जनाना अस्पताल के 11 वार्ड गोद लेने की स्वीकृति

संभागीय आयुक्त के प्रयास रंग लाए, विभिन्न संगठनों ने ली वार्डों की व्यवस्थाएं संभालने की जिम्मेदारी
राजकीय महिला चिकित्सालय राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक सम्पन्न
aaअजमेर 01 जुलाई। राजकीय महिला चिकित्सालय (जनाना अस्पताल) में छोटी-मोटी जरूरतों और विकास कार्यों के लिए शहर के विभिन्न संगठनों ने जिम्मेदारी संभालने की स्वीकृति दी है। इनमें ज्यादातर महिलाओं के संगठन शामिल है। इन संगठनों के माध्यम से गोद लिए गए चिकित्सालय के 11 वार्डों में देखरेख, सफाई, विभिन्न उपकरणों की मरम्मत, बगीचे का सांैदर्यीकरण एवं अन्य विकास कार्य करवाए जाएंगे। साथ ही चिकित्सालय में सुरक्षा एवं रात्रि में आपातकालीन सेवाओं की सुविधाओं में भी विस्तार होगा।
जनाना अस्पताल में जनसहयोग एवं आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए संभागीय आयुक्त डाॅ. धर्मेन्द्र भटनागर द्वारा लम्बे समय से किए जा रहे प्रयास आखिरकार रंग लाए। बुधवार को चिकित्सालय परिसर में आयोजित राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक में विभिन्न समाजसेवी संगठनों ने 11 वार्डों को गोद लेकर व्यवस्थाओं को सुचारू रखने की जिम्मेदारी ली। बैठक में बड़ी संख्या में उपस्थित महिला संगठनों ने आगे बढ़कर इन वार्डों को गोद लेने एवं नियमित समयांतराल में वार्डों में जाकर व्यवस्थाओं को देखने एवं सुधारने की जिम्मेदारी ली।
बैठक को संबोधित करते हुए संभागीय आयुक्त डाॅ. भटनागर ने कहा कि केन्द्र सरकार ने आधिकारिक रूप से अजमेर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की घोषणा कर दी है। स्मार्ट सिटी के रूप में शहर का विकास तभी संभव है जब शहर की विभिन्न विकास योजनाओं में आमजन की भी सक्रिय भागीदारी हो। जनाना अस्पताल महिलाओं की चिकित्सा के लिए अजमेर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है। इसलिए महिला संगठन अस्पताल के वार्डों को गोद लेकर इसके विकास में जिम्मेदारी निभाएं।
उन्होंने बैठक में उपस्थित विभिन्न संगठनों से आग्रह किया कि वे अस्पताल में छोटी-मोटी जरूरतों एवं विकास कार्यों के लिए वार्डों को गोद लें। यह संगठन गोद लिए गए वार्डों में पंखे, ए.सी., कूलर व वाटर कूलर आदि की मरम्मत, सफाई, पानी व बिजली आदि सुविधाओं की देखरेख एवं अन्य कार्य कर सकेंगे। संभागीय आयुक्त के आग्रह पर बैठक में उपस्थित इण्डियन लेडिज क्लब, लायन्स क्लब, लायन्स क्लब आस्था, लाॅयनेस क्लब, जैन बन्धु सोशल ग्रुप, गरीब नवाज सोसायटी, हाडी रानी बटालियन क्लब, महावीर इंटरनेशल सुनंदा आदि सहित अन्य संगठनों ने वार्डों को गोद लेने की घोषणा की।
बैठक में जनाना अस्पताल मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी का सालाना बजट भी पास किया गया। संभागीय आयुक्त ने चिकित्सालय परिसर में ए.टी.एम. लगाने, अजमेर विकास प्राधिकरण के माध्यम से स्थायी कुर्सिया लगवाने, दस महिला होमगार्ड लगाने, रात्रि 10 से प्रातः 6 बजे तक आपातकालीन चिकित्सकीय सेवाओं के लिए वाहन उपलब्ध करवाने, मरीजों के परिजनों के लिए रैन बसेरा तुरन्त शुरू कराने, एल.सी.डी. व्हील चैयर और पैशेन्ट ट्रॅाली आदि सुविधाएं तुरन्त शुरू करने के निर्देश दिए। चिकित्सालय एवं आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए पुलिस अधीक्षक से आग्रह कर रात्रि गश्त बढ़वायी जाएगी।
बैठक को संबोधित करते हुए इंडियन लेडिज क्लब की मंजू तोषनीवाल ने कहा कि अजमेर शहर की महिलाएं शहर के विकास में सहयोग देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उनमें सक्रिय सहयोग का जज्बा है। अस्पताल विकास में सहयोग किया जाएगा। लाॅयनेस क्लब की ललिता दवे ने कहा कि महिलाओं को ऐसे कार्य में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित करना आवश्यक है। महिलाओं को जितना अधिक जागरूक किया जाएगा। उतने ही बेहतर परिणाम मिलेंगे। इसी तरह अन्य महिला संगठनों की प्रतिनिधियों ने भी विचार व्यक्त किए। इन संगठनों से समन्वय के लिए चिकित्सालय प्रशासन ने डाॅ. दीपाली जैन, डाॅ. अजय शर्मा एवं डाॅ. नन्दलाल हीरानंदानी की नोडल टीम भी गठित की। बैठक में हाडी रानी बटालियन की डिप्टी कमांडेंट यश्विनी ने बटालियन का लेडिज क्लब गठित कर चिकित्सालय की नर्सरी को गोद लेने की घोषणा की। बैठक में अन्य निर्णय भी किए गए।
बैठक में चिकित्सालय अधीक्षक डाॅ. कान्ति यादव, ए.डी.ए. आयुक्त श्रीमती स्नेहलता पंवार, उपखण्ड अधिकारी श्री हीरालाल मीणा, लाॅयन्स क्लब आस्था के श्री संपत सिंह जैन, श्री आर.बी.गुप्ता, जैन सोशल ग्रुप की इन्दू जैन, इंडियन लेडिज क्लब की प्रीति तोषनीवाल, बीना जैन, अल्का जैन, शगुफ्ता खान, अरूणा माथुर, डाॅ. पूजा माथुर, रूद्रा रेणु, रश्मि माथुर, भावना बंसल, श्री पुनित जैन, मुकेश करनावत, प्रमोद कावडिया, डाॅ. देविका चैधरी, डाॅ. पूर्णिमा पचैरी सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
इससे पूर्व संभागीय आयुक्त ने चिकित्सालय परिसर का निरीक्षण किया। बैठक के पश्चात विभिन्न संगठनों ने भी गोद लिए जाने वार्डों का निरीक्षण कर विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इन संगठनों द्वारा एक जुलाई को डाॅक्टर्स डे के अवसर पर चिकित्सकों का सम्मान भी किया गया।

1 thought on “जनाना अस्पताल के 11 वार्ड गोद लेने की स्वीकृति”

  1. All is in air There is lots of fund used in the Hospital are not proper. The meeting are going on for smart city nothing has been done and people taken certificate at Rangmanch for good vision. This has become slogan that Smart citizens can make city Smart but administration cannot control their subordinate staff to do the work. If everyone do there duty as per their norm. Every thing will be charged. Budget is not a problem.

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