राजस्थान में पंतजलि आटे का निर्माण एंव वितरण उद्घाटन समारोह सम्पन्न

DSC_4483DSC_4289चोयल स्कूल आफ टेक्नोलॉजी, सिद्धांता एग्रो  एंव पंतजलि आयुर्वेद लिमिटेड हरिद्वार के संयुक्त तत्वाधान में पंतजलि आयुर्वेद आटा प्लांट विनिर्माण एंव वितरण के  उद्घाटन समारोह का  शुभारम्म आयोजन चोयल स्कूल आफ मिलिग टेक्नालाजी के प्रांगण में आज दिनंाक 08.08.2014 को सम्पन्न हुआ।  इस कार्यक्रम  में पतंजलि से पधारें मुख्य अतिथि  डा. यषदेव शास्त्री, विषिष्ट अतिथि  श्री राम भरत भाई जी,एंव श्री सिद्वार्थ महाजन आइ.ए. एस ( वित्त सचिव, राजस्थान सरकार ) ने षिरकत की । कार्यक्रम कंे प्रारम्भ मां सरस्वती पूजन कर एंव उपस्थित अतिथियो को माला  व साफा पहना कर सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम  श्री विष्वकर्मा एमरी स्टोन इ.प्रा.लि  के मैनेजिग डायरेक्टर श्रीगोपाल शर्मा ने  पधारे हुये सभी गणमान्य अतिथियों  का अभिनन्दन कर स्वागत किया एंव बताया कि चोयल स्कूल व मिलिंग टेैैक्नालॉजी (सी.एस.एम.टी) द्वारा इस डिजीटल आटा निर्माण प्लांट को रोजगार परक बनाते हुये यहां पर ग्रामीण क्षेत्रो के बेरोजगारों को ट्रेनिग प्रदान कर उन्हे रोजगार मुहैया कराने हेतु प्रयासरत है।
इसी क्रम मेें ( चोयल मिलिंग स्कूल आफ टेक्नालॉजी) के डायरेक्टर श्री आर.एस. चोयल  ने हाथ चक्क्ी से लेकर डिजीटल आटे  प्लांट के क्रम को बताया और यह बताया कि किस प्रकार पंतजलि आटा अन्य ब्रान्ड से  बेहतर है और उनका उत्पादन जो कि चोयल मिलिंग स्कूल के  प्रांगण में किया जायेगा है इस आटे का विनिर्माण वंडर मिल द्वारा किया जायेगा, जो कि विष्व की पहली  डिजीटल चक्क्ी है तथा यह बडे गर्व की बात है कि सबसे पहले इस चक्क्ी को पंतजलि फूड पार्क में लगाया गया है,तथा  आगे  आटे की विनिर्माण प्रक्रिया के बारे में  बताया कि किस प्रकार गेहॅंू का चयन से लेकर पैकिग तक का  कार्य किया जाता है   इसकी विषेषता यह है कि पूर्णतयः स्वचालित है  उन्होनें इस प्लांट से प्राप्त आटे की गुणवत्ता पर भी बताया कि विष्वकर्मा एमरी स्टोन इ. प्रा.लि एंव सिद्वान्ता एग्रो जो कि इससे पहले भी कोयला, आई.टी,कोमोडिटीज में भी देष में काम कर रही है व पंतजलि जो कि विष्वस्तरीय नाम हेै ने मिलकर इस प्रकल्प को आगे बढायेगी यह केवल डिजीटल मषीनों द्वारा उत्पादन ही नही बल्कि उसकी गुणवत्ता का भी पूणर््ा ध्यान रखेगी और और चक्की आटे का व्यव्सायिक करण  करना क्यों जरुरी हुआ क्योंकि  लोगो का रुझान आटे चक्क्ी की तरफ बड रहा है क्योंकि रोलर मिल से प्राप्त आटे का उपयोग ज्यादा समय तक नही किया जा सकता है जबकि चक्क्ी आटे का प्रयोग लम्बे समय तक किया जा सकता है इसमें पिसाई के बाद भी गुणवत्ता बनी रहती है ।
इसी  क्रम में सिद्वान्ता एग्रो के डायरेक्टर श्री अभिनीत चौधरी नेे बताया कि किस प्रकार पंतजलि आटे  का वितरण पूरे राजस्थान के शहरों में ही नही बल्कि गंाव गांव तक आटे को पहुचाया जायेगा इसके लिये उन्होने पंतजलि के डिस्ट्रीब्यटर से सहयोग की अपील की तथा गुणवत्ता का आष्वासन भी दिया ।
श्री सिद्वार्थ महाजन (वित्त सचिव राजस्थान सरकार ) ने पधारे सभी लोगो को शुभकामानांए दी एंव इस प्रकल्प का सफलता के लिये कहा कि केवल 15 प्रतिषत ही नही बल्कि देष की 85 प्रतिषत लोग पैकजिंग आटे का इस्तेमाल करेगा जरुरत है केवल उसकी गुणवत्ता बनी रहे ंहै साथ ही इसे राजस्थान का गौरव भी बताया ।
कर्यक्रम में श्री भरत जी ( पंतजलि आयुर्वेद लि हरिद्वार) के डायरेक्टर ने सर्व प्रथम गायत्री मंत्र का उच्चारण किया तथा आटे प्लांट के लिये शुभकामनाएं दी  एंव इसे राजस्थान के लिये एक गौरव भी बताया और यह भी बताया कि वह केवल स्वामी परम् श्रेद्वय श्री रामदेव जी द्वारा दिये गये दायित्व का निर्वाह कर रहे है और कोई भी उत्पादन बाजार में केवल विज्ञापन के द्वारा लम्बे समय तक नही बेचा जा सकता उसके लिये उसमें क्वालिटी का होना जरुरी है यदि आटे का उत्पादन व गुणवत्ता बनी रहेगी तो जल्दी ही एक मुकाम हासिल प्राप्त कर सकेगें  कार्य विष्वास, क्षद्वा व  सर्म्पण  के बल पर ही आगे बढता है उन्होनें कहा कि यह विष्वास श्री विष्वकर्मा एमरी स्टोन इ. प्रा. लि के चोयल बन्धुओं में दिखा उन्होने कहा कि अपनी गुणवत्ता के बल पर किस प्रकार पंतजलि घी का उत्पादन 20-30 टन से लेकर 350-400 टन बढा ।
डा. यषदेव शास्त्री जी नेष्संस्कृत श्लोक का उच्चारण कर उपस्थित मातृ शक्ति, नवयुवक, विषिष्ट अतिथियों का स्वागत किया उन्होने बताया कि श्री विष्वकर्मा एमरी स्टोन इ. प्रा.लि ,सिद्वान्ता एग्रो एंव पंतजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने मिलकर आटे के प्लांट के कार्य शुरुआत की हेै उसमें परम् पूजनीय श्री रामदेव जी एवं आचार्य श्री बालकृष्ण के आर्षीवाद के परिणाम है।किसी भी कार्य को करने के लिये उसमें विष्वास समर्पण क्षद्वा होना जरुरी है यह सर्मपण व  क्षद्वा कार्य के प्रति चोयल बन्धु के सर्मपण का ही परिणाम है जो कि इस कार्य को करने की  अनुमति राजस्थान में श्री विष्वकर्मा एमरी स्टोन इ. प्रा. लि  को प्राप्त हुई जबकि इस कार्य के लिये पहले कई लोग प्रयासरत रहें । कार्य करने के लिए विष्वास का होना जरुरी है उन्होने कहा श्री रामदेव जी कहते है यदि किसी पर विष्वास करो तो पूर्ण रुप से करना चाहिए, नही तो आगे परेषानी का सबब बनती है श्री रामदेव जी चाहते है देष में स्वदेषी कम्पनी कार्य करे उसका लाभ समाज के हर वर्ग जिससे समाज को स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो। पंतजलि इस कार्य में प्रयासरत है और यही आटे प्लांट का प्रकल्प इस श्रृखंला का एक उदाहरण है । उन्होने बताया कि किसी बडे काम को करने के लिये बडे नाम का आधायात्म के लिये बडे संत का साथ लेना कार्य की सफलता के लिये जरुरी है जिस प्रकार बडा पेड़ फल भले ही ना दे मगर छाया हमेषा प्रदान करता है ।
इसी क्रम में मुख्य अतिथि  डा. यषदेव शास्त्री पंतजलि योगपीठ हरिद्वार  विषिष्ट अतिथि  श्री राम भरत भाई जी, पंतजलि योगपीठ हरिद्वार एंव श्री सिद्वार्थ महाजन आइ.ए. एस ( वित्त सचिव, राजस्थान सरकार ) द्वारा  आटे का प्लांट का विधिवत् रुप से उदघाटन किया कार्यक्रम के अन्त में श्री आर.एस चोयल ने सभी पधारे हुये गणमान्य अतिथियों  का आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम का संचालन  श्री नीरज आर्य द्वारा किया गया  ।
आर.एस. चोयल
डायरेक्टर 
9829070231
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