औद्योगिक क्षेत्रों के विकास से निवेश का वातावरण बनेगा

उद्योग मंत्राी श्री खींवसर ने विधायक व औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से की चर्चा
PROAJM Photo (1) Dt. 10 July 2015अजमेर, 10 जुलाई। उद्योग मंत्राी श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं मौजूद है, जिससे राजस्थान औद्योगिक विकास के क्षेत्रा में सिरमौर बन सकता है।
श्री खींवसर आज जिला कलेक्टेªट सभागार में औद्योगिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर किशनगढ विधायक श्री भागीरथ चैधरी, पुष्कर विधायक श्री सुरेश सिंह रावत एवं कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक भी मौजूद थी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है कि औद्योगिक क्षेत्रों में मौजूद समस्याओं का निस्तारण किया जाए। औद्योगिक क्षेत्रों के विकास से रोजगार के अवसर बढेंगे और निवेश की संभावनाएं भी प्रबल होंगी।
उद्योग मंत्राी श्री खींवसर ने कहा कि अजमेर जिले में औद्योगिक क्षेत्रों में मौजूद पानी, बिजली, सडक व अन्य समस्याओं का निस्तारण करते हुए आधारभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा, जिससे विकास हेतु निवेश की संभावनाएं को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में निवेश की अपार संभावनाओं को काफी बल मिला है, आगामी नवम्बर माह में प्रदेश में आयाजित रिसर्जेंट राजस्थान कार्यक्रम के माध्यम से उद्योगों में निवेश की संभावनाएं प्रबल होंगी और विकास के नये आयाम स्थापित होंगे।
श्री खींवसर ने अजमेर के बिजयनगर में सेरेमिक उद्योग के विकास व निवेश की संभावनाओं की जानकारी ली एवं उद्योगों के समक्ष उपस्थित समस्याओं के निस्तारण हेतु सुझाव लिए। उन्होंने कहा कि लधु, मध्यम व वृहद उद्योगों की समानान्तर प्रगति आवश्यक है, इससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे और विकास भी होगा। इस अवसर पर उन्होंने अजमेर जिले की विभिन्न औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से औद्योगिक क्षेत्रों व उद्योगों के समक्ष मौजूद चुनौतियों व समस्याओं की जानकारी भी ली।
किशनगढ विधायक श्री भागीरथ चैधरी ने कहा कि जिले में औद्योगिक क्षेत्रों में पेयजल की विकट समस्या है, जिसका स्थाई समाधान किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिले में भूजल का स्तर भी ठीक नही है, जिससे पेयजल व उद्योगों हेतु पानी की समस्या से काफी परेशानी होती है। पुष्कर विधायक श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में पावरकट व सडकों की बदहाल स्थिति के चलते उद्यमियों का समस्याओं का सामना करना पडता है, जिसका निस्तारण किया जाना चाहिए। यदि औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली-पानी व सडक की संबंधी समस्याओं का समाधान नही होगा तो विकास अवरूद्ध होगा। कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने बताया कि जिले में पेयजल की समस्या के निस्तारण के लिए अवैध कनेक्शनों पर कार्यवाही की गई है, जिससे कई स्थानों पर सुधार आया है। औद्योगिक क्षेत्रों आधारभूत सुविधाओं के विकास में कोई कमी नही रखी जाएगी।
बैठक में अजमेर औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधि ने बताया कि माखूपुरा स्थित औद्योगिक क्षेत्रा में डम्पिंग यार्ड की समस्या है, साथ ही पावरकट व बिजली की ट्रिपिंग की समस्या भी बनी रहती है। केकडी औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधि ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रा में बिजली के तार काफी नीचे है, जिससे दुर्घटना कि संभावना बनी रहती है। गेगल औद्योगिक क्षेत्रा में पेयजल व पावरकट की समस्या की जानकारी दी गई। केकडी लघु उद्योग संघ के प्रतिनिधि ने क्षेत्रा में अवैध खनन के चलते होने वाली ब्लास्टिंग से दुर्घटना की संभावना जताई। जिस पर कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने अवैध खनन के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की बात कही।
किशनगढ मार्बल एसोसिएशन के श्री सुरेश टांक ने बताया कि मार्बल उद्योग इस समय मंदी के दौर गुजर रहा है ऐसे में एवीवीएनएल द्वारा एडवांस सिक्योरिटी राशि को पांच गुना तक बढा दिया गया है, जिससे काफी परेशानी हो रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि रिको यदि 14 प्रतिशत सर्विस चार्ज को माफ कर दे तो क्षेत्रा के उद्यमियों को बकाया ऋण की राशि चुकाने में सहायता मिल सकेगी। बिजयनगर उद्योग संघ के प्रतिनिधि ने कहा कि क्षेत्रा में सेरेमिक हब के आने से उद्यमियों को प्रोत्साहन मिला है साथ ही लघु उद्योगों हेतु रिको द्वारा भूमि उपलब्ध कराई जानी चाहिए। एचएमटी औद्योगिक क्षेत्रा के प्रतिनिधि ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रा में डेªनेज की पुख्ता व्यवस्था नही होने से कई फैक्ट्री में पानी भर जाता है एवं अतिक्रमण के कारण नाले भी अवरूद्ध हो गए है। रूपनगढ में मिनरल ग्राईडिंग यूनिट्स से 90 रूपए प्रति टन राॅयल्टी हो समाप्त करने की बात भी कही गई क्योंकि मकराना में कोई राॅयल्टी नही ली जा रही है।
उद्योग मंत्राी श्री खींवसर ने औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं के निस्तारण हेतु हरसंभव सहायता दी जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने पाॅल्यूशन कंट्रोल सर्टिफिकेट, युवा उद्यमियों को ऋण, औद्योगिक क्षेत्रों के आधारभूत विकास संबंधी विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की एवं सुझाव भी लिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार, जिले के विभिन्न औद्योगिक एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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