजपुरा गाव के अयोद्वा देवी पत्नि कानाराम खाती ने प्रषासन गावो के संग अभियान के तहत पालनहार योजना के तहत आवेदन किया गया।
आला अधिकारियो के खटकटाये दरवाजे
समाजसेवी सरदार सिहं निवासी हिगोनिया ने केकडी विधायक रघुषर्मा व समाज कल्याण विभाग अजमेर,विकास अधिकारीपंचायत समिति अराई,उपखण्ड अधिकारी तहसीलदार सरवाड को बार बार लिखित मे अवगत कराया गया। आला अधिकारियो ने बार बार अवगत कराने के बावजूद भी कार्यवाही करना उचित नही समझा।
मुख्यमंत्री तत्कालीन अषोक गहलोत के लिखित मे षिकायत कर लाभान्वित कराने के लिए लगाई गुहार
पालनहार योजना की पात्र महिलाओ ने लाभन्वित नही होने व आला अधिकारियो बार बार अवगत कराने पर भी समाधान नही होने पर समाजसेवी सरदार सिहं ने मुखयमंत्री अषेक गहलोत को लिखित मे ज्ञापन भेजकर महिलाओ की आर्थिक स्थिति से झूझ रही महिलाओ के सन्दर्भ मे बताया कि पालनहार योजना से लाभन्वित नही होने पर बच्चो को षिक्षा से वंचित होना पड सकता है।घर की आर्थिकतंगी के बच्चो को षिक्षा की जगह बालश्रम का मार्ग अपनाने की मजबूरी से अवगत कराया गया।
मुख्यमंत्री के संज्ञान पर उपनिदेषक ने सहायक निदेषक को दिए आदेष
तत्कालीन मुख्यमंत्री अषोक गहलोत मामले पर संज्ञान लेने हुए 17 जुलाई 2013 को पत्र कुमांक 73204 पर सज्ञान लेते हुए राज्य सरकार निदेषक बाल अधिकारिता के उप निदेषक ने 23 सितम्बर 2013 आदेष क्रमांक 20837 जारी कर सहायक निदेषक जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी जिला बाल सरक्षण इकाई बाल अधिकारिता विभाग को जारी करते हुए मामले पर कार्यवाही करते हुए अवगत कराने के आदेष दिए।
सहायक निदेषक के विकास अधिकारी को दिए आदेष पर नही हुई कार्यवाही
सहायक निदेषक ने उपनिदेषक आर्इ्रसीपीएस समाज न्याय एवं अधिकारिता विभाग के पत्रांक 20837 दिनाक 23सितम्बर के तहत सरदार सिहं द्वारा प्राप्त आवेदन पत्रो पर कार्यवाही कर नियमानुसार स्वीकृति जारी करने के लिए 7 नवम्बर को आदेष क्रमाक 8843 जारी कर कार्यवाही करने आदेष दिए गए। विकास अधिकारी ने मामले पर कार्यवाही करने के बजाय मामले को ठण्डे बस्ते मे डाल दिया गया।
योजना का लाभ नही मिलने पर बच्चो को पढाई छोडने की मजबूरी, महिला मुख्यमंत्री लगी आस
पालनहार योजना के लाभ से वंचित तोला देवी,बदाम देवी,रूकमा देवी,फुला कवर,अयोद्वा देवी ने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बच्चो की पढाई को जारी रखने के लिए भारी परेषानी का सामना कराना पड रहा है। आर्थिक संकट के चलते बच्चो को पढाई छोडने को मजबूर होना पडेगा। पीडित महिलाओ ने महिला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से पालन हार योजना का लाभिन्वित करने की मांग।