अजमेर। निकटवृती गांव राजगढ़ स्थित श्री मसाणिया भैरव धाम पर रविवार को सर्वप्रथम मुख्य उपासक श्री चम्पालाल जी महाराज ने प्रातः काल 4 बजे बाबा भैरव एवं मां कालिका एवं मनोकामना पूर्ण स्थम्भ की पूजा अर्चना की तत्पष्चात प्रातः काल 4.30 बजे चैत्र नवरात्रा मेला महोत्सव अखण्ड़ ज्योति का विधिवत समापन के साथ सम्पन्न हुआ। जिसमे धाम पर गुरूदेव श्री चम्पालाल जी महाराज, पुलिस अधीक्षक अजमेर महेन्द्र सिंह चौधरी व ठिकाना राजगढ़ के ठाकुर साहब विजय सिंह व विष्णुप्रताप सिंह गौड़,राजगढ़ सरपंच रामदेव सिंह रावत आदि के कर कमलो द्वारा धूम धाम से अखण्ड़ ज्योति का विधिवत समापन हुआ । धाम पर यह अखण्ड़ ज्योति निरन्तर 24 घण्टे चलती रही जो कि लगातार 9 दिनो तक प्रज्जवलित रही। इस अखण्ड़ ज्योति की विषेषता यह है कि जिस पात्र में इसको प्रज्जवलित किया जाता है उसमे हजारो नारियल की संख्या में नारियल की चिटक, कई पीपे तेल के व धूप हवन सामग्री ड़ालने पर भी यह पात्र कभी भरता नही है। इस अखण्ड़ ज्योति के दर्षन मात्र से ही आये हुए सभी श्रद्वालुओ के रोग कष्ट बाधाए आदि दूर हो जाती है। तत्पष्चात चम्पालाल महाराज ने प्रदेशभर से आये सभी श्रद्वालुओ अपने वचन सुनाने से पूर्व सर्वप्रथम कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का संदेष दिया और कहा कि आज के इस कलियुग में सम्पूर्ण मनुष्य जाती को मां चाहिए,बहिन चाहिए,पत्नि चाहिए तो बेटी क्यो नही चाहिए। उन्होने कहा कि बेटी भाग्य विधाता से अपना भाग्य स्वयं लिखाकर लाती है,चूकि बेटी लक्ष्मी का रूप होती है और लक्ष्मी को किसी की पहचान और सहारे की जरूरत नही वह स्वय अपने आप मे ही पर्याप्त होती है। महाराज ने आये हुये श्रद्वालुओ को स्वेच्छा से रक्तदान करने के लिये भी प्रेरित किया और कहा कि आज हर इंसान धन को दान करने की होड़ में लगा रहता है क्योकि उसे पता है कि धन का दान करने से उसका नाम रोषन होगा लेकिन वो ये नही समझ पाता की धन के दान से बड़ा होता है रक्तदान । इंसान केवल मात्र नाम कमाने के लिये लाखो ,करोड़ो रूपये खर्च कर देता है लेकिन अपने मानव षरीर में से केवल एक यूनिट रक्त नही दे सकता, वह नही जनता कि धन क दान से तो केवल पत्थर की षिला पर ही नाम लिखा जायेगा परन्तु रक्त का दान करने से जीवन और मृत्यु से जुझ रहे व्यक्ति की जान बचा सकता है और परम पिता परमेष्वर की मानविक कर्म बही में अपना नाम दर्ज करा सकता है। रक्त का दान करने से षरीर में रक्त की कमी नही होती है नया रक्त बन जाता है। महाराज ने कहा कि जब बाबा आपका मात्र एक चिमटी के सेवन से सारे असाध्य रोगो का निवारण करते है और कर सकते है तो क्या एक इंसान अपना रक्त दान करके दूसरे इंसान का जीवन नही बचा सकता। चम्पालाल महाराज ने कहा कि नषा नाष का कारण एवं नषा आपराध करी जड़ है,नषे से परिवार बिगड़ता है। राष्ट्र और परिवार के खुषहाली की पहचान नषा मुक्त हो हर इंसान। भैरव धाम राजगढ़ पर चल रहे नषा मुक्ती अभियान में अब तक लगभग 12 लाख से अधिक श्रद्वालुओ ने नषे का त्याग किया है। रविवार को राजगढ़ भैरव धाम में मेले जेसा माहौल नजर आया। प्रदेशभर से आये सभी श्रद्वालुओ ने अखण्ड़ ज्योती के दर्षन किये व मत्था टेक कर एवं मनोकामना पूर्ण स्थम्भ की परिक्रमा लगाकर सुख समृöी की कामना की। साथ ही पर्यावरण की दृष्टी से आये हुये श्रद्वालुओ वृक्षारोपण के लिये भी प्रेरित किया। धाम के प्रवक्ता अविनाष सैन ने बताया कि राजगढ़ धाम की सबसे बड़ी विषेषता यह है कि यहा किसी प्रकार का दान चन्दा चढावा रूपये पेसे आदि स्वीकार नही किया जाता है और विषेषकर नवरात्रा मे तो माला नारियल अगरबत्ती भी स्वीकार नही की जाती है। राजगढ़ धाम पर 9 दिनो तक लगातार सुबह षाम परसादियो भैरव बाबा के मधुर मधुर भजनो का दौर चलता रहा। राजगढ़ धाम पर 9 दिनो तक प्रतिदिन मेले जेसा माहौल रहा। समापन को लेकर षनिवार दिन से ही श्रद्वालुओ के आने का तांता लगा रहा हर कोई श्रद्वालु अखण्ड़ ज्योति की एक झलक पाने और दर्षन के लिये लालायित था । नवमी की रात धाम के कार्यकर्ताओ नक ही बाबा भैरवनाथ व मा कालिका के मधुर मघुर भजन गाकर आये हुए श्रद्वालुओ को नाचने के लिये मजबूर कर दिया। राजगढ पुलिस चौकी प्रभारी भोम सिह राठौड,9 दिनो तक राजगढ़ धाम पर तैनात पुलिस जाप्ता के प्रभारी रामनायण सिंह,धाम पर व्यवस्थापक ओमपप्रकाष सैन,राहुल सैन के साथ प्रकाष रांका,नरेष चाहर,आषीष चौधरी,सुरेष खण्ड़ेलवाल,प्रदीप गोयल,आर के गोयल, पदम जैन,रामप्रसाद जाग्रत,अजुर्न लाल, सुनिल चौहान,राहुल सैन प्रीमतपुरी वाले,मनोज मेहरा, जवाहरमल सुनारीवाल,अमित खण्ड़ेलवाल,मनीष खण्ड़ेलवाल,नीरज सिंहल,सुनिल रांका आदि मोजूद थै। ़
चैत्र नवरात्रा लख्खी मेला महोत्सव हुआ सम्पन्न
श्री मसाणिया भैरव धाम पर राजगढ़ पर 9 दिनो तक चले चैत्र नवरात्रा लख्खी मेले का विधिवत समापन रविवार को प्रातःकाल 4 बजे किया गया। राजगढ़ धाम पर इस लख्खी मेले मे देषभर से आये लाखो की संख्या में श्रद्वालुओ ने भैरव बाबा व मा कालिका के दर्षन कर मनोकामनापूर्ण स्तम्थ की परिक्रमा कर गुरूदेव श्री चम्पालाल जी महाराज का आषिर्वाद प्राप्त किया।
राजगढ़ धाम पर आये पंजाब से आये झण्डे
श्री मसाणिया भैरव धाम पर राजगढ़ पर नवरात्रा नवमी एवं अखण्ड़ ज्योति के समापन अवसर पर पंजाब के नवा षहर व जालन्दर से भक्तगण बाबा भैरवनाथ व मा कालिका को झड़ा चढ़ाने के साथ अपने परिवार की सुख समृधी षान्ति के लिये कामना करने आये।
अष्वनी सैन
भैरव धाम, राजगढ़
9829223268